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जम्मू-कश्मीर: वैष्णो देवी के भक्तों को मिली बड़ी सौगात, अब सिर्फ आठ घंटे में दिल्ली से कटड़ा

वंदे भारत एक्सप्रेस का ट्रायल सफल वैष्णो देवी के भक्तों को मिली बड़ी सौगात। अब दिल्ली से कटड़ा तक आने के लिए 10 से 12 घंटे नहीं बल्कि मात्र आठ घंटे तक ही ट्रेन में बैठना पड़ेेेेगा

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 23 Jul 2019 09:50 AM (IST)Updated: Tue, 23 Jul 2019 09:50 AM (IST)
जम्मू-कश्मीर: वैष्णो देवी के भक्तों को मिली बड़ी सौगात, अब सिर्फ आठ घंटे में दिल्ली से कटड़ा
जम्मू-कश्मीर: वैष्णो देवी के भक्तों को मिली बड़ी सौगात, अब सिर्फ आठ घंटे में दिल्ली से कटड़ा

जम्मू ,दिनेश महाजन। मां वैष्णो देवी के भक्तों को जल्द बड़ी सौगात मिल सकती है। उन्हें अब दिल्ली से कटड़ा तक आने के लिए 10 से 12 घंटे नहीं बल्कि मात्र आठ घंटे तक ही ट्रेन में बैठना पड़ेगा। भारतीय रेलवे की महत्वाकांक्षी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस का सोमवार को दिल्ली-कटड़ा के बीच सफल ट्रायल हुआ। करीब आठ घंटें में वंदे भारत दिल्ली से कटड़ा रेलवे स्टेशन पहुंची।

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यह ट्रेन में दिल्ली से कटड़ा पहुंचने में दस से बारह घंटे का समय लगता है। हालांकि ट्रेन के नियमित तौर पर शुरू होने का अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं है। जानकारी के अनुसार वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह छह बजे दिल्ली से कटड़ा के लिए चली। अंबाला तक ट्रेन की स्पीड 130 किलोमीटर प्रति घंटा रही है। इसके बाद लगातार स्पीड में गिरावट देखने को मिली। अंबाला से लुधियाना तक 130 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी, लुधियाना से जम्मू पहुंचते इसकी स्पीड 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक आ गई। जम्मू रेलवे स्टेशन से 12:50 बजे कटड़ा रेलवे स्टेशन के लिए रवाना हुई और 14:06 बजे कटड़ा रेलवे स्टेशन पहुंची। कटड़ा से वापस रवाना होते हुए भी ट्रेन 75 किलोमीटर से अधिक रफ्तार नहीं पकड़ सकी।

जम्मू से कटड़ा रेल सेक्शन करीब 77 किलोमीटर लंबा है। जम्मू-कटड़ा रेल सेक्शन पर्वतीय क्षेत्र में आता है। चढ़ाई और पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण वंदे भारत की स्पीड जम्मू से कटड़ा के बीच एवरेज 75 किलोमीटर प्रति घंटा रही। आम तौर पर वंदे भारत दो सौ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौडऩे का रिकॉर्ड है। ट्रेन के ट्रायल के दौरान किसी अन्य ट्रेन को क्रासिंग नहीं दी गई। सोमवार को वंदे भारत एक्सप्रेस लुधियाना रुकी और मंगलवार 11 लुधियाना से दिल्ली के लिए रवाना होगी।


इस मौके पर डीटीएम जम्मू चेतन तनेजा, स्टेशन सुपरिटेंडेंट कटड़ा जुगल किशोर शर्मा, एसएसपी जीआरपी रंजीत सिंह सब्याल सहित अन्य रेलवे अधिकारी मौजूद थे।

हर स्टेशन पर मात्र दो मिनट तक रुकी वंदे भारत

सुबह छह बजे दिल्ली से चली ट्रेन 08:10 बजे अंबाला रेलवे स्टेशन में पहुंची। मात्र दो मिनट रुकने के बाद लुधियाना रवाना हुआ। लुधियाना में 09:19 बजे पहुंची और फिर दो मिनट तक ठहरने के बाद 09:21 बजे रवाना हुई। जम्मू रेलवे स्टेशन पर ट्रेन 12:48 बजे पहुंची और दो मिनट पर रुकने के बाद 12:50 पर कटड़ा रवाना हुई और 14:06 बजे कटड़ा रेलवे स्टेशन पहुंची। करीब एक घंटे तक कटड़ा में ठहरने के बाद दोपहर 15:00 बजे वापस दिल्ली के लिए रवाना हुई।

सप्ताह में पांच दिन चलेगी

रेलवे अधिकारियों की मानें तो वंदे एक्सप्रेस सप्ताह में पांच दिनों तक दिल्ली से माता वैष्णो देवी कटड़ा के बीच चल सकती है। वहीं सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार वंदे भारत ट्रेन में दिल्ली से कटड़ा के बीच का किराया तीन हजार के करीब होगा। इसलिए इसमें सफर करने वाले यात्रियों को अपनी जेब भी ढीली करनी पड़ेगी। बताया जा रहा है कि यह ट्रेन आठ घंटे में अपने गंतव्य पर पहुंचेगी इसलिए किराया भी ज्यादा होगा।

माता वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं को मिलेगा लाभ

वंदे भारत एक्सप्रेस का सबसे अधिक लाभ माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को होगा। सौलह एसी चेयर कोच वाली इस ट्रेन में स्लीपर की व्यवस्था नहीं है। हालांकि ट्रेन में लगी सीटें मूवएबल हैं। इसके अलावा हर सीट के साथ चार्जर प्वाइंट है। इसके शौचालय भी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हैं।

सीसीटीवी से लैस है वंदे भारत

वंदे भारत एक्सप्रेस में पूरी तरह से सीसीटीवी की निगरानी में है। इससे जहां रेलवे कर्मचारियों की गतिविधियों पर नजर रहेगी वहीं ट्रेन में होने वाले अपराध पर भी नियंत्रण लग पाएगा। सीसीटीवी कैमरे रेलवे मुख्यालय से नियंत्रित होंगे। बोगियों के अलावा गार्ड और चालक के कैबीन में भी छह से आठ सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इससे ट्रेन की संचालन की हर प्रक्रिया पर भी नजर रहेगी।

जम्मू डीटीएम चेतन तनेजा नेे कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस रेलगाड़ी का दिल्ली-कटड़ा के बीच ट्रायल रन लगभग सफल रहा, परंतु वापसी में गाड़ी के दिल्ली पहुंचने के बाद विभिन्न पहुलओं पर चर्चा के बाद ही संचालन के संबंध में रेलवे प्रशासन द्वारा निर्णय लिया जाएगा। ट्रेन में दिव्यांगों के लिए अलग से कोच रखने के प्रावधान है। सीटें आधुनिक सुविधांओं से लैस है। रेलवे का प्रयास है कि यात्रियों को वाईफाई सहित अन्य आधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाई जाएं। 


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