जम्मू-कश्मीर में पर्यटन की संभावनाएं तलाशने आएंगे केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल Jammu News
सरकार ने हाल ही में ई-वीजा शुरू करने के साथ देश की 137 चोटियों को पर्यटकों के लिए खोल दिया है। इसमें से 15 चोटियां जम्मू-कश्मीर व लद्दाख में है।
जम्मू, जागरण संवाददाता। जम्मू-कश्मीर में बदलते हालात के बीच पर्यटन संभावनाएं तलाशने के लिए केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद पटेल सितंबर के पहले सप्ताह में जम्मू-कश्मीर दौरा करेंगे। पहली नवंबर से दो केंद्र शासित प्रदेशों में बदल रहे जम्मू-कश्मीर के लिए पर्यटन योजना को पटेल इस दौरे के दौरान अंतिम रूप देंगे। इसमें केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर व लद्दाख के लिए अलग-अलग योजना होगी। इन योजनाओं की रूपरेखा तय करने के लिए पर्यटन मंत्रालय के दो अधिकारी पहले से यहां पहुंच चुके है। एडवांस टीम के रूप में कार्य कर रहे यह दोनों अधिकारी पटेल को पर्यटन संभावनाओं की विस्तृत रिपोर्ट पेश करेंगे।
पटेल ने नई दिल्ली में दिए गए साक्षात्कार में कहा कि अगर वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस दौरे पर उनके साथ नहीं गए तो सितंबर के पहले सप्ताह टीम लेकर जम्मू-कश्मीर जाएंगे। पटेल ने कहा कि वह पहले लेह जाएंगे और फिर जम्मू-कश्मीर। इस दौरान चिन्हित पर्यटन स्थलों का दौरा करने के साथ वहां पर ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए संभावित कदमों की समीक्षा भी करेंगे। पटेल ने कहा कि टूरिस्ट गाइड को कौशल प्रशिक्षण देना सबसे अहम है और राज्य के युवाओं को विभिन्न भाषाओं में परिपूर्ण करने की जरूरत है। विभाग अगले दो महीनों में इस कार्य को पूरा कर लेगा।
देश की 137 चोटियां पर्यटकों के लिए खोली, इनमें 15 चोटियां जम्मू-कश्मीर व लद्दाख की
पटेल ने कहा कि सरकार ने हाल ही में ई-वीजा शुरू करने के साथ देश की 137 चोटियों को पर्यटकों के लिए खोल दिया है। इसमें से 15 चोटियां जम्मू-कश्मीर व लद्दाख में है जहां विदेशी पर्यटकों के पहुंचने की काफी संभावनाएं है। जिन क्षेत्रों में होटलों की कमी है, वहां पर सरकार लोगों को अपने घर पर्यटकों के लिए खोलने की प्रेरणा देगी, उन्हें बुनियादी प्रशिक्षण देगी। इसके अलावा इन दो केंद्र शासित प्रदेशों में चुनौतीपूर्ण खेलों को व्यापक स्तर पर प्रोत्साहित करना सरकार की मंशा है। लद्दाख के लिए सरकार बौद्ध देशों से पर्यटकों को आकर्षित करेगी तो वहीं किश्तवाड़ जैसे क्षेत्रों में सुफी परंपरा को प्रोत्साहित करने की योजना है। पटेल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को लेकर लोगों की राय बदलने की जरूरत है और सबको यह बताने की जरूरत है कि जम्मू-कश्मीर पहले की तरह ही सुरक्षित है जहां बेखौफ घूमने आ सकते है।