Jammu Kashmir: इंसान ही नहीं जानवरों के लिए भी खतरनाक है यह घास, इसे छूने से हो जाता है चर्म रोग
अगर यह शरीर को छू जाए तो चर्म रोग हो सकती है और एलर्जी हो सकती है। कई बार स्थिति बेहद इतनी गंभीर हो जाती है। जम्मू क्षेत्र के आरएसपुरा अरनिया मढ़ विजयपुर रामगढ़ की सड़कों के किनारों पर यह घास उगी हुई देखी जा सकती है।
जम्मू, जागरण संवाददाता । चर्म रोग व एलर्जी देने वाली खतरनाक कांग्रेस घास की ग्रामीण क्षेत्र में जकड़ बढ़ आई है। सड़कों के किनारे इस कांग्रेस घास से लदे हुए हैं। यही नहीं शहरों में जहां जहां खाली स्थान है, इस घास की उपस्थिति नजर आ रही है। कांग्रेस घास जिसे गाजर घास कहा जाता है, इंसान ही नही जानवरों के लिए भी बेहद खतरनाक है।
अगर यह शरीर को छू जाए तो चर्म रोग हो सकती है और एलर्जी हो सकती है। कई बार स्थिति बेहद इतनी गंभीर हो जाती है। जम्मू क्षेत्र के आरएसपुरा, अरनिया, मढ़, विजयपुर, रामगढ़ की सड़कों के किनारों पर यह घास उगी हुई देखी जा सकती है जिस पर सफेद सफेद फूल भी आ चुके हैं। इन फूलों से बीज बार बार जमीन पर गिरते हैं और कांग्रेस घास को पलने का मौका मिल जाता है। खतरनाक घास होने के बाद भी ग्रामीण लोग इस घास से अनजान हैं। कई बार तो ग्रामीण लोग नंगे हाथों से जड़ी को उखाड़ते भी दिख जाएंगे।
यह जड़ी कोई नई नही बल्कि कई साल से पनप रही है। मगर प्रशासन ने कभी भी इस ओर कोई ठोस कदम नही उठाए। हालांकि कई साल पहले इस जड़ी के फूलों को नष्ट करने के लिए कुछ बीटल कीट वातावरण में छोड़ गए थे, मगर यह स्कीम भी कोई ज्यादा काम नही कर सकी। अब फिर से कांग्रेस घास ग्रामीण क्षेत्रों में पसरी हुई है और लोगों के लिए खतरे बढ़ा रही है।
कृषि अधिकारी अरुण जराल का कहना है कि ग्रामीण लोगों को जागरूक होना पड़ेगा। एक तो इस घास से दूरी रहे। वहीं दूसरी ओर अगर इसे उगाड़ना है तो हाथों में दस्ताने जरूर पहन लें। क्योंकि यह जड़ी शरीर को चर्म रोग दे सकती है। जड़ी उखाड़ने के बाद इसे जला दें या जमीन में गाड़ दें। जागरूकता से ही हम इस जड़ी को खत्म कर पाएंगे।