Jammu: खाद नहीं मिलने से पिछड़ रही गेहूं की बिजाई
किसानों का कहना है कि पहले मौसम ने उनकी धान की फसल बर्बाद कर दी अब सरकार खाद और बीज नहीं उपलब्ध करवा रही है। सरपंच चौधरी रूपचंद ने कहा कि अब तक सरकार ने जिन किसानों की धान की फसल बर्बाद हुई थी उनको मुआवजा भी नहीं दिया है।
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : जिला सांबा के विजयपुर, रामगढ़, बाड़ी ब्राह्मणा, नंदपुर समेत अन्य ग्रामीण इलाकों में यूरिया व डीएपी खाद की कमी से गेहूं की बिजाई पिछड़ रही है। इससे किसान परेशान हैं। हाल ही में डीएपी व यूरिया खाद का कुछ स्टाक सांबा के कुछ वितरण केंद्रों पर आया था, जो कुछ ही मिनट में खत्म हो गया। ज्यादातर किसानों को अब तक खाद नहीं मिल पाई है।
किसानों का कहना है कि पहले मौसम ने उनकी धान की फसल बर्बाद कर दी अब सरकार समय पर खाद और बीज नहीं उपलब्ध करवा रही है, इससे गेहूं की बिजाई भी पिछड़ सकती है। सरपंच चौधरी रूपचंद, तीर्थराम भगत, जगदीश भट्टी, कालीदास, कुलदीप राज, न¨रद्र शर्मा, सुरेश कुमार, बिल्लू चौधरी आदि ने कहा कि अब तक सरकार ने जिन किसानों की धान की फसल बर्बाद हुई थी, उनको मुआवजा भी नहीं दिया है। ऐसे में वे किसी तरह उधार लेकर गेहूं बोने की तैयारी कर रहे हैं। खाद की कमी से गेहूं की अगेती फसल को वे समय से नहीं बो पाएंगे। किसानों को नहीं मिल रहा 2967 वेरायटी का गेहूं का बीज किसानों को गेहूं के 2967 वेरायटी का बीज भी नहीं मिल रहा है। इससे भी वे परेशान हैं। विजयपुर में इस बीज की कमी से किसान दरबदर हो रहे हैं। कुछ समय परहले कृषि विभाग के कार्यालय में बीज का कोटा उपलब्ध था, लेकिन वह अब खत्म हो गया है। बीज की किल्लत से किसानों को काफी परेशानी हो रही है। किसान नरेश कुमार, गिरधारी लाल, विजय कुमार, राकेश ¨सह, बलवंत ¨सह, नाहर ¨सह, कृष्णचंद, नजीर अहमद, सादिक अली आदि ने सरकार से गेहूं की 2967 वेरायटी का बीज भी जल्द उपलब्ध करवाने की मांग की है।
गेहूं के 2967 वेराइटी के बीज, डीएपी व यूरिया खाद की कमी को पूरा करवाने का प्रयास किया जा रहा है। अब तक खाद व बीज का जितना स्टाक आया वह किसानों को दे दिया गया है। जल्द अगला स्टाक भी आएगा। किसानों को समय से बीज व खाद उपलब्ध करवाया जाएगा। जब तक हमारे पास खेप नहीं पहुंचती है, किसानों को वह कैसे मिलेगा। -अजीत ¨सह, कृषि अधिकारी, रामगढ़