जम्मू पुलिस बेबसः मनमर्जी से चलती है ट्रैफिक सिग्नल लाइट, सड़कों पर जेबरा क्रासिंग तक नहीं
जम्मू शहर में चल रही ट्रैफिक सिग्नल लाइट बीते करीब एक वर्ष से ट्रायल पर ही है। अभी तक उनहें स्थाई तौर पर नहीं चलाया जा रहा।
जम्मू, दिनेश महाजन। माेडिफाइड वाहन और यातायात नियमों का पालन ना करने वाले चालकों के विरुद्ध जम्मू पुलिस ने बीते चार दिनों से विशेष चलाया हुआ है। इस दौरान पुलिस ने अब तक सैंकड़ों वाहनों को जब्त कर हजारों वाहनों के चालान काटे है। लेकिन पुलिस की इस कार्रवाई पर यह प्रश्न चिन्ह लगता है कि यह मुहिम केवल निजी वाहन चालकों तक ही सीमित है। यात्री वाहन विशेषकर मिनीबस चालकों पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही। सरेआम मिनीबस चालक ओवर लोडिंग कर रहे है। बिना रोकटोक यहां मन किया वहां वाहन को रोक रहे है, लेकिन नाकों पर तैनात पुलिस कर्मियों ने मानो उनकी ओर आंखे मूद ली है।
शहर की सड़कों पर दौड़ रहे मिनीबस चालक यात्री शैड पर रुकने की बजाए मनमर्जी से सड़क के बीचोबीच ब्रेक लगा कर यात्रियों को उतार और बैठा रहे है। चाहे इसके लिए वह जेबरा क्रासिंग पर हीं ब्रेक क्यों ना लगा रहे हो। नाकों पर केवल पुलिस कर्मियों की नजर दो पहिया वाहन चालकों और कार चालकों पर हीं रहती है। अन्य यात्री वाहनों पर पुलिस की मेहरबानी जारी है। कोर्ट के निर्देश के बावजूद यात्री वाहन विशेषकर मिनीबस चला रहे चालक वर्दी तक नहीं पहन रहे और पुलिस उनपर कोई कार्रवाई नहीं कर रही।
मनमर्जी से चलती है ट्रैफिक सिग्नल लाइट
जम्मू शहर में चल रही ट्रैफिक सिग्नल लाइट बीते करीब एक वर्ष से ट्रायल पर ही है। अभी तक उनहें स्थाई तौर पर नहीं चलाया जा रहा। सिग्नल लाइन को नगर निगम जम्मू में लगावा है। इसे बीते वर्ष ट्रायल पर चलाया गया था, अभी की सिग्नल लाइन ट्रायल पर ही है। शहर में लगी अधिकतर सिग्नल लाइन बंद पड़ी है। जो चल भी रही है उन पर अब तक कैमरे हीं नहीं लगे है। कैमरे लगने से सिग्नल जंप करने वाले चालकों की पहचान हो पाएगी और उनके विरुद्ध कार्रवाई की जा सकेगी।
सड़कों पर जेबरा क्रासिंग तक नहीं
जम्मू पुलिस चाहे लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के प्रति विशेष अभियान चला रही है, लेकिन यदि यातायात नियमों के पालन बारे बुनियादी ढांचे की बात करे तो वह सड़क पर है ही नहीं। कई चौक चौराहों पर सिग्नल लाइट के पास जेबरा क्रासिंग हीं नहीं है। यहां पर जेबरा क्रासिंग है, वहां पर इनका प्रयोग हीं नहीं होता। पुलिस केवल चालान काट कर अपने फर्जी को निभा रही है।