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सरकार ने की उपेक्षा तो गोलाबारी से बचने के लिए खुद ही बना लिया बंकर

रोशन लाल पुत्र शंकर दास स्वयं भी वर्ष 2014 में पाक गोलीबारी का शिकार हो गए थे। उसके घर पर पाक शैल पड़ने से उसकी एक टांग काटनी पड़ी थी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 06 Mar 2019 05:22 PM (IST)Updated: Wed, 06 Mar 2019 05:22 PM (IST)
सरकार ने की उपेक्षा तो गोलाबारी से बचने के लिए खुद ही बना लिया बंकर
सरकार ने की उपेक्षा तो गोलाबारी से बचने के लिए खुद ही बना लिया बंकर

आरएसपुरा, संवाद सहयोगी। एयर स्ट्राइक के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालात दिन-प्रतिदिन खराब होते जा रहे हैं। पाकिस्तान आए दिन संघर्षविराम का उल्लंघन कर भारतीय सीमा से सटे रिहायशी इलाकों पर गोले दाग रहा है। ग्रामीण इस गोलाबारी से बचने के लिए केंद्र द्वारा मंजूर बंकर बनने कई महीनों से इंतजार कर रहें है परंतु इसमें हो रही देरी जान के लिए जोखिम पैदा कर रही है। ऐसे में सरकारी उपेक्षा का शिकार कई ग्रामीण खुद ही अपनी व अपने परिजनों की जान बचाने के लिए बंकर निर्माण कर रहे हैं।

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सीमांत गांव फ्लोरा के निवासी रोशन लाल ने कहा कि सीमा पर आए दिन पाकिस्तानी गोलीबारी से बचने के लिए सरकार लोगों को पक्के बंकर बनाकर देने का दावा करती है। लेकिन जमीनी सतह पर सरकार लोगों की उपेक्षाएं कितनी पूरी कर रही है, यह हकीकत सीमांत ग्रामीण ही बयां कर सकते हैं। गोलीबारी से परेशान लोग बार-बार सरकार से बंकर बनने की अपील कर चुके है पर इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सरकार भले इस जिम्मेदारी से बचती फिरे परंतु अपने परिवार की सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए हम सरकार का मुंह नहीं ताक सकते। लिहाजा स्वयं ही बंकर बना लिया।

रोशन लाल पुत्र शंकर दास स्वयं भी वर्ष 2014 में पाक गोलीबारी का शिकार हो गए थे। उसके घर पर पाक शैल पड़ने से उसकी एक टांग काटनी पड़ी थी। उसके बाद से लगातार रोशन लाल सरकार से मदद की गुहार लगा रहा है, पर किसी ने नहीं सुनी। सीमा पर आज भी वही हालत हैं। सरकार पक्के बंकर बनाकर देने की बात कर रही है पर उसको किसी ने कोई बंकर नहीं बनाकर दिया। स्थानीय गांव वासियों की मदद से उन्होंने घर के आंगन में स्वयं ही कच्चा बंकर बना लिया है। रोशन ने कहा कि जब गोलीबारी हो तो कम से कम वे अपने परिवार के सदस्यों को बचा सकें। उन्होंने बताया कि यह बंकर उतना सुरक्षित नहीं है पर कुछ हद तक यह बंकर भी उसको व उसके परिवार को गोलीबारी से बचाएगा।

स्थानीय गांववासी पुष्पिंदर सिहं ने बताया कि रोशन लाल का घर जहां पर है वहां पर पाक गोलीबारी से प्रभावित होने का सबसे ज्यादा खतरा है। वर्ष 2014 में भी गोलीबारी में रोशन लाल को अपनी टांग खोनी पड़ी। फिलहाल उसने कच्चा बंकर ही बनाया है परंतु गोलीबारी के दौरान यह भी उसके परिवार को सुरक्षित रखेगा। सिहं ने कहा कि सरकार जो पक्के बंकर बनाने का दावा कर रही है उस पर ध्यान देनी की जरूरत है। सबसे पहले उन लोगों के लिए बंकर बनाए जाएं जिन्हें इनकी सबसे अधिक जरूरत है।


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