घरों को बेस्ट लुक दे रही वुडन फ्लोरिंग, विभिन्न पैटर्न मार्केट में उपलब्ध
फ्लोरिंग डिजाइन करने वाले आर्किटेक्ट सुरेंद्र भाटिया का कहना है कि बुडन फ्लोरिंग में कर्वड डिजाइन काफी पसंद किए जाते हैं।
जागरण संवाददाता, जम्मू : फ्लोरिंग घर को ओवरआल लुक देती है। इसलिए हर कोई फ्लोरिंग बेस्ट ही करवाना चाहता है जिससे कि हमारा घर सबसे खूबसूरत लगे। ऐसे में आजकल बुडन फ्लोरिंग काफी लोग करवा रहे हैं। इसके विभिन्न पैटर्न में मार्केट में उपलब्ध हैं।
फ्लोरिंग डिजाइन करने वाले आर्किटेक्ट सुरेंद्र भाटिया का कहना है कि बुडन फ्लोरिंग में कर्वड डिजाइन काफी पसंद किए जाते हैं। इस पैटर्न में लकड़ी पर डिजाइनर नक्काशी होती है, जो बेहद खूबसूरत कला है। यह फ्लोरिंग लंबे समय तक घर की शोभा बढ़ाए रखती है। इस लकड़ी का रंग सूरज की रोशनी में और भी रोशन हो जाता है। इसके अलावा परक्युट पैटर्न भी काफी पसंद किया जाता है। यह पैटर्न रूम को एक नया और वार्म लुक देता है। बॉक्स डिजाइंड यह पैटर्न चैस बोर्ड की तरह लाइट और ब्राइट कलर कॉंबिनेशन में होता है। उनका कहना है कि हीरिंगबोन पैटर्न भी मार्केट में उपलब्ध है। बहुत सारे लोग इसे घरों में इस्तेमाल कर रहे हैं। यह पैटर्न जिगजैग डिजाइन में मिलेगा।
यह घर को रैंडम लुक देता है। इसके अलावा पेरिमीटर बॉर्डर पैटर्न आपके फ्लोर के बार्डर को आउटलाइन करता है। इससे कमरे को फार्मल लुक मिलता है। अगर बिना डिजाइन की फ्लोरिंग चाहते हैं तो इस वुडन पैटर्न का इस्तेमाल कर सकते हैं। इतना ही नहीं बहुत सारे लोग बुडन लुक वाली टाइलाें से भी फ्लोरिंग करव रहे हैं। यह थोड़े सस्ते बजट में हो जाती है। बजट के हिसाब से ही लोगों को इस फ्लोरिंग का फैसला लेना चाहिए। मकान रोज नहीं बनते, लिहाजा सोच-समझ कर ही फैसला लेना चाहिए।
मकान का काम करवा रहे राजन शर्मा का कहना है कि उन्हें बुडन फ्लोरिंग काफी पसंद आई। वैसे भी आजकल वुडन फ्लोरिंग ट्रेंड में है। वुडन फ्लोरिंग अपनी इंसुलेटिंग क्षमता के कारण लंबे समय तक खराब नहीं होती। इसे मात्र पांच-सात घंटों में ही लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर रियल वुडन फ्लोरिंग महंगी तो है लेकिन घर को बेस्ट लुक मिलता है। आधुनिक तकनीक की वजह से आज बाजार में ऐसी फ्लोरिंग भी उपलब्ध हैं जो वुडन न होने के बावजूद उस जैसी लगती हैं। उन्होंने कहा कि बुडन फ्लोरिंग की अच्छी बात यह है कि इस पर जमी धूल-मिट्टी को साफ और सूखे कपड़े से पोंछ सकते हैं। इतना ही नहीं पांच-छह साल के बाद फर्श को पालिश करवा कर फिर नया लुक दे सकते हैं।