Union Minister Naqvi in Srinagar: जम्मू-कश्मीर को लूटने वालों को वापस करना होगा एक-एक पैसा: नकवी
पिछले 70 वर्षों से जो धन जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए आ रहा था वह इन राजवंश नेताओं ने लूट लिया है। अगर उस फंड्स का केवल आधा भी यहां के विकास के लिए उपयोग किया जाता तो जम्मू-कश्मीर की सड़कें सोने-चांदी से बनी होती।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का कहना है कि जिन लोगों ने जम्मू-कश्मीर को कई सालों से लूटा है, उन्हें एक-एक पैसा वापस करना पड़ेगा। पिछले 70 वर्षों से जो धन जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए आ रहा था, वह इन राजवंश नेताओं ने लूट लिया है। अगर उस फंड्स का केवल आधा भी यहां के विकास के लिए उपयोग किया जाता तो जम्मू-कश्मीर की सड़कें सोने-चांदी से बनी होती, लेकिन इन नेताओं ने दुनिया के हर नुक्कड़ में खुद के लिए बंगले बनाए।
कश्मीर के बलहामा में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नकवी ने कहा कि जिला विकास परिषद के चुनाव करवाने का मकसद लोगों की भागीदारी को सुनिश्चित बनाना है। उन्होंने कहा कि जब चुनावों का बहिष्कार करने की घोषणा करने वाले कश्मीर के राजनीतिक दलों को लगा कि लोग इन चुनावों में बढ़-चढ़कर भाग लेने जा रहे हैं, ये भी चुनावों में भाग लेने आगे आ गए।
उन्होंने कहा कि लोगों को गुमराह करने और अपने वंशवादी एजेंडे को लागू करने के लिए भी पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन का गठन हुआ है। लेकिन ये चुनाव इस एलायंस के लिए अंतिम साबित होंगे। उन्होंने कहा कि आखिर कब तक यह वंशवादी राजनीति चलेगी। यह खानदानी गरूर और पानदानी सरूर ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल और नेता राजनीतिक व लोकतांत्रिक प्रक्रिया में बाधा पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने के बाद चुनावों की जरूरत नहीं थी लेकिन सरकार ने ये चुनाव करवाने का फैसला किया। इसका मकसद यही था कि राजनीतिक प्रक्रिया में जम्मू-कश्मीर के लोग बढ़-चढ़कर भाग लें। वे उसी तरह से जम्मू-कश्मीर के मामलों में भाग लें जिस तरह से फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती करते थे।
नकवी ने कहा कि जब राजनीतिक प्रक्रिया में लोगों की भागीदारी होगी, तब विकास, खुशहाली और प्रगति का मार्ग भी खुलेगा।