एक ट्रैफिक कर्मी पर तीन हजार वाहनों का जिम्मा
शहर की सड़कों पर बेलगाम हुई ट्रैफिक व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए तैनात कर्मियों की संख्या नाकाफी है। जम्मू शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु चलाने के लिए 450 कर्मचारियों की जरूरत है।
जम्मू, दिनेश महाजन। शहर की सड़कों पर बेलगाम हुई ट्रैफिक व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए तैनात कर्मियों की संख्या नाकाफी है। जम्मू शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु चलाने के लिए 450 कर्मचारियों की जरूरत है। इसके मुकाबले 257 ही तैनात हैं। जम्मू ट्रैफिक विंंग में सबसे अधिक कमी सब इंस्पेक्टर और कांस्टेबलों की है।
राज्य यातायात विभाग के आंकड़ों के अनुसार जम्मू आरटीओ कार्यालय में कुल 7,24,290 वाहन पंजीकृत हैं। दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों के साथ राज्य के जिलों से आए लोगों के वाहन भी शहर की सड़कों पर दौड़ते हैं। इनकी व्यवस्था का जिम्मा ट्रैफिक पुलिस कर्मियों पर है। कुछ समय पूर्व आम्र्ड विंंग से 34 महिला पुलिस कर्मियों को शहर में तैनात किया गया था। कठोर ड्यूटी के कारण महिला कर्मियों को सड़कों के बजाए कार्यालयों में तैनात करना पड़ा है।
सिफारिश का गढ़ बन रहा ट्रैफिक विंंग : ट्रैफिक विंंग के अनुसार जिला जम्मू में एसपीओ के 13 पद हैं। इन पर 11 एसपीओ तैनात हैं। हैरानी की बात यह है कि जिला जम्मू पुलिस से 51 एसपीओ को अटैच कर ट्रैफिक विंंग में तैनात किया गया है। दरअसल यह माना जाता है कि ट्रैफिक नाकों पर तैनात कुछ पुलिस कर्मी यात्री वाहन चालकों से वसूली करते हैं।
यही कारण है कि 51 एसपीओ को नियम कायदे ताक पर रख कर ट्रैफिक विंंग में अटैच कर दिया गया है। इतना ही नहीं कई पुलिस कर्मियों का ट्रैफिक विंंग से तबादला हो चुका है लेकिन रसूख के चलते उन्हें रिलीव ही नहीं किया जा रहा।
कई नाके खाली : कर्मियों की कमी के कारण कई महत्वपूर्ण नाके खाली हैं। इनमें मार्बल मार्केट से ग्रेटर कैलाश चौक, त्रिकुटा नगर क्रॉसिंग, सिदड़ा, छन्नी रामा चौक शामिल हैं।18 के बजाय 14 घंटे दे रहे ड्यूटी1ट्रैफिक कर्मियों की कमी के कारण शहर के विभिन्न चौराहों पर तैनात कर्मियों को दिन में आठ घंटे के बजाय 14 घंटे तक काम करना पड़ रहा है। उमस भरे इस मौसम में ड्यूटी को अंजाम देना बड़ी चुनौती है। कई ऐसे व्यस्त चौक हैं, जहां प्रदूषण अत्यधिक है। इस कारण वहां तैनात पुलिस कर्मी घातक बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं। कई कर्मियों को छाती के रोग के साथ सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है।
जल्द भरे जाएंगे रिक्त पद
ट्रैफिक विंंग के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस बसंत रथ का कहना है कि यातायात व्यवस्था सुचारु चलाने के लिए जहां भी कर्मचारियों की कमी है, वहां तैनाती की जाएगी। हाल ही में विभिन्न वगों से जवानों को ट्रैफिक विंंग में भेजा गया है।
अनुमोदित 293, जबकि जरूरत है 450 से अधिक
मौजूदा समय में विंंग में इंस्पेक्टर रैंक से लेकर एसपीओ के कुल 293 अनुमोदित पद हैं। उस समय शहर में वाहनों की संख्या चार लाख के करीब थी, तब इन पदों का सृजित किया गया था। आज वाहनों की संख्या 7.25 लाख है। मौजूदा समय में 450 के करीब कर्मचारियों की जरूरत है।