थॉक भाव कम तो सब्जियों में कैसे लगी आग
लॉकडाउन की आड़ में सब्जी विक्रेता ग्राहकों को जमकर लूट रहे हैं। परिस्थितियों के मारे लोग सब्जियों की मुंह मांगी कीमत चुकाने को मजबूर हैं। जबकि थोक भाव बेहद कम है।
जागरण संवाददाता, जम्मू : लॉकडाउन की आड़ में सब्जी विक्रेता ग्राहकों को जमकर लूट रहे हैं। परिस्थितियों के मारे लोग सब्जियों की मुंह मांगी कीमत चुकाने को मजबूर हैं। जबकि थोक भाव बेहद कम है। सब्जी दुकानदारों के मानमाने पूर्ण रवैया के खिलाफ प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि सब्जी दुकानों पर कीमतों की लिस्ट रहना सुनिश्चित करें।
मंडी में थोक भाव कम होने के बावजूद सब्जियों की कीमत में आग लगी हुई है। बाजार में जो भी सब्जी की दुकानें खुल रही हैं, वहां ग्राहक बहुत कम ही दिख रहे हैं। जो ग्राहक आ रहे हैं, वे ज्यादा सब्जी खरीद रहे हैं। ग्राहकों की इस कमजोरी का फायदा दुकानदार उठा रहे हैं। कायदे से दुकानदार सब्जियों के दाम में 25 से 30 फीसद तक ही मुनाफा जोड़कर सब्जियां बेच सकते हैं। लेकिन थोक भाव से दो गुने और तीन गुने तक कीमत ग्राहकों से वसूले जा रहे हैं।
नरवाल मंडी के थोक व्यापारी राज कुमार राजा ने कहा कि इन दिनों मंडी में तेजी नहीं। जो भी महंगाई है, वह बाजार में खुदरा विक्रेता के चलते है। नई बस्ती के निवासी कपिल का कहना है कि इस समय दाम कोई नहीं देख रहा। क्योंकि हालात ही ऐसे हैं। सब्जी विक्रेताओं की मनमानेपूर्ण रवैए के खिलाफ लीगल मेट्रोलॉजी विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। किसी सब्जी विक्रेता पर न तो शिकंजा कसा गया है और नहीं रेट लिस्ट सामने रखने को बाध्य किया जा रहा है।
सब्जियों की कालाबाजारी करने वाले दुकानदारों पर नजर रखी जा रही है। टीमें बाजार में जाकर पूछताछ कर रही है। जो दुकानदार मनमाने दाम वसूलेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। लोग फोन कर शिकायत करें, तुरंत कार्रवाई होगी।
मनोज प्रभाकर, डिप्टी कंट्रोलर, लीगल मेट्रोलॉजी विभाग
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सब्जियों के दाम नरवाल मंडी बाजार
घिया 12-15 40
बंद गोभी 10 25
गोभी 15 30
फलियां 20 40
गांठ गोभी 4-5 30
टमाटर 25 40
मूली 4-5 20-25
प्याज 22 35-40
बैंगन 10-12 40
कद्दू 5 40
भिडी 40 80
पालक 10 30
मटर 30-35 80