कश्मीर घाटी में दो जगह मुठभेड़, दो आतंकी ढेर, अभी जारी है कार्रवाई
अभी तक दो आतंकी मारे जा चुके हैं। चार से छह आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में जारी मुठभेड में एक आतंकी मारा गया है। मारा गया आतंकी इसी महीने दो तारीख को बिजली विभाग के एक कर्मचारी की हत्या में शामिल था।
जम्मू, जेएनएन : सुरक्षाबलों ने घाटी में शुक्रवार को दो अलग-अलग मुठभेड़ों में दो आतंकियों को मार गिराया। एक आतंकी बीते सप्ताह बिजली विभाग के एक कर्मी की हत्या में लिप्त था और दूसरे ने सब इंस्पेक्टर अरशद को पीछे से गोली मारकर कत्ल किया था। लश्कर के हिट स्क्वाड से द रजिस्टेंस फ्रंट जम्मू कश्मीर टीआरएफ से संबधित ये दोनों आतंकी श्रीनगर के ही रहने वाले थे। दोनों मुठभेड़ दो घंटे के भीतर हुई हैं। एक दक्षिण कश्मीर के वहीबुग पुलवामा में और दूसरी श्रीनगर में लालचौक से करीब सात किलोमीटर दूर श्रीनगर-बारामुला राजमार्ग पर स्थित बेमिना में। इस बीच, उत्तरी कश्मीर के बारामुला में सुरक्षाबलों ने टीआरएफ के एक ओवरग्राउंड वर्कर से दो ग्रेनेड बरामद करने का दावा किया है।
आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि हमें दोपहर बाद सूचना मिली थी कि दो से तीन आतंकी यहां श्रीनगर शहर के बेमिना इलाके में छिपे हुए हैं। पुलिस ने सीआरपीएफ व सेना के साथ मिलकर बेमिना में उस जगह की घेराबंदी कर ली, जहां आतंकियों के छिपे होने की सूचना था। आतंकियों को सरेंडर का पूरा मौका दिया गया, लेकिन उन्होंने सरेंडर करने के बजाय जवानों पर गोलियां चलाईं। यह मुठभेड़ करीब छह बजे शुरू हुई और लगभग 20 मिनट में समाप्त हो गई। इसमें एक आतंकी मारा गया। मारे गए आतंकी की पहचान तंजील के रूप में हुई है।
हब्बाकदल श्रीनगर का रहने वाला 12 सितंबर को खानयार में गौसिया अस्पताल की इमारत के पास हुई सब इंस्पेक्टर अरशद अशरफ मीर की हत्या में शामिल था। शहीद सब इंस्पेक्टर उस समय अस्पताल से बाहर निकल रहे थे और आतंकियों ने पीछे से उन पर गोली चलाई थी। आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि बेमिना मुठभेड़ से पहले शाम पांच बजे के करीब दक्षिण कश्मीर के वहीबुग पुलवामा में छिपे आतंकियों के खिलाफ एक अभियान चलाया गया। सेना की 50 आरआर और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर पुलिस ने आतंकी ठिकाने की जैसे ही घेराबंदी शुरू की। आतंकियों ने वहां से भागने का प्रयास करते हुए सुरक्षाबलों पर गोली चलाई।
सुरक्षाबलों ने आतंकियों पर गोली चलाने से पहले उन्हें हथियार डालने का मौका दिया था, लेकिन जब वह नहीं माने तो सुरक्षाबलों ने भी जवाबी फायर किया। इसमें एक आतंकी मारा गया। उसकी पहचान शाहिद बशीर शेख के रूप में हुई है। वह दो अक्टूबर को बटमालू श्रीनगर में हुई पीडीडी कर्मी मोहम्मद शफी डार की हत्या में शामिल था। उसके पास से एक एसाल्ट राइफल व अन्य साजो सामान मिला है। उन्होंने बताया कि मारे गए दोनों आतंकी टीआरएफ से जुड़े हुए थे।
इस बीच, बारामुला से मिली सूचना के मुताबिक सेना की 29 आरआर और सीआरपीएफ की 176 वाहिनी के जवानों के साथ मिलकर पुलिस ने आज श्रीनगर-बारामुला राजमार्ग पर स्थित करालचक करीरी में एक नाका लगाया। नाके से जैसे ही टीआरएफ का एक ओवरग्राउंड वर्कर गुलजार अहमद मल्ला गुजरने लगा, नाका पार्टी ने उसे तलाशी के लिए रोका। उसके सामान की तलाशी लेने पर दो हथगोले मिले। उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे बोनियार बारामुला के रहने वाले गुलजार अहमद को उसी समय गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल,उससे पूछताछ जारी है।