Mukhtar Abbas Naqvi in Srinagar: नकवी ने लाल चौक में लोगों के बीच पहुंच कहा-शांति और विकास का दौर शुरु हो चुका है
नकवी ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर में विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ सकारात्मक प्रक्रिया को बढ़ावा दे रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में एक बेहतर माहौल स्थापित करने के लिए काम हो रहा है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। समय: सुबह के 11.30 बजे; स्थान: लालचौक से सटा किताब घर, माैलाना आजाद मार्ग श्रीनगर
सड़क पर वाहनों की आवाजाही सामान्य रुप से जारी है। सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के जवान अन्य दिनों की भांति सड़क पर एक दूसरे से करीब 15 से 20 मीटर की दूरी पर खड़े हैं। सड़क के दूसरी तरफ चाय-पकौड़े की दुकानें खुली हैं। वहां सुबह सुबह घर से बिना खाए काम पर निकले लोग नाश्ता कर रह हैं। अचानक सायरन बजा, पुलिस की गहमा-गहमी शुरु हो गई। एक बुलेटप्रूफ काली एक्सयूवी और सुरक्षाबलों के एस्कार्ट वाहन अचानक रूके। काली गाड़ी का दरवाजा खुला और कराकुली टोपी और ओवरकोट पहने एक व्यक्ति बाहर निकला। उसे देखकर सब हैरान रह गए। एक ने कहा यह तो मुख्तार अब्बास नकवी है। यह यहां कैसे? इतने में दूसरे ने जवाब दिया कि आजकल यहां मंत्री आ रहे हैं, अमन और खुशहाली का पैगाम लेकर। यह उसी सिलसिले में यहां आएं हैं। एक ने कहा कि नहीं यह तो यहां लालचौक घूमने आया है।
बीते एक साल के दौरान कश्मीर की सियासत और पहचान का पर्याय कहे जाने वाले लालचौक मे आज सुबह पहली बार कोई केंद्रीय मंत्री बिना किसी बड़े सुरक्षा तामझाम से पहुंचा था। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी अौर उनके सुरक्षा दस्ते को वहां आम लोगों में हो रही बातचीत से कोई सरोकार नहीं था। नकवी और उनके साथ मौजूद पूर्व एमएलसी सोफी युसूफ व कुछ सुरक्षाकर्मी सड़क के साथ सटी मदीना मार्केट में दाखिल हो गए। मदीना मार्किट एक हिस्सा मौलाना आजाद रोड पर है तो दूसरा सेंट्रल मार्किट को लालचौक से जोड़ने वाली सड़क पर है। इसका दूसरा गेट मिशनरी स्कूल के सामने खुलता है। मदीना मार्किट लालचौक मेें ही है। सेंट्रल मार्केट अौर घंटाघर के बीच एसआरटीसी के पुराने यार्ड में हॉकरों के लिए बनायी गई मार्केट मदीना मार्केट में दुकानें सज रही थी, कुछ खरीददार भी जमा हो चुके थे।
मंत्री को अपने बीच में पाकर सभी हैरान रह गए। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने जब वहां अपना सामान सजा रहे युसुफ के कंधे पर हाथ रखते हुए पूछा कि कहो कैसा चल रहा है। युसुफ तो पहले घबरा गया, फिर खुद को संभालते हुए उसने कहा अब धंधा चलने लगा है। नकवी ने स्थानीय दुकानदारों से बातचीत की, वहां मौजूद कुछ खरीददारों ने भी उनसे सवाल किए। नकवी ने सभी को यकीन दिलाते हुए कहा कि शांति और विकास का दौर शुरु हो चुका है। यकीन रखिए-यहां सब बहुत अच्छा है, माहौल में एक सकारात्मक बदलाव है। हम यहां सकारात्मक बदलाव के लिए ही काम कर रहे हैं।
इस बीच, मंत्री के आगमन की खबर सुनते ही वहां से चंद की कदमों की दूरी पर प्रैस एक्नलेव, सेंट्रल मार्किट में खड़े मीडियाकर्मी भी अपने कैमरे और लोगो लेकर पहुंच गए। उन्होने मंत्री से सुरक्षा, विकास और सियासत से जुड़े सवाल पूछना शुरु कर दिए। मंत्री ने मुस्कराते हुए बड़े ही सहज ढंग से सवालों को टालते हुए कहा कि पूरे कश्मीर में सकारात्मक माहौल है। हम यहां लोगों के साथ संवाद कर रहे हैं और बदलाव का एक मजबूत वातावरण बनाने के लिए काम कर रहे हैं।
इसके बाद वह मदीना मार्किट से बाहर निकले और कुछ दूरी तक घंटाघर की तरफ भी चले। इस दौरान उन्होंने दो दुकानदारों से बातचीत की,लेकिन वह घंटाघर के पास नहीं गए। पहले ही अपनी गाड़ी में सवार हो, वहां से एयरपोर्ट की तरफ निकल गए। यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि अक्तूबर 2012 में तत्कालीन केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कु़मार शिंदे ने लालचौक, पोलो व्यू, सेंट्रलमार्किट, जहांगीर चौक का यूं अचानक दौरा किया था। वह लालचौक में पैदल ही घूमे थे। उन्होंने पाेलो व्यू और जहांगीर चौक में खरीददारी भी की थी।
