सोशल साईट ट्वीटर पर भिड़े उमर और महबूबा
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कश्मीर में गणतंत्र दिवस समारोह में अधिकारियों की हाजिरी सुनिश्चित करन
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कश्मीर में गणतंत्र दिवस समारोह में अधिकारियों की हाजिरी सुनिश्चित करने के मुद्दे पर सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती सोशल साइट ट्वीटर पर भिड़ गए।
उमर ने ट्वीटर पर यह लिखकर महबूबा को नाराज कर दिया कि मुफ्ती मोहम्मद सईद के समय इस समारोह में अधिकारियों की हाजिरी सुनिश्चित की जाती थी। उमर ने लिखा कि अगर मैं गलत नहीं हूं तो मुफ्ती साहब भी सरकारी व पुलिस के वाहनों का इस्तेमाल अपने समर्थकों को समारोह में लाने के लिए करते थे। ऐसा यह दिखाने के लिए किया जाता था कि कश्मीर में हालात बेहतर हो रहे हैं।
इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए महबूबा ने उमर को लिखा कि उन्हें इस बहस में उस आदमी का नाम नहीं लेना चाहिए, जो अब इस दुनिया में नहीं है। इस पर उमर ने लिखा है कि वह वही कह रहे हैं, जो उन्होंने बख्शी स्टेडियम में अपनी आंखों से देखा है। उमर ने शेख मोहम्मद अब्दुल्ला का हवाला देते हुए लिखा है कि महबूबा मुफ्ती इस नैतिकता का परिचय उनके दादा को लेकर बयानबाजी करते समय भी दे।
वहीं, महबूबा ने सोशल साईट पर लिखा है कि ¨ल¨चग देश में आम बात हो गई। जब खानपान जैसे मुद्दों को लेकर भीड़ किसी को निशाना बनाती है तो कुछ नहीं होता है। महबूबा ने केंद्र को निशाना बनाते हुए लिखा है कि जेएनयू के विद्यार्थियों पर देशद्रोह के आरोप लगते हैं, लेकिन जब इस पार्टी के विधायक चार बार सीएम रही मायावती को गालियां निकालते हैं तो कुछ नहीं होता।