मतदाताओं ने लोकतंत्र के यज्ञ में डाली मतों की आहुतियां
राज्य में 13 वर्षो बाद चार चरणों में हो रहे निकाय चुनाव के अब दो ही चरण बचे हैं।तीसरे चरण के लिए मतदान 13 व चौथा व अंतिम चरण 16 अक्टूबर को होगा।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। आतंकी धमकियों और अलगाववादियों के बहिष्कार के एलान के बीच राज्य में निकाय चुनाव का दूसरा चरण बुधवार को छिटपुट पथराव की घटनाओं के बीच 31.3 प्रतिशत मतदान के साथ संपन्न हो गया। पहले चरण की तरह दूसरे चरण में भी जम्मू संभाग में मतदाताओं ने खासा उत्साह दिखाया और 78.6 प्रतिशत वोटिंग हुई।
वहीं, कश्मीर संभाग में 3.4 प्रतिशत मतदाता ही वोट डालने के लिए घरों से निकले। जम्मू संभाग में सबसे अधिक 84.4 प्रतिशत मतदान रियासी जिले व कश्मीर संभाग में सबसे ज्यादा 35.6 फीसद बांडीपोर जिले में हुआ। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शालीन काबरा ने बताया कि पहले और दूसरे चरण का जम्मू संभाग में कुल मतदान प्रतिशत 47.2 प्रतिशत और कश्मीर संभाग का 8.3 प्रतिशत रहा।राज्य में 13 वर्षो बाद चार चरणों में हो रहे निकाय चुनाव के अब दो ही चरण बचे हैं।
तीसरे चरण के लिए मतदान 13 अक्टूबर व चौथा व अंतिम चरण 16 अक्टूबर को होगा। पहला चरण आठ अक्टूबर को संपन्न हुआ था और मतदान 56.7 प्रतिशत रहा था। परिणाम 20 अक्टूबर को आएंगे।इस बीच, शरारती तत्वों ने श्रीनगर और उसके साथ सटे इलाकों में तीन मतदान केंद्रों पर पथराव किया।
दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में शरारती तत्वों ने एक मतदाता को वोट डालने पर पीटा। श्रीनगर में खुशीपोरा और मलूरा में एक घंटे ईवीएम मशीनों की खराबी के चलते मतदान रुका रहा। अनंतनाग में भी ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों के चलते दो घंटे मतदान रुका।
जम्मू के रामबन में मतदान के दौरान ही भाजपा उम्मीदवार आजाद की हृदयाघात से मौत हो गई, जिससे मतदान रोकना पड़ा।दूसरे चरण के तहत बुधवार को कश्मीर संभाग में लंगेट, सुंबल, कुंजर वत्रगाम, चरार-ए-शरीफ, बीरवाह, मागाम, यारीपोरा, फ्रिसल, अनंतनाग और बिजबिहाड़ा नगर निकायों के अलावा श्रीनगर नगर निगम के 20 वार्डों में मतदान हुआ।
इसी तरह जम्मू संभाग में किश्तवाड़, डोडा, भद्रवाह, ठाठरी, रामबन, बनिहाल, बटोत, ऊधमपुर, रामनगर, चिनैनी, रियासी, कटड़ा, कठुआ, नगरी परोल, हीरानगर, लखनपुर, बिलावर, बसोहली में वोट डाले गए।मतदान में आतंकी और अलगाववादी किसी तरह का व्यवधान न डाल सकें, यही सोचकर वोटिंग सुबह छह बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में शुरू की गई।
कश्मीर में पहले एक घंटे के दौरान 49 मतदान केंद्रों में मात्र 20 वोट पड़े, जबकि जम्मू संभाग में सात बजे तक मतदान ने पूरी तरह जोर पकड़ लिया था। वादी में सिर्फ सुंबल ही एक ऐसा क्षेत्र रहा, जहां मतदान संपन्न होने तक मतदाताओं की कतार लगी रही, लेकिन अन्य जगहों पर आतंकियों की धमकियों और नेशनल कांफ्रेंस व पीडीपी के साथ माकपा की चुनाव प्रक्रिया से दूरी का असर मतदान पर नजर आया। अधिकांश मतदान केंद्रों में किसी भी समय मतदाताओं की संख्या दहाई के आंकड़े से ज्यादा नजर नहीं आई।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शालीन काबरा ने बताया कि दूसरे चरण के तहत 263 वार्डो में हुए मतदान के साथ ही 1029 उम्मीदवारों का भविष्य ईवीएम में बंद हो गया। जम्मू संभाग में दूसरे चरण में 881 और कश्मीर में 148 उम्मीदवार मैदान में थे। इसी तरह जम्मू संभाग में 214 व कश्मीर संभाग के 49 वार्ड थे।
कश्मीर संभाग में 270 और जम्मू संभाग में 274 मतदान केंद्र बनाए गए थे। हालांकि उन्होंने मतदान के शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होने का दावा किया, लेकिन चुनाव बहिष्कार समर्थक तत्वों की भीड़ ने मिडिल स्कूल गुजरबल छत्ताबल (वार्ड 35) में बने मतदान केंद्र और हायर सेकेंडरी स्कूल मुजगंड में मतदान केंद्रों पर पथराव किया। सुरक्षाकर्मियों ने त्वरित कार्रवाई कर उन्हें वहां से खदेड़ दिया। लावेपोरा में गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में बने मतदान केंद्र पर भी शरारती तत्वों ने पथराव किया।