शहीदों के परिवारों की अनदेखी पर प्रदर्शन
शहीदों के परिवारों को नजरअंदाज करने और कोई राहत नीति नहीं बनाए जाने पर भड़की पैंथर्स पार्टी ने प्रदर्शन किया।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। शहीदों के परिवारों को नजरअंदाज करने और कोई राहत नीति नहीं बनाए जाने पर भड़की पैंथर्स पार्टी ने प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने बैनर लहराते हुए भाजपा का पुतला जलाया।
पार्टी के चेयरमैन हर्षदेव सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता प्रेस क्लब के नजदीक प्रदर्शनी मैदान में पहुंचे और वहां धरना दिया। कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार हाय-हाय, भाजपा हाय-हाय के नारे लगाते हुए कहा कि सेना, अर्धसैनिक बलों व पुलिस के जवान शहीद हो रहे हैं, लेकिन सरकार के पास शहीदों के परिवारजनों को राहत देने के लिए कोई नीति नहीं है। हर्षदेव ने कहा कि पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार ने शहीदों के परिवारजनों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है।
पाकिस्तानी गोलीबारी व आतंकियों से लोहा लेते हुए राज्य के जवान शहीद हो रहे हैं। जम्मू कश्मीर को छोड़ अन्य राज्यों की सरकारें शहीदों के परिवारजनों को इतना मुआवजा देती है, जिससे वे अपना गुजर बसर कर सकें, लेकिन जम्मू कश्मीर में शहीदों के परिवारों को पर्याप्त राहत राशि नहीं मिलती है। सीआरपीएफ जवान नरोत्तम दास जब शहीद हुए तो उनके परिवारजनों को केजरीवाल सरकार ने एक करोड़ रुपये की राहत राशि प्रदान की, लेकिन गुढ़ा सलाथिया के शहीद कुलतार सिंह के परिवार जनों को राहत राशि नहीं मिली। इस मामले की जांच की जानी चाहिए कि तबादले का आदेश जारी होने के बावजूद रिलीव नहीं किया गया। बसंतगढ़ के इमरान टॉक भी शहीद हैं, लेकिन उनके परिवार के साथ भी अनदेखी की गई।
भाजपा पर निशाना साधते हुए हर्षदेव सिंह ने कहा कि हमेशा राष्ट्रवादी होने का दम भरने वाली भाजपा की पोल खुल चुकी है। एक तरफ सरकार ने साढ़े नौ हजार से अधिक पत्थरबाजों को रिहा कर दिया। दूसरी तरफ शहीदों के परिवारों को इंसाफ नहीं दिया जा रहा है। पार्टी इस मामले पर चुप नहीं बैठेगी। शहीदों के परिवारजनों को इंसाफ दिला कर ही रहेगी।प्रदर्शनकारियों में राजेश पडगोत्रा, श्याम गोरखा, निर्मल किशोर, राज कुमार जंडियाल, रछपाल सिंह, महेंद्र सिंह, राम पाल शर्मा, विश्व सिंह, रोहित शर्मा, संसार चंद, अजय शर्मा, शैतान सिंह, अरुण सिंह, अंचल सिंह व अन्य शामिल हुए।
हिज्ब आतंकी की मौत के विरोध में हड़ताल
दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल क्षेत्र में हिज्ब आतंकी मुश्ताक अहमद चौपान की मौत के विरोध में बुधवार तीसरे दिन भी हड़ताल रही। पूरे क्षेत्र में व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे और सड़कों पर वाहन नहीं चले।गौरतलब है कि चौपान की मौत सोमवार को उस समय हुई थी, जब त्राल पुलिस थाने में आतंकियों ने एक हथगोले से हमला किया था। उधर, बांडीपोरा जिले के हाजिन इलाके में दूसरे दिन भी एक विदेशी आतंकी की मौत के विरोध में हड़ताल रही।
गौरतलब है कि सोमवार को क्षेत्र के बोन मोहल्ला इलाके में सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में लश्कर का एक विदेशी आतंकी अबू हारिस घायल हो गया था। वह घायल अवस्था में फरार होने में कामयाब तो हो गया, लेकिन अगले दिन उसका शव क्षेत्र के खोस मोहल्ला में पाया गया था।