वैष्णो देवी की प्राचीन गुफा में लाइव दिव्य आरती के दर्शन हुए महंगे
मां वैष्णो देवी की प्राचीन गुफा के प्रांगण में सुबह-शाम होने वाली दिव्य आरती में शामिल होने के लिए अब श्रद्धालुओं को दोगुना राशि खर्च करनी पड़ेगी।
कटड़ा, राकेश शर्मा। मां वैष्णो देवी की प्राचीन गुफा के प्रांगण में सुबह-शाम होने वाली दिव्य आरती में शामिल होने के लिए अब श्रद्धालुओं को दोगुना राशि खर्च करनी पड़ेगी। पहले अटका आरती में शामिल होने के लिए प्रति श्रद्धालु एक हजार रुपये अदा करते थे, लेकिन अब एक अप्रैल से दो हजार रुपये प्रति श्रद्धालु देना पड़ेगा। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने इसकी घोषणा कर दी है। यह फैसला हाल ही में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की 64वीं बैठक में लिया गया।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने एक अप्रैल से बड़े हुए रेट लागू कर दिए हैं। मां वैष्णो देवी के प्राचीन गुफा के प्रांगण में रोजाना सुबह शाम होने वाले दिव्य आरती श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है। इस आरती को श्रद्धा चैनल द्वारा रोजाना विश्व भर में प्रसारित किया जाता है। अटका आरती में 300 श्रद्धालु होते हैं शामिल मां वैष्णो देवी की प्राचीन गुफा के प्रांगण को अटका स्थान कहा जाता है, जहां रोजाना सुबह-शाम मां वैष्णो देवी की दिव्य आरती होती है। इस पवित्र स्थान पर केवल 300 श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था है।
श्राइन बोर्ड 200 श्रद्धालुओं से शुल्क लेकर उन्हें बैठने की अनुमति देता है, जबकि एक सौ श्रद्धालुओं को नि:शुल्क बिठाया जाता है जो मां वैष्णो देवी की आरती का आनंद लेते हैं। इस पवित्र स्थान पर वो जो नि:शुल्क श्रद्धालु होते हैं, जो मां वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए कतारों में लगे होते हैं। इस अटका आरती में बैठने वाले इच्छुक श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए श्राइन बोर्ड ने 80 फीसद ऑनलाइन बुकिंग का प्रावधान रखा है। वहीं, 20 फीसद करंट बुकिंग का प्रावधान है ताकि श्रद्धालु सुविधानुसार इस दिव्य आरती में शामिल हो सकें।
पवित्र पिंडियों के दिव्य आरती भी हुई महंगी मां वैष्णो देवी की पवित्र पिंडियों समक्ष सुबह शाम होने वाली दिव्य आरती के दाम भी श्राइन बोर्ड ने बढ़ा दिए हैं। एसएसबी यानी श्रद्धा सुमन विशेष पूजन के नाम से जानी जाती इस दिव्य आरती में शामिल होने वाले दामों में भी बढ़ोतरी कर दी गई है।
पहले जहां श्राइन बोर्ड एक श्रद्धालु से 16000 शुल्क लेता था, अब उसे 26000 अदा करना पडे़गा। वहीं, दो श्रद्धालुओं के लिए पहले 31000 शुल्क था, अब 48000 रुपये देना होगा। इसी तरह पांच श्रद्धालुओं के लिए पहले 75000 शुल्क था, जिसे अब श्राइन बोर्ड ने 1,21,000 रुपये निर्धारित कर दिए हैं।
नवरात्रों के साथ ही पूरे साल होने वाले प्रमुख त्योहारों पर प्रति श्रद्धालु 35000 रुपये अदा करने पड़ेंगे। इन त्योहारों में लोहड़ी, बैसाखी, गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, दीपावली, गणेश चतुर्थी व नवरात्रि शामिल हैं। मां वैष्णो देवी की पवित्र पिंडियों के समक्ष सुबह शाम होने वाली दिव्य आरती में एक ही समय मात्र 10 श्रद्धालु शामिल हो सकते हैं।
ऐसा स्थान की कमी होना प्रमुख कारण है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए श्राइन बोर्ड द्वारा 50 फीसद यानी पांच श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन बुकिंग का प्रावधान रखा है। वहीं, पांच श्रद्धालुओं के लिए करंट बुकिंग का प्रावधान रखा है। 13 वर्ष बाद बढ़ाए गए हैं दाम पिछले वर्षो में मां वैष्णो देवी की दिव्य आरती में शामिल होने के लिए कोई शुल्क नहीं था। श्रद्धालु निशुल्क आरती में शामिल होते थे। वर्ष 2006 में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा शुल्क का प्रावधान रखा गया तब से श्रद्धालु शुल्क अदा कर मां वैष्णो देवी की आरती में शामिल होते हैं। अब श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने 13 वर्ष बाद शुल्क में वृद्धि कर दी है, जिसका असर श्रद्धालुओं की जेब पर पड़ेगा।
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड सीईओ सिमरनदीप ने कहा कि मां वैष्णो देवी की दिव्य आरती को लेकर जब से शुल्क तय किए गए हैं, उसके बाद पहली बार शुल्क में वृद्धि की गई है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया है और बढ़ा हुआ शुल्क एक अप्रैल से लागू कर दिया गया है। शुल्क में मिलने वाली राशि श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर खर्च की जाएगी।