Jammu Kashmir: पाकिस्तान की नापाक साजिशों पर भारी भारतीय जवानों का जोश
आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की लाख कोशिशों के बावजूद पाकिस्तान को भारतीय जवानों से मुंह की खानी पड़ रही है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। भारतीय जवानों के बुलंद हौसले और उच्च तकनीक पाकिस्तान के हर मंसूबे पर भारी पड़ रही है। पाकिस्तान की सेना और बार्डर एक्शन टीम (बैट) पर दबाव है कि वह हर हाल में भारतीय सीमा में आतंकियों की घुसपैठ कराए। इसके लिए उसे पाकिस्तान के स्पेशल सर्विस ग्रुप के कमांडोज की ओर से मार्गदर्शन भी मिल रहा है, इसके बावजूद उसे मुंह की खानी पड़ रही है। फिर भी वह सुधर नहीं रहा है और आइबी से लेकर एलओसी तक संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है।
आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की लाख कोशिशों के बावजूद पाकिस्तान को भारतीय जवानों से मुंह की खानी पड़ रही है। पाकिस्तान की नापाक हरकत की पोल भारतीय सेना ने पिछले हफ्ते घुसपैठ का वीडियो जारी कर खोली है। पाकिस्तान आतंकवादियों को सहयोग देने के लिए अपनी सेना का इस्तेमाल करता है, लेकिन इस सच्चाई से मुकर जाता है। ऐसे में भारतीय सेना ने न सिर्फ कश्मीर के हाजी पीर इलाके में 12-13 सितंबर को बार्डर एक्शन टीम के हमले को नाकाम करने का वीडियो जारी किया, बल्कि पाकिस्तान सैनिकों और आतंकियों द्वारा अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर से हमला करने का वीडियो जारी कर हकीकत भी सामने लाई। अगस्त में ही एलओसी पर सेना ने घुसपैठ करवाने की 15 ऐसी कोशिशें नाकाम की हैं।
आतंकवादियों को स्पेशल ट्रेनिंग और घुसपैठ में सहयोग देता है पाक सेना का एसएसजी
पाकिस्तानी सेना का स्पेशल सर्विस ग्रुप (एसएसजी) गुलाम कश्मीर में आतंकियों को बड़े हमले करने के लिए स्पेशल ट्रेनिंग देने के साथ उन्हें घुसपैठ करने में सहयोग दे रहा है। पाकिस्तान सेना ने गुलाम कश्मीर में बार्डर एक्शन टीम (बैट) के कैंप बना रखे हैं। कमांडो प्रशिक्षण शिविरों में आतंकियों को हथियारों और घुसपैठ की रणनीति की ट्रेनिंग देते हैं। चुने हुए आतंकवादियों और 6-7 एसएसजी कमांडोज की एक बैट बनाई जाती है। यह कई दिन तक रेकी कर भारतीय सेना पर नजर रखती है। तय दिन पाक सेना गोलाबारी कर इसे घुसपैठ करने के लिए कवर फायर देती है, लेकिन भारतीय सेना के पास ऐसे सेंसर्स, रडार, थर्मल इमेजर हैं जो दुश्मन की मूवमेंट रिकार्ड कर उसे तबाह कर देते हैं।
पाक कमांडो का गिर गया था एक्शन कैमरा
अगस्त में पाकिस्तान की बार्डर एक्शन टीम में शामिल एसएसजी कमांडो व आतंकवादी पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में पुंछ नदी के पास पहुंचे थे। भारतीय सेना के जवानों द्वारा देखे जाने के बाद वह डरकर भाग निकले थे। एसएसजी कमांडो व आतंकवादी भारतीय चौकी के काफी करीब थे। इसकी पुष्टि भागते हुए कमांडोज से गिरे एक एक्शन कैमरा से हुई। एक्शन कैमरा विशेष सैन्य अभियानों में कमांडोज के सिर पर हेलमेट में फिट रहता है। इससे पूरे ऑपरेशन का वीडियो बनता है। अगस्त माह के अंत में भी इस इलाकों में सेना ने आधुनिक उपकरणों से पाकिस्तान के एसएसजी कमांडोज व आतंकवादियों की मूवमेंट रिकार्ड करने के बाद उन्हें मार गिराने के लिए त्वरित कार्रवाई की गई थी।