Move to Jagran APP

हम तो हैं रखवाले, कानून मानें बाकी दुनिया वाले; नए ट्रैफिक नियम का पुलिस कर्मियों पर कोई असर नहीं

न सिर्फ वर्दी में बल्कि बिना वर्दी के पुलिस कर्मी भी बिना हेलमेट पहने दोपहिया चला कर यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते देखे जा सकते हैं।

By Edited By: Published: Thu, 19 Sep 2019 02:12 AM (IST)Updated: Thu, 19 Sep 2019 04:54 PM (IST)
हम तो हैं रखवाले, कानून मानें बाकी दुनिया वाले; नए ट्रैफिक नियम का पुलिस कर्मियों पर कोई असर नहीं
हम तो हैं रखवाले, कानून मानें बाकी दुनिया वाले; नए ट्रैफिक नियम का पुलिस कर्मियों पर कोई असर नहीं

जम्मू, जागरण संवाददाता। मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन के बाद नए कानून 2019 के लागू होने के बाद यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के विरुद्ध ट्रैफिक पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है। वहीं, शहर की सड़कों पर कई पुलिस कर्मी दूसरों को नसीहत, खुद मियां फजीहत की कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। वर्दी में पुलिस कर्मी बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चलाते हुए देखे जा सकते हैं।

loksabha election banner

आलम यह है कि नाकों पर ट्रैफिक कर्मी नियमों का उल्लंघन करने वाले पुलिस कर्मियों को देख कर मुंह फेर लेते हैं और उन्हें वहां से निकल जाने का पूरा मौका दे देते हैं, लेकिन जब नाके पर पत्रकार मौजूद हो तो ट्रैफिक कर्मियों को भी अपने साथियों पर कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। न सिर्फ वर्दी में बल्कि बिना वर्दी के पुलिस कर्मी भी बिना हेलमेट पहने दोपहिया चला कर यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते देखे जा सकते हैं। ज्ञात रहे कि एसएसपी जम्मू तेजेंद्र सिंह ने गत बुधवार को आदेश जारी कर पुलिस कर्मियों को वाहन चलाते हुए यातायात नियमों का पालन करने को कहा था।

भ्रष्टाचार का रास्ता मजबूत कर रहा नया ट्रैफिक कानून : शिवसेना हिन्दोस्तान ने नए ट्रैफिक कानून को भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का रास्ता मजबूत करने का तरीका बताया। उन्होंने कहा कि संशोधित अधिनियम में जुर्माना इतना ज्यादा है कि कोई भी चालान कटवाने के बजाय शार्टकट तलाश कर रहा है। ऐसे में ट्रैफिक पुलिस वाले यातायात नियंत्रित करने के बजाय चालान काटने को ही अपना धर्म मानने लगे हैं। शिवसेना हिन्दोस्तान के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पं. राजेश केशरी ने कठोर दंड के डर से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है। जरूरी नहीं कि गाड़ी के कागजात घर भूल जाने वाले को कठोर दंड ही दिया जाए। उसे अपने आपको निदरेष साबित करने का मौका मिलना चाहिए।

पहले अच्छी सड़कें बनाओ, फिर करो चालान

नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत नियमों का उल्लंघन करने वालों को भारी भरकम जुर्माने किए जाने व राज्यपाल प्रशासन द्वारा रोड टैक्स में भारी वृद्धि को जम्मू वेस्ट असेंबली मूवमेंट ने लोकतंत्र की हत्या करार दिया। मूवमेंट ने कहा कि केंद्र व राज्य में इस समय तानाशाही राज चल रहा है। राज्य के आम लोग केंद्र सरकार व राज्यपाल प्रशासन के फैसलों से त्रस्त हैं, लेकिन कहीं कोई सुनने वाला नहीं। मूवमेंट ने कहा कि केंद्र सरकार ने मोटर व्हीकल एक्ट के तहत नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को भारी जुर्माने का प्रावधान रखा है। वहीं राज्यपाल प्रशासन ने रोड टैक्स को बढ़ाते हुए नया वाहन खरीदने पर नौ फीसद टैक्स लगा दिया था। मूवमेंट प्रधान सुनील डिम्पल की अगुवाई में न्यू प्लाट के लोगों ने इन दोनों फैसलों के खिलाफ क्षेत्र में बुधवार को प्रदर्शन किया। सुनील डिम्पल ने कहा कि जो सरकार जनता को सड़कें उपलब्ध नहीं करा सकती, उसे टैक्स बढ़ाने का कोई अधिकार नहीं। शहर की अधिकतर सड़कें खस्ताहाल है और ट्रैफिक इस कदर अनियंत्रित हो चुकी है कि लोगों को जगह-जगह ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है।

भारी भरकम जुर्माना फिर भी लोग नहीं चाहते सुधरना

शहर की सड़कों पर दोपहिया वाहन चालक बिना हेलमेट की दोपहिया वाहन खुलेआम दौड़ा रहे हैं। वहीं चार पहिया चालक भी सिट बेल्ट बांधने को अपने शान के खिलाफ समझ रहे हैं। हालांकि वाहन चालक वाहनों में पर्याप्त दस्तावेज लेकर चल रहे हैं। यही कारण है किमंगलवार की तुलना में बुधवार को ट्रैफिक पुलिस वाहन चालकों को कुछ कम चालान कर पाई। गत दिवस को ट्रैफिक पुलिस ने चार सौ से अधिक चालान काटे थे। बुधवार को चालान की संख्या कम होकर 390 हो गई। एसएसपी ट्रैफिक जोङ्क्षगद्र सिंह ने बताया कि अब वाहन चालक में पहले से कुछ जागरूकता आई हैं। वाहन चालकों को चाहिए कि भारी भरकम चालान से बेहतर है कि वे अपने वाहनों में पर्याप्त दस्तावेज लेकर चले और नियमों का पालन करें । शहर के अखनूर रोड, बिक्रम चौक, बीसी रोड , रिहाड़ी, नरवाल, कुंजवानी के अलावा नगरोटा इलाके में पुलिस अधिकारियों ने औचक नाके लगाए। यहां से गुजर रहे वाहनों की जांच की।

सीमेंट से भरे ओवरलोड ट्रक पकड़े

एसपी ट्रैफिक रूरल मोहन लाल कैंथ ने बताया कि लखनपुर से जम्मू प्रवेश करने वाले कुछ वाहन पहले अपने साथ तय वजन से अधिक सामान लेकर आते थे, लेकिन अब पुलिस ने ऐसे वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। पंजाब से सीमेंट लेकर आए कुछ ट्रकों का जब वजन करवाया गया तो उन वाहनों में तय संख्या से अधिक वजन था, जिसके चलते उन पर कार्रवाई की गई और चालान काट कर उन्हें कोर्ट में पेश होने को कहा गया। पुलिस की इस सख्ती के बाद अब दूसरे राज्यों से आ रहे वाहन तय लोड लेकर राज्य में प्रवेश कर रहे है।

सड़क को नुकसान पहुंचाते हैं ओवरलोड वाहन 

आइजीपी ट्रैफिक अलोक कुमार ने बताया कि सड़क हादसों का बड़ा कारण खराब सड़क ढांचा है। सड़कों को खराब करने में ओवरलोड वाहनों की अहम भूमिका रहती है। जिन सड़कों पर तय क्षमता से अधिक वजन वाले वाहन चलते हैं वहां गड्ढे पडऩे के अलावा सड़क भी एक जैसे नहीं रही, जो हादसों का कारण बनता है। ट्रैफिक अधिकारियों को ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई करने को कहा गया है। विशेषकर जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर ओवरलोड वाहनों को चलाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.