Vijay Mashaal in J&K: दोमाना मिलिट्री स्टेशन पहुंची विजय मशाल, शहीद वीर चक्र विजेता लांस नायक मोहन लाल को दी श्रद्धांजलि
विजय मशाल जम्मू शहर के दोमाना मिलिट्री स्टेशन मुख्यालय लाले दा बाग पहुंची। सतवारी टाइगर डिवीजन से विजय मशाल को दोमाना ले जाते समय घौ मन्हासा के बोरी द्रैंक गांव में वर्ष 1971 युद्ध के वीर चक्र विजेता लांस नायक मोहन लाल को उनके स्मारक पर जाकर श्रद्धांजलि दी गई।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। वर्ष 1971 के स्वर्णिम विजय वर्ष पर जम्मू कश्मीर आई स्वर्णिम विजय मशाल बुधवार को जम्मू शहर के दोमाना मिलिट्री स्टेशन मुख्यालय लाले दा बाग पहुंची। जम्मू की सतवारी टाइगर डिवीजन से विजय मशाल को दोमाना ले जाते समय घौ मन्हासा के बोरी द्रैंक गांव में वर्ष 1971 युद्ध के वीर चक्र विजेता लांस नायक मोहन लाल को उनके स्मारक पर जाकर श्रद्धांजलि दी गई।
वीर चक्र विजेता लांस नायक मोहन लाल ने दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देते हुए शहादत पाई थी
लांस नायक मोहन लाल ने 7 दिसंबर को दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देते हुए शहादत पाई थी। इस दौरान दोमाना ब्रिगेड के अधिकारियों के साथ शहीद के परिजन भी मौजूद थे। सेना के अधिकारियों ने शहीद के परिजनों को भी सम्मानित किया।इसी बीच विजय मशाल के रैली के रूप में लाले दा बाग मिलिट्री स्टेशन पहुंचने पर उसका स्वागत दोमाना ब्रिगेड के ब्रिगेड कमांडर व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने किया। अब अगले कुछ दिन शहर के बाहरी दोमाना क्षेत्र में विजय मशाल के सम्मान में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
इस दौरान युद्ध में हिस्सा लेने वाले पूर्व सैनिकों के साथ वीरनारियो के सम्मान भी कार्यक्रम होंगे। वहीं विजय मशाल के सम्मान में कार्यक्रम के तहत दोमाना ब्रिगेड के बाद अब इसे सेना की 16 कोर की अखनूर स्थित क्रासर्ड डिवीजन में ले जाया जाएगा। अखनूर में कार्यक्रमों के बाद विजय मशाल जम्मू संभाग के सीमांत जिलों राजौरी व पुंछ जाएगी। जिलों में 1971 के युद्ध के नायकों के साथ वीरनारियों को सम्मानित किया जाएगा।स्वर्णिम विजय वर्ष में विजय मशाल 3 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर से प्रदेश में पहुंची थी। इसके बाद से लगातार कार्यक्रमों का आयोजन कर इस युद्ध में बहादुरी का परिचय देने वाले वीरों को याद किया जा रहा है। विजय मशाल जम्मू संभाग के बाद कश्मीर व लद्दाख जाएगी।