जम्मू बंद से बनी टकराव की संभावना, ट्रांसपोर्ट्स का आज चक्का जाम
सोमवार को जम्मू मे दरबार खुलने के अवसर पर किए गए बंद के दौरान टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है। राज्य मे 75 हजार यात्री वाहनो के चक्के जाम रहेगे।
जम्मू,[जागरण संवाददाता]। सोमवार को जम्मू मे दरबार खुलने के अवसर पर किए गए बंद के दौरान टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है। राज्य मे 75 हजार यात्री वाहनो के चक्के जाम रहेगे। शहर के दर्जन भर संगठन सोमवार को बाजार खोलने का एलान कर चुके है और ऐसे मे जबरन दुकाने बंद कराए जाने की स्थिति मे टकराव हो सकता है।
चैबर आफ ट्रेडर्स फेडरेशन (सीटीएफ) जम्मू ने सोमवार को बंद का आह्वान किया है। ट्रांसपोर्टरो ने भी अपनी मांगो को लेकर चक्का जाम रखने का एलान किया है। जेएंडके हाई कोर्ट बार एसोसिएशन, टीम जम्मू, अमर क्षत्रिय राजपूत सभा, पैथर्स पार्टी, नेकां और कांगे्रस बंद का समर्थन कर चुकी है। ऐसे मे सोमवार को शहर भर मे प्रदर्शन व विरोध रैलियो का आयोजन होना तय है। ऐसी परिस्थितियो मे अगर बाजार खुले रहे तो जबरन बंद करवाने की नौबत आ सकती है, जिससे जो टकराव हो सकता है। शनिवार शाम को विभिन्न बाजार संगठनो ने बैठक कर सर्वसम्मति से फैसला किया था कि वे सोमवार को बाजार खुले रखेगे। किसी भी बंद को सफल बनाने मे व्यापारियो व ट्रांसपोर्ट्स का सबसे अहम योगदान रहता है। बंद मे ट्रांसपोर्ट तो चक्का जाम कर रहे है, लेकिन कुछ व्यापारिक संगठनो ने इससे किनारा किया है।
जम्मू हित के लिए किया जा रहा बंद
चैबर आफ ट्रेडर्स फेडरेशन जम्मू के प्रधान नीरज आनंद ने सोमवार के बंद को सफल बनाने की अपील करते हुए कहा है कि इसका आह्वान जम्मू हित के लिए किया है ताकि सरकार को नीद से जगाया जा सके। रविवार को जारी बयान मे उन्होने कहा कि लखनपुर टोल टैक्स का बोझ आम आदमी पर पड़ रहा है और राज्य मे जीएसटी लागू होने के बावजूद जनता पर दोहरे टैक्स की मार पड़ रही है। आनंद ने कहा कि सरकार से कई बार आग्रह करने के बाद भी जब कोई सकारात्मक जवाब नही मिला तो सीटीएफ ने बंद का आह्वान किया। उन्होंने सभी संगठनो से बंद को सफल बनाने मे सहयोग करने की अपील भी की।
ट्रांसपोर्ट्स का आज चक्का जाम
जम्मू राज्य मे 75 हजार यात्री वाहनो के चक्के जाम रहेगे। ट्रांसपोर्टर अपनी मांगो के समर्थन मे सरकार के खिलाफ सोमवार को बिक्रम चौक से रैली निकालेगे। एक दिवसीय टोकन हड़ताल के कारण यात्री बसो, ऑयल टैकर, ट्रक, टैक्सी, सूमो, मिनी बसो और आटो के पहिए जाम रहेगे। ऑल जेएंडके ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के चेयरमैन टीएस वजीर के नेतृत्व मे रविवार को वेयर हाउस स्थित यूनियन कार्यालय मे बैठक हुई। इसमे ट्रक, बस, ऑटो, टैक्सी यूनियन के प्रतिनिधि शामिल थे। बैठक मे सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि सोमवार सुबह 10 बजे बिक्रम चौक से ट्रांसपोर्टर सरकार के खिलाफ रैली निकालेगे। ट्रांसपोर्ट नगर स्थित ट्रांसपोर्ट कमिश्नर और आरटीओ कार्यालयो का भी घेराव किया जाएगा।
उन्होने साफ किया कि अगर सरकार ने उनकी जायज मांगो के समर्थन मे लिखित रूप से कोई आदेश जारी नही किया तो फिर एक दिवसीय टोकन हड़ताल अनिश्चितकालीन के लिए बढ़ा दी जाएगी। इससे राज्य के प्रवेश द्वार लखनपुर से कश्मीर तक 75 हजार कमर्शियल वाहनो के चक्के जाम रहेगे। उन्होने अफसोस जताया कि 25 जनवरी को नागरिक सचिवालय मे मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने यकीन दिलाया था कि उनकी सभी समस्याओ और मांगो का निपटारा कुछ ही दिनो मे कर दिया जाएगा, लेकिन आज तक कुछ नही हुआ। सरकार जानबूझकर ट्रांसपोर्टरो को प्रताडि़त कर रही है। छह नवंबर की एक दिवसीय टोकन हड़ताल के लिए सरकार पूरी तरह जिम्मेदार होगी।
यह है मांगे
- ओला कैब सेवा शहर मे शुरू नही करना
- केद्र सरकार द्वारा बढ़ाई गई फीस और पैनेल्टी को वापिस लेना
- नेशनल हाईवे पर दौड़ने वाले कमर्शियल और यात्री वाहनो से वसूले जाने वाली अड्डा फीस को वापस लेना
- 15 साल पुराने कमर्शियल वाहनो को एक वर्ष के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करना।
- जम्मू संभाग के ट्रांसपोर्टरो को दस्तावेजो के रिन्यूअल के दौरान लेट फीस मे छूट देना
- वाहनो मे स्पीड गवर्नर नही लगाना
- केंद्र सरकार के आदेश के मुताबिक लखनपुर से वसूले जाने वाला टोल टैक्स माफ करना
- ट्रांसपोर्ट नगर मे ट्रको की फिटनेस जांच शुरू करना
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