तीन महीने देरी से शुरू होगा जम्मू विवि का अकादमिक सत्र
राज्य ब्यूरो जम्मू वैश्विक महामारी कोरोना से उपजे हालात के कारण जम्मू विश्वविद्यालय और ि
राज्य ब्यूरो, जम्मू : वैश्विक महामारी कोरोना से उपजे हालात के कारण जम्मू विश्वविद्यालय और डिग्री कॉलेजों के अकादमिक सत्र शुरू होने में अभी तीन-चार महीने लग सकते हैं। शिक्षण संस्थान न खुलने की स्थिति में भले ही ऑनलाइन कक्षाएं लगाई जाए, लेकिन फिर भी सत्र देरी से ही शुरू होगा। सामान्य तौर पर जम्मू संभाग के डिग्री कॉलेजों में 16 जुलाई से नई कक्षाएं शुरू हो जाती हैं, लेकिन कोरोना की वजह से अभी कॉलेजों में दाखिला प्रक्रिया चल रही है। अक्टूबर के मध्य तक दाखिला प्रक्रिया समाप्त होगी। उसके बाद ही ऑनलाइन कक्षाओं को शुरू किया जा सकता है। मौजूदा समय में डिग्री कॉलेजों में अंडर ग्रेजुएट के छठे सेमेस्टर की परीक्षाएं चल रही हैं, जो अक्टूबर के मध्य में समाप्त होंगी। नवंबर के मध्य तक परिणाम घोषित होगा। उसके बाद जम्मू विश्वविद्यालय के पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सों में दाखिला प्रक्रिया शुरू होगी। इस बार पीजी में दाखिले को लेकर एंट्रेंस टेस्ट नहीं होगा। इस संबंध में फैसला पहले ही हो चुका है। इस तरह से कक्षाएं नवंबर के आखिरी या दिसंबर के पहले सप्ताह में लगेंगी। सामान्य तौर पर कक्षाएं अगस्त के मध्य तक शुरू हो जाती थी। इस हिसाब से पाठ्यक्रम को पूरा करवाना किसी चुनौती से कम नहीं होगा। कॉलेजों और जम्मू विश्वविद्यालय की कोशिश रहेगी कि जैसे ही दाखिला प्रक्रिया समाप्त होती है तो ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर दी जाए। कॉलेजों में विद्यार्थियों की सहूलियत के लिए इस बार पाठ्यक्रम के ई-कंटेंट और अंडर ग्रेजुएट के सभी विषयों के वीडियो लेक्चर तैयार कर इन्हें कॉलेजों और उच्च शिक्षा विभाग की वेब साइट पर अपलोड किया जा रहा है। जम्मू विवि में अकादमिक मामलों के डीन प्रो. नरेश पाधा का कहना है कि यह सबको पता है कि कोरोना के कारण अकादमिक सत्र में देरी हो रही है। विश्वविद्यालय के पोस्ट ग्रेजुएट के दूसरे, तीसरे सेमेस्टर की ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। विश्वविद्यालय ने हाल ही में अंडर ग्रेजुएट के ऑनर्स कोर्सों के ऑनलाइन दाखिले किए थे, उनकी ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हो गई हैं। सरकार के आदेश के बाद ही विश्वविद्यालय में ऑफलाइन कक्षाएं लगेंगी।