नकवी गत मंगलवार को श्रीनगर पहुंचे थे। कल श्रीनगर के हारवन इलाके में एक स्कूली इमारत, एक जल संरक्षण परियोजना का नींव पत्थर रखने के अलावा श्रीनगर झेलम पुल व वन सुरक्षा बल के कार्यालय परिसर का उद्घाटन और दारा में 97.01 लाख रुपये की अनुमानित लागत से तैयार होने वाली हाई स्कूल की इमारत का ई-उद्घाटन करने के बाद वहां भी एक सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अल्पसंख्यक मामले मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा था कि जम्मू कश्मीर के लोगों के सरोकारों को समझने व मांगें पूरी करने के लिए ही प्रधानमंत्री ने आउटरीच कार्यक्रम शुरू किया है। दक्षिण कश्मीर को आउटरीच कार्यक्रम से दूर रखने के आरोपों का शायराना अंदाज में जवाब देते हुए कहा कि अभी इश्क के इम्तिहां और भी हैं। यह तो शुरुआत है, आगे देखिए-यहां सब आएंगे। चारों तरफ विकास और खुशहाली का दौर होगा।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर जल्द विकास के पथ पर अन्य राज्यों से आगे नजर आएगा। इसके लिए एक व्यापक कार्ययोजना बनाई गई है। इस दौरान उन्होंने स्थानीय पंच-सरपंचों व गणमान्य नागरिकों से भी मुलाकात की। इस अवसर पर उनके साथ उपराज्यपाल के सलाहकार फारूक खान और श्रीनगर के जिला उपायुक्त डा शाहिद इकबाल चौधरी भी थे।
केंद्रीय मंत्री ने अनुच्छेद 370 की समाप्ती का जिक्र किए बगैर कहा कि भ्रष्टाचार व कुशासन के कीड़ों ने जम्मू कश्मीर के लोगों की जरूरतों को रोका, उनके विकास को रोका। कश्मीर के लोगों की तरक्की के लिए सरकारें जो पैसा भेजती थी, वह आम लोगों तक नहीं पहुंचता था। चंद लोग ही फायदा उठाते थे, अब ऐसा नहीं होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार कश्मीर के लोगों, युवाओं और बेटियों के लिए वह सभी लाभ सुनिश्चित करेगी जो भ्रष्टाचारियों की वजह से नहीं मिल पाते थे।
मंत्री ने की डल की सैर : श्रीनगर के दौरे पर पहुंचे अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने डल झील और ङोलम के कुछ हिस्सों का भी दौरा किया। उन्होंने शिकारे की सैर करते हुए डल संरक्षण और डल निवासियों के पुनर्वास योजना का भी जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने हाउसबोट मालिकों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर उनके मुददों को हल करन का यकीन दिलाया।
फिर स्वर्ग बनेगा कश्मीरः मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि धरती पर कहीं स्वर्ग है तो वह कश्मीर में ही है। इसको किसी की नजर लग गई थी। आज फिर वह वक्त आ गया है जब हमें कश्मीर को फिर से वही स्वर्ग बनाना है। कश्मीर के लोगों को सरोकारों को समझना और उनकी मांगों को पूरा करना ही हमारा लक्ष्य है। कश्मीर की तरक्की और खुशहाली के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं। कश्मीर के लोग तरक्की में बराबर के नहीं बल्कि सबसे पहले हिस्सेदार हैं।
जो भी बहनें आवेदन करेंगी, हज पर जाएंगीः जम्मू कश्मीर के आजमीन-ए-हज की दिक्कतों को दूर करने के लिए हर संभव मदद का यकीन दिलाते हुए नकवी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि जम्मू कश्मीर से जितने लोगों ने हज का आवेदन किया है, वह सभी हज के लिए जाएं। उन्होंने कहा कि कश्मीर से हमारी जो बहनें हज के लिए आवेदन करेंगी, वह सभी हज पर जाएंगी।
आलोचनाओं का जवाब देने नहीं आएः कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर द्वारा जम्मू कश्मीर में आउटरीच कार्यक्रम के तहत केंद्रीय मंत्रियों के दौर पर की गई टिप्पणी पर उन्होंने कहा हम यहां किसी की आलोचना का जवाब देने नहीं आए हैं। हम यहां जम्मू कश्मीर में हुए विकास और जम्मू कश्मीर के लोगों को उनकी तरक्की, खुशहाली के लिए हर संभव मदद का यकीन दिलाने आए हैं। उन्होंने अलोचना का जवाब अल्लामा इकबाल का शेयर, ‘सितारों से आगे जहां और भी हैं, अभी इश्क के इम्तिहां और भी हैं’ से दिया। उन्होंने कहा कि यह तो शुरुआत है। आगे-आगे देखिए यहां बहुत से मंत्री आएंगे, यहां विकास व खुशहाली बहाली की प्रक्रिया और तेज होगी।