निकाय चुनाव में भूमिका निभाने को नारी शक्ति तैयार
जागरण संवाददाता, जम्मू : स्थानीय निकाय चुनाव की घोषणा के साथ ही जम्मू शहर में भी चुनावी हलचल
जागरण संवाददाता, जम्मू : स्थानीय निकाय चुनाव की घोषणा के साथ ही जम्मू शहर में भी चुनावी हलचल बढ़ गई है। चुनाव को लेकर चल रही तमाम अटकलों पर विराम लगने के बाद संभावित उम्मीदवार भी तैयारी में जुट गए हैं। इसके साथ ही लोग भी अपने प्रतिनिधि के चयन के लिए सजग हो गए है। इस बार जो वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, वहां महिलाएं व उनसे जुड़े मुद्दे मुख्य भूमिका निभाने वाले हैं। आमतौर पर राजनीति से दूर रहने वाली महिलाएं भी अब सजग हो गई हैं और चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कमर कस ली है। आने वाले दिनों में आरक्षित वार्डो में महिलाओं का बोलबाला होने वाला है। लिहाजा आरक्षित वार्डो की महिलाएं राजनीतिक दलों से भी सोच-समझ कर उम्मीदवार खड़ा करने की उम्मीद लगा रही हैं। ----------
गांधी नगर का वार्ड नंबर-21 महिलाओं के लिए आरक्षित है। इसमें कोई दो राय नहीं कि स्थानीय निकाय चुनाव होने से आम लोगों को राहत मिलेगी। लोग अपनी रोजमर्रा की समस्याओं को स्थानीय कांउसलर के सामने रख पाएंगे। महिलाओं के लिए वार्ड आरक्षित होने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब महिलाएं अपनी बात खुलकर रख पाएंगी। अब राजनीतिक दलों को सोच-समझकर और किसी शिक्षित महिला को आगे लाना चाहिए ताकि वे क्षेत्र की समस्याओं को समझे और लोगों की उम्मीदों पर काम करें।
-सीमा गुप्ता, निवासी वार्ड 21 स्थानीय निकाय व पंचायत चुनाव करना एक अच्छा कदम है। इससे जमीनी स्तर पर लोकतंत्र मजबूत होगा। महिलाओं के लिए वार्ड आरक्षित कर महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है। महिलाएं जब सक्रिय राजनीति में आएगी तो उनका मनोबल बढ़ेगा। जो वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, उनमें अब महिलाओं की भूमिका अहम है। अपने मुद्दों को लेकर महिलाओं को खुलकर आगे आना होगा। इसी से वह एक योग्य काउंसर चुन पाएंगी। जो वार्ड के विकास सहित महिलाओं की समस्याओं को समझने में सक्षम हो।
-परवीन अरोड़ा, निवासी वार्ड नंबर 11 महिलाओं के लिए वार्ड आरक्षित करना अच्छी पहल है। सरकार ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ व महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है। मगर अब राजनीतिक दलों को भी शिक्षित व युवा महिलाओं को आगे लाना चाहिए, ताकि वे अपने क्षेत्र का उचित विकास करवा सकें। गांधी नगर का वार्ड नंबर-21 एक पॉश इलाका है और यहां ऐसे उम्मीदवार की आवश्यकता है जो मौजूदा समस्याओं व विकास की जरूरतों को समझता हो। ऐसे में जरूरी है कि एक शिक्षित व युवा उम्मीदवार ही सामने आए।
-प्रिया गुप्ता, असिस्टेंट प्रोफेसर केसी कॉलेज ऑफ एजुकेशन