जम्मू कश्मीर में पांच अगस्त से मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद होने का पड़ा असर, बंद होने लगे वाट्सएप अकांउट
उप राज्यपाल जीसी मुर्मू ने हालांकि यह आश्वासन दिया है कि मोबाइल इंटरनेट चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जाएगा लेकिन यह कब शुरू होगा इसके बारे में अभी भी स्थिति स्पष्ट नहीं है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। पिछले चार महीनों से जम्मू कश्मीर में बंद इंटरनेट सेवा का असर अब सोशल मीडिया अकाउंट पर भी पड़ने लगा है। मोबाइल इंटरनेट बंद होने से जम्मू कश्मीर में लाखों वाट्सएप अकाउंट बंद होना शुरू हो गए हैं। वाट्सएप ग्रुपों से भी कश्मीर के रहने वाले लोगों के नंबर खुद ही गायब होना शुरू हो गए हैं।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में लाखों लोग वाट्सएप का इस्तेमाल करते हैं। सोशल मीडिया में जानकारियों को साझा करने के लिए इसे सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है। पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन के बाद से ही इंटरनेट सेवाएं बंद हैं। कश्मीर में चुनिंदा संगठनों को ही ब्रांडबैंड की सुविधा दी गई है। अन्य सभी के मोबाइल इंटरनेट और ब्राडबैंड बंद हैं। जम्मू संभाग में भी यही स्थिति है। यहां पर ब्राडबैंड तो चल रहा है, लेकिन मोबाइल इंटरनेट की सुविधा बंद है। इंटरनेट बंद हुए शुक्रवार को 121 दिन हो गए हैं। वाट्सएप अगर 120 दिनों तक बंद रहे तो इसका अकाउंट खुद ही बंद हो जाता है। इस कारण पिछले चौबीस घंटों में लाखों लोगों के वाट्सएप अकाउंट बंद होना शुरू हो गए हैं। लोगों को यह आशंका है कि उनका जो डाटा था, वह भी अकाउंट बंद होने से चला जाएगा।
24 घंटे में 15 लाख से अधिक वाट्सएप अकाउंट बंद
हालांकि, कश्मीर में रहने वाले लोगों के अभी तक कितने वाट्सएप अकाउंट बंद हुए हैं, इसके बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। कहा जा रहा है कि चौबीस घंटों में ही 15 लाख के करीब वाट्सएप अकाउंट बंद हो गए हैं। दिल्ली में रह रहे श्रीनगर के हामिद ने अपने ट्वीटर पर लिखा है कि उसके वाट्सएप ग्रुप में से कश्मीर के सभी दोस्तों के नंबर खुद ही गायब हो गए।
मोबाइल इंटरनेट सेवा शुरू होने पर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं
उप राज्यपाल जीसी मुर्मू ने हालांकि यह आश्वासन दिया है कि मोबाइल इंटरनेट चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जाएगा, लेकिन यह कब शुरू होगा, इसके बारे में अभी भी स्थिति स्पष्ट नहीं है। लोग बेसब्री के साथ मोबाइल इंटरनेट शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। जम्मू के रिहाड़ी चुंगी के रहने वाले प्रदीप गुप्ता ने बताया कि मोबाइल इंटरनेट बंद होने के बाद से उसने वाट्सएप नहीं चलाया। आज उसके एक दोस्त ने फोन पर बताया कि वाट्सएप ग्रुप से उसका नंबर चला गया है।
इंटरनेट के लिए कतारों में खड़े होकर इंतजार
श्रीनगर के टूरिस्ट रिसेप्शन सेंटर में प्रशासन ने इंटरनेट सुविधा उपलब्ध करवाई है, लेकिन यहां पर इसका इस्तेमाल करने के लिए लोग विशेषकर युवा कतारों में खड़े होते हैं। ये युवा विभिन्न परीक्षाओं के लिए आनलाइन आवेदन भरने के लिए कतारों में खड़े हो रहे हैं। इन दिनों नेशनल एलीजिबिलिटी टेस्ट (नेट) के लिए विद्यार्थी फार्म भर रहे हैं। इसमें आनलाइन आवेदन की अंतिम तारीख 31 दिसंबर है। इस परीक्षा में करीब एक लाख विद्यार्थी बैठते हैं। उनका कहना है कि उन्हें आवेदन के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। छात्रा खानम खान का कहना है कि कई बार तीन से चार घंटे प्रतीक्षा करने के बाद भी उनका नंबर नहीं आता। विद्यार्थी प्रशासन से अलग से उनके लिए इंटरनेट सुविधा शुरू करने की मांग कर रहे हैं।