Kulgam Encounter: टीआरएफ ने किया दावा केरन में मारे गए आतंकी उसके ही गुट से जुड़े थे
शोपियां के दारमडोरा गांव के मुश्ताक अहमद हुर्रा ने दावा किया है कि मारे गए आतंकियों में एक उसका बेटा सज्जाद है जो 2018 में आतंकी बना था।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: कश्मीर में कुछ ही दिनों पहले बने आतंकी गुट द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने दावा किया गया है कि उत्तरी कश्मीर के रंगडोरी केरन कुपवाड़ा में मुठभेड़ में मारे गए पांचों लड़के उसके गुट से जुड़े थे। इसमें दो कश्मीर के ही हैं, जिनकी उसने पहचान का दावा किया है। उसके अनुसार सरताज अहमद यारीपोरा कुलगाम व सज्जाद अहमद कीगाम शोपियां का रहने वाला था।
मारे गए आतंकियों ने पहली अप्रैल की सुबह केरन सेक्टर में घुसपैठ की थी। यह आतंकी शनिवार और रविवार की मध्यरात्रि को रंगडोरी में सेना के पैरा कमांडो दस्ते के साथ हैंड टू हैंड फाइट में मारे गए थे। इस बीच, पांचों आतंकियों को मंगलवार को एलओसी के पास जंगल में इस्लामिक मान्यताओं के मुताबिक दफना दिया गया। इससे पूर्व पांचों शवों का पोस्टमार्टम करने के अलावा डीएनए नमूने भी लिए गए। सोमवार को ही जिला कुलगाम से एक और जिला शोपियां के दो परिवारों ने दावा किया कि मारे गए पांच आतंकियों में तीन उनके ही लड़के हैं।
उन्हें रविवार की सुबह ही किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया था कि उनके बच्चे गुलाम कश्मीर से आते हुए सेना के साथ मुठभेड़ में मारे गए हैं। शोपियां के दारमडोरा गांव के मुश्ताक अहमद हुर्रा ने दावा किया है कि मारे गए आतंकियों में एक उसका बेटा सज्जाद है जो 2018 में आतंकी बना था।
उड़ी में पाक सेना का बंकर तबाह: पाकिस्तानी सेना और रेंजरों ने सोमवार की रात से मंगलवार देर शाम तक अंतरराष्ट्रीय सीमा से लेकर नियंत्रण रेखा तक संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। भारतीय सैनिकों की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान पहुंचा है। उड़ी सेक्टर में मंगलवार की देर रात तक दोनों तरफ से रुक-रुककर गोलाबारी जारी थी। गुलाम कश्मीर में एलओसी पर हाजीपीर र्दे के ऊपरी छोर लोन हट में चौकी पर बैठे पाकिस्तानी सैनिकों ने मंगलवार को उड़ी सेक्टर में भारतीय चौकी टिक्का और उसके साथ सटे गांवों पर शाम करीब सात बजे गोलाबारी शुरू की। सैन्य सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना की लोन हट चौकी के पास उसका बंकर जवाबी कार्रवाई में क्षतिग्रस्त हुआ है। इसमें पाकिस्तानी सेना को जानी नुकसान भी हुआ होगा। हालांकि, देर रात तक नुकसान की पुष्टि नहीं हुई थी।
उड़ी स्थित सैन्याधिकारियों ने बताया कि केरन, करनाह, टंगडार, मच्छल और गुरेज सेक्टर में भी सभी अग्रिम चौकियों पर सतर्क रहने को कहा गया है। केरन घुसपैठ के बाद से ही पाकिस्तानी सेना द्वारा एलओसी पर गोलाबारी की आशंका बनी हुई थी। गोलाबारी की आड़ में स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों की घु़सपैठ की आशंका को नहीं नकारा जा सकता। बीते 12 दिनों उड़ी सेक्टर में पाकिस्तानी सेना द्वारा जंगबंदी के उल्लंघन की यह दूसरी घटना है। इससे पूर्व उड़ी सेक्टर में 26 मार्च को जंगबंदी का उल्लंघन हुआ था।
वहीं, जम्मू संभाग में एलओसी से सटे पुंछ जिले के मनकोट सेक्टर में भारतीय सेना की अग्रिम चौकियों के साथ रिहायशी क्षेत्रों को निशाना बनाकर गोलाबारी की। वहीं, पाकिस्तानी रेंजरों ने जम्मू संभाग में अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में सोमवार मध्य रात्रि पप्पू चक पोस्ट से भारतीय क्षेत्र में गोलीबारी की। इस दौरान चक चंगा, छन्नटांडा व करोल माथरियां गांवों में मोर्टार दागे। यहां मंगलवार सुबह साढ़े चार बजे तक गोलाबारी होती रही।