Kashmir Encounter: मारा गया AGH कमांडर इम्तियाज, कश्मीर में दो दिनों में 7 आतंकी ढेर
कश्मीर संभाग के ही जिला शोपियां में गत वीरवार दोपहर से जारी मुठभेड़ अभी भी जारी है। सुरक्षाबलों ने अभी तक तीन आतंकियों को ढेर कर दिया है जबकि अंसार गजवात-उल-हिंद एजीएच का कमांडर इम्तियाज अपने एक साथी के साथ मस्जिद में छिपा हुआ है।
श्रीनगर, जेएनएन। कश्मीर में सुरक्षाबलों ने पिछले 24 घंटों के भीतर सात आतंकियों को मार गिराया है। आज सुबह 7.40 बजे के करीब अवंतीपोरा त्राल के नौबुग इलाके में छिपे दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने संक्षिप्त मुठभेड़ में ही मार गिराया। आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने त्राल मुठभेड़ के दौरान अंसार गजवात-उल-हिंद एजीएच के कमांडर इम्तियाज शाह के मारे जाने की पुष्टि की है। सुरक्षाबलों से मिली जानकारी के अनुसार शोपियां के जान मुहल्ला में गत वीरवार से जारी मुठभेड़ में पांच जबकि त्राल में दो आतंकवादी मारे गए हैं। शोपियां में तीन आतंकी वीरवार को ही मार गिराए गए थे जबकि दो आतंकियों को आज मारा गया। इन मुठभेड़ों में सेना के एक अधिकारी समेत चार जवान भी घायल हुए हैं। उन्हें इलाज के लिए सेना के 92 बेस अस्पताल में भर्ती किया गया है।
शोपियां में वीरवार को शुरू हुई मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों के मारे जाने के बाद दो आतंकी स्थानीय मस्जिद में छिप गए थे। मस्जिद को नुकसान न हो इसीलिए सुरक्षाबलों ने मस्जिद के इमाम और एक आतंकी के भाई को उन्हें आत्मसमर्पण के लिए मनाने के लिए भेजा परंतु उन्होंने उनका प्रस्ताव नहीं माना। शुक्रवार सुबह होते ही मस्जिद में छिपे आतंकियों ने एक बार फिर सुरक्षाबलों पर गोलियां बरसाना शुरू कर दी।
कड़ी कार्रवाई करने से पहले सुरक्षाबलों ने एक बार फिर दोनों आतंकियों को हथियार डालने का मौका दिया। वे इस बार भी नहीं माने। इसके बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों को मस्जिद से बाहर निकालने के लिए आंसु गैस के गोलों का इस्तेमाल किया। जैसे ही दोनों आतंकी गोलियां बरसाते हुए मस्जिद से बाहर निकले सुरक्षाबलों ने उन्हें वहीं ढेर कर दिया। आइजीपी कश्मीर विजय कुमार व सेना के वरिष्ठ अधिकारी स्वयं अभियान पर नजर रखे हुए हैं। यही नहीं शरारती तत्वों को मुठभेड़ स्थल से दूर रखने व अफवाहों से बचने के लिए शोपियां में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।
वहीं शोपियां मुठभेड़ के बीच अवंतीपोरा त्राल के नौबुग इलाके में भी सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने एक घंटे के भीतर ही दो आतंकवादियों को मार गराया है। इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है। मारे गए आतंकियों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। परंतु सुरक्षाबलों के अनुसार ये दोनों आतंकी स्थानीय बताए जा रहे हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आज तड़के नौबुग में आतंकियों के देखे जाने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसओजी के जवान, सेना और सीआरपीएफ की टीम इलाके में पहुंच गई। आतंकियों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया गया। वहीं एक मकान में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों को अपने नजदीक आते देख उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने उन्हें बार-बार आत्मसमर्पण करने के लिए कहा परंतु उन्होंने गोलीबारी जारी रखी।
#UPDATE | One more terrorist has been neutralised in Tral encounter, so far two terrorists have been killed in the encounter.
"Operation underway," says IG Kashmir.
— ANI (@ANI) April 9, 2021
एक घंटे के भीतर ही सुरक्षाबलों दो आतंकियों को मार गिराया। फिलहाल गोलीबारी बंद है। सुरक्षाबलों ने और आतंकियों की मौजूदगी को जांचने के लिए क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है।
आपकों बता दें कि कश्मीर संभाग के ही जिला शोपियां में गत वीरवार दोपहर से जारी मुठभेड़ अभी भी जारी है। सुरक्षाबलों ने अभी तक तीन आतंकियों को ढेर कर दिया है जबकि अंसार गजवात-उल-हिंद एजीएच का कमांडर इम्तियाज अपने एक साथी के साथ मस्जिद में छिपा हुआ है। सुरक्षाबलों ने उन्हें आत्मसमर्पण करने को मनाने के लिए मस्जिद के इमाम और एक आतंकी के भाई को भी भेजा परंतु वे नहीं माने। सुबह होते ही मस्जिद में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी का सिलसिला शुरू कर दिया।
इस अभियान में सेना के एक अधिकारी सहित चार जवान भी घायल हुए हैं। हालांकि शोपियां मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों की अधिकारिक तौर पर पहचान नहीं हुई है, लेकिन संबधित सूत्रों की मानें तो इनके नाम इश्तियाक, जाहिद कोका और काशिफ मीर हैं। जाहिद कोका का भाई बुरहान कोका भी एजीएच का कमांडर रह चुका है। वह पिछले साल ही सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। काशिफ मीर बीते माह ही आतंकी बना था। वह हिजबुल मुजाहिदीन के पोस्टर ब्वाय रहे आतंकी बुरहान का ममेरा भाई था।
काशिफ के दो बड़े भाई भी आतंकी थे। इनमें से एक आदिल था, जिसने दक्षिण कश्मीर में करीब सात साल पहले हिजबुल मुजाहिदीन का नेटवर्क मजबूत बनाया था। उसने ही जाकिर मूसा और बुरहान वानी को तैयार किया था।