अमरनाथ यात्रियों के लिए जम्मू शहर में लगाए जाएंगे प्याऊ
बाबा बर्फानी के दर्शनों को आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जम्मू नगरनिगम इस बार शहर भर में प्याऊ लगाने जा रहा है। तीस जून को शुरू होने वाली इस वार्षिक यात्रा के लिए देश के वि
जम्मू, जागरण संवाददाता । बाबा बर्फानी के दर्शनों को आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जम्मू नगरनिगम इस बार शहर भर में प्याऊ लगाने जा रहा है। तीस जून को शुरू होने वाली इस वार्षिक यात्रा के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालुओं, विशेषकर साधु-संतों के जम्मू पहुंचने का सिलसिला एक सप्ताह पहले ही शुरू हो जाता है। ऐसे में गर्मी के इस मौसम में श्रद्धालुओं की प्यास बुझाने के लिए नगरनिगम ने प्याऊ लगाने का फैसला लिया है ताकि प्रशासन पर अधिक खर्च का बोझ भी न पड़े और श्रद्धालुओं के साथ आम लोगों की प्यास भी बुझ सके।
इसके लिए नगरनिगम ने शहर के विभिन्न हिस्सों में छोटे-छोटे शेड बनाकर मिट्टी के घड़ों में पानी रखने का फैसला लिया है। बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालु भगवती नगर स्थित यात्री निवास में ठहरते है और साधु-संतों के ठहरने की व्यवस्था परेड के गीता भवन व पुरानी मंडी के राम मंदिर में की जाती है। करंट यात्रा पंजीकरण की व्यवस्था शालामार स्थित महाजन भवन व रेलवे स्टेशन स्थित वैष्णवी व सरस्वती धाम में रहती है। इन स्थानों पर तो वाटर कूलर लगे है लेकिन बाहर पीने के पानी की कोई उचित व्यवस्था नहीं रहती। जम्मू रेलवे स्टेशन पर करंट पंजीकरण के लिए श्रद्धालुओं को घंटों कतार में खड़े रहकर इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में नगरनिगम ने पंजीकरण केन्द्रों के आसपास व अन्य क्षेत्रों में प्याऊ लगाने का फैसला किया है।
डिप्टी मेयर पूर्णिमा शर्मा ने निगम के चीफ ट्रांसपोर्ट आफिसर को प्रबंध करने का निर्देश दिया
नगरनिगम की डिप्टी मेयर पूर्णिमा शर्मा ने निगम के चीफ ट्रांसपोर्ट आफिसर तलत महमूद को इसके लिए प्रबंध करने का निर्देश दिया है। शर्मा ने स्टील के फ्रेम बनाकर उनमें घड़े रखने का निर्देश दिया और इनमें हर वक्त पानी उपलब्ध रहे, इसके प्रबंध सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। घड़े के पानी की खास बात यह है कि अगर इसे छाव में रखा जाए तो जितनी भी गर्मी क्यों न हो, इसका पानी ठंडा ही रहता है। इसके अलावा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में स्वच्छ भारत का संदेश देते स्लोगन लिखे डस्टबिन लगाने का भी निर्देश दिया गया है।
लंगर के ट्रकों को प्रवेश की 21 जून से पहले अनुमति न मिलने के मुद्दे पर रणनीति बनाएगा संगठन
बाबा अमरनाथ यात्रा के दौरान यात्रा के दोनों मार्गों पर शिविरों और पवित्र गुफा पर लंगर लगाने वाले संगठन श्री अमरनाथ बर्फानी लंगर आर्गेनाइजेशन की जनरल बाडी की बैठक रविवार को चंडीगढ़ में हुई जिसमें 21 जून से पहले लंगरों के राशन व अन्य सामग्री के ट्रकाें को कश्मीर में प्रवेश करने की अनुमति न देने के फैसले पर विचार विमर्श किया गया। बैठक की अध्यक्षता विजय ठाकुर ने की। बैठक में सदस्यों ने कहा कि बोर्ड ने 21 जून को जम्मू कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर से प्रवेश करने की इजाजत तो दे दी है लेकिन जवाहर टनल को क्रास करने की अनुमति 21 जून को ही मिलेगी। इस दौरान लंगर का राशन व अन्य सामग्री को यात्रा मार्गों और पवित्र गुफा तक ले जाने में परेशानी पेश आएगी।
बाबा अमरनाथ की यात्रा एक जुलाई से शुरु हो रही है। ऐसे में यात्रा मार्गों के विभिन्न शिविरों तक राशन व अन्य सामग्री को ले जाने के लिए पर्याप्त समय चाहिए। इस संंबंध में बोर्ड को लंगर आर्गेनाइजेशन ने पत्र भी लिखा था लेकिन कोई समाधान नहीं निकला है। बोर्ड सुरक्षा प्रबंधों का हवाला दे रहा है। बैठक में मुद्दे पर विचार विमर्श करने के बाद प्रधान को अधिकृत कर दिया गया कि वे काेर कमेटी के साथ बैठक कर फैसला लें। संगठन के महासचिव राजन गुप्ता ने कहा कि प्रधान कोर कमेटी के साथ सलाह मशवरा करके इसका खुलासा साेमवार को करेंगे। सूत्र बताते है कि संगठन एक बार फिर से श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड से आग्रह करेगा कि उन्हें 21 जून से पहले चार पांच दिन का समय दिया जाएं।
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