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Jammu Kashmir: तीन दिवसीय ब्लैक डे समाप्त, जेजेएसएफ कार्यकर्ताओं ने 1966 में हुए आंदोलन के शहीदों को याद किया

साल 1966 में आंदोलन में पुलिस की गोली में चार विद्यार्थी शहीद हो गए थे। जम्मू ज्वाइंट स्टूडेंट फेडरेशन के प्रधान पुष्पेंद्र सिंह ने शहीदों को नमन किया। शहीदी स्थल पर हवन किया गया। अभिषेक शर्मा शुभम सकोलिया कनव शर्मा अंशुल चौधरी को जूस पिलाकर उनका अनशन समाप्त करवाया।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Mon, 18 Oct 2021 06:53 PM (IST)Updated: Mon, 18 Oct 2021 06:53 PM (IST)
Jammu Kashmir: तीन दिवसीय ब्लैक डे समाप्त, जेजेएसएफ कार्यकर्ताओं ने 1966 में हुए आंदोलन के शहीदों को याद किया
आंदोलन के बाद ही जम्मू को जम्मू विश्वविद्यालय, मेडिकल कालेज और कृषि विश्वविद्यालय मिला था।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू विश्वविद्यालय, मेडिकल कालेज, कृषि विश्वविद्यालय स्थापित करने के मुद्दे पर साल 1966 में हुए आंदोलन के शहीदों की याद में कालेजों में तीन दिवसीय ब्लैक डे आज सोमवार को समाप्त हो गया। पूर्व मंत्री चौधरी लाल सिंह, पैंथर्स पार्टी के प्रधान प्रो. भीम सिंह, साइंस कालेज के प्रिंसिपल प्रो. रविंद्र टिक्कू ने साइंस कालेज के बाहर शहीदी स्थल पर पिछले तीन दिन से अनशन पर बैठे जम्मू ज्वाइंट स्टूडेंट फेडरेशन के कार्यकर्ताओं को जूस पिलाया।

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साल 1966 में आंदोलन में पुलिस की गोली में चार विद्यार्थी शहीद हो गए थे। जम्मू ज्वाइंट स्टूडेंट फेडरेशन के प्रधान पुष्पेंद्र सिंह ने शहीदों को नमन किया। शहीदी स्थल पर हवन किया गया। नेताओं ने अनशन पर बैठे अभिषेक शर्मा, शुभम सकोलिया, कनव शर्मा, अंशुल चौधरी को जूस पिलाकर उनका अनशन समाप्त करवाया। पूर्व मंत्री और डोगरा स्वाभिमान संगठन के प्रधान चौधरी लाल सिंह ने कहा कि यह अफसोस की बात है कि डोगरा राज्य जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है। विद्यार्थियों को दाखिला हासिल करने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रो. भीम सिंह ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि आंदोलन के बाद ही जम्मू को जम्मू विश्वविद्यालय, मेडिकल कालेज और कृषि विश्वविद्यालय मिला था।

भीम सिंह ने आंदोलन के पलों को याद करते हुए कहा कि वह भी आंदोलन का हिस्सा थे। विद्यार्थियों के साथ अन्याय हुआ था। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को कालेजों में दाखिला देने की वकालत की। जेजेएसएफ के उपप्रधान अतुल सूदन ने कहा कि जम्मू के साथ भेदभाव का इतिहास काफी पुराना है। जम्मू को अपने हक के लिए आवाज उठानी ही पड़ी। हमारा संकल्प है कि जब तक क्लस्टर विश्वविद्यालय और जम्मू विश्वविद्यालय जब तक सभी विद्यार्थियाें के लिए दाखिला शुरू नहीं कर देता तब तक हम आंदोलन चलाएंगे। फेडरेशन आंदोलन तेज करेगी। हरि दत्त शिशु, प्रताप सिंह जम्वाल, हरप्रीत सिंह, सुनील सिंह चौहान व अन्य विद्यार्थियों ने शहीदों को याद किया।


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