बलिदानी स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना की पत्नी बोलीं- मलिक को उसके पाप की सजा मिलना अभी बाकी, यह तो शुरूआत है
Yasin Malik Case 25 जनवरी 1990 को श्रीनगर में जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के आतंकियों ने स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना समेत चार वायुसेना अधिकारियों की हत्या कर दी थी। उस मामले में 30 साल बाद मार्च 2020 में मलिक पर आरोप तय हुए थे।
जम्मू, जागरण संवाददाता : टेरर फडिंग मामले में अलगाववादी नेता यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाए जाने पर स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना की पत्नी ने कहा कि अभी मलिक को उसके पापों की सजा मिलना बाकी है। रवि खन्ना का खून उसका पीछा नहीं छोड़ेगा और उन्हें यकीन है कि इस मामले में मलिक को एक दिन मौत की सजा जरूर मिलेगी। उन्होंने फिर से दोहराया, खून का बदला खून और जान के बदले जान।
यहां बता दें कि 25 जनवरी 1990 को श्रीनगर में जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के आतंकियों ने स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना समेत चार वायुसेना अधिकारियों की हत्या कर दी थी। उस मामले में 30 साल बाद मार्च 2020 में मलिक पर आरोप तय हुए थे। फैसले पर प्रतिक्रिया करते हुए बलिदानी रवि खन्ना की पत्नी ने कहा कि यासीन मलिक के गुनाहों का हिसाब शुरू हो गया है।
वह 32 साल से इंसाफ के लिए तड़प रही हैं और अब मलिक भी जेल की काल कोठरी में हर पल तड़पेगा। यह अभी शुरुआत है। यासीन मलिक और उसके साथियों को अभी अपने पापों की सजा भुगतनी है। जल्द ही उसे मेरे पति और उनके साथियों के खून का भी हिसाब देना होगा। निर्मल खन्ना ने कहा कि वह 32 साल से इस बात से क्षुब्ध हैं कि उसके पति की हत्या के बाद भी मलिक अब तक खुला घूम रहा था।
यासीन मलिक को उम्र कैद की सजा सुनाए जाने पर उन्होंने कहा कि भगवान का शुक्र है कि आखिरकार यासीन मलिक को उसके गुनाहों की सजा मिलना शुरू हो गई। उन्होेंने मलिक व उसके मददगारों को भी जल्द सजा मिलने की उम्मीद जताते हुए कहा कि देश में और भी कई जयचंद है। अब समय आ गया है कि सबको उनके किए की सजा मिले। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमळ्ख्यमंत्री निर्मल सिंह ने भी निर्मल खन्ना से मळ्लाकात कर यासीन के मसले पर चर्चा की।