अंडर ग्रेजुएट परीक्षाओं में अब 50 फीसद मूल्यांकन
जम्मू विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग ने अंडर ग्रेजुएट की परीक्षाओं में विद्यार्थियों को रियायत दी है। अब अंडर ग्रेजुएट के दूसरे व चौथे सेमेस्टर का आंतरिक मूल्यांकन होगा जो 50 फीसद होगा। शेष बचे 50 फीसद का मूल्यांकन पिछले सेमेस्टरों पहले व तीसरे में हासिल किए गए अंकों के आधार पर होगा।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग ने अंडर ग्रेजुएट की परीक्षाओं में विद्यार्थियों को रियायत दी है।
अब अंडर ग्रेजुएट के दूसरे व चौथे सेमेस्टर का आंतरिक मूल्यांकन होगा, जो 50 फीसद होगा। शेष बचे 50 फीसद का मूल्यांकन पिछले सेमेस्टरों पहले व तीसरे में हासिल किए गए अंकों के आधार पर होगा। कक्षाएं शुरू होने के दस दिन के भीतर कॉलेज आंतरिक मूल्यांकन का काम पूरा करेंगे। यह विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के नियमों के आधार पर ही किया जा रहा है। दूसरे व चौथे सेमेस्टर के प्राइवेट विद्यार्थियों को पहले से किए गए आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर 50 फीसद होगा और 50 फीसद मूल्यांकन पहले से पास किए गए सेमेस्टरों के आधार पर होगा।
डिस्टेंस एजूकेशन से अंडर ग्रेजुएशन करने वाले दूसरे, चौथे व छठे सेमेस्टर को भी आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर 50 फीसद अंक मिलेंगे और शेष 50 फीसद अंक पहले पास किए गए सेमेस्टरों के होंगे। छठे सेमेस्टर की परीक्षाएं मल्टीपल च्वॉयस प्रश्नपत्रों के आधार पर होगी। इसके लिए पाठ्यक्रम का ब्योरा संबंधित नोडल प्रिसिपल उपलब्ध करवाएंगे। जम्मू विवि के परीक्षा विभाग ने यह अधिसूचना जारी की है। विद्यार्थियों में तनाव दूर करने के लिए टास्क फोर्स गठित
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कोरोना वायरस से संक्रमण के चलते विद्यार्थियों में तनाव बढ़ता जा रहा है। विद्यार्थियों को कोर्सो की जानकारी देने के अलावा उनका स्वास्थ्य ठीक रहे, इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने साइकोलॉजिकल टास्क फोर्स गठित की है। इसमें शुरुआत में एमए साइकोलॉजी के 113 अध्यापकों को जोड़ा गया है।
अध्यापकों को एक जून से तीन जून तक ओरियंटेशन ट्रेनिग दी जाएगी, जिसमें विशेषज्ञ मनोविज्ञान व सामाजिक पहलुओं के बारे में उन्हें प्रशिक्षण देंगे। बाद में यह अध्यापक स्कूल शिक्षा विभाग के काउंसलिग सेल में अपनी सेवाएं देंगे। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग जम्मू अपने काउंसलिग सेल को मजबूत करेगा।
स्कूल शिक्षा विभाग की डायरेक्टर अनुराधा गुप्ता ने जम्मू संभाग के सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों से कहा है कि वे सभी स्कूलों के अध्यक्षों से एमए साइकोलॉजी के अध्यापकों की सेवाएं लेने के लिए जानकारी जुटाएं। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग भारतीय काउंसलिग साइकोलॉजी एसोसिएशन का सहयोग लेगा। अभी तक उपलब्ध करवाई गई 113 साइकोलॉजी अध्यापकों की सूची में जो अध्यापक नहीं हैं, उसके लिए मुख्य शिक्षा अधिकारियों से कहा है कि वे संपर्क कर पूरी जानकारी जुटाएं ताकि कोई छूट न जाएं। गुप्ता ने कहा कि मौजूदा दौर में विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाना बहुत जरूरी है।