Road Safety Week: शहर में वाहनों की संख्या तो बढ़ी लेकिन सड़कों का विस्तार नहीं हो पाया
ट्रैफिक पुलिस का मानना है कि सुरक्षित यातायात के लिए लोगों को स्वयं ही जागरूक होना होगा। लोगों को वाहन खरीदते समय यह देखना होगा कि वह वाहन को पार्क कहां करेंगे। क्या घर के बाहर सड़क पर ही वाहन पार्क होगा।
जम्मू, जागरण संवाददाता: बीते कुछ समय की बात करे तो जम्मू में जिस प्रकार से वाहनों की संख्या बड़ी हैं, उसके अनुसार सड़कों का विस्तार नहीं हो पाया हैं। करीब एक दशक पूर्व जिस प्रकार के पास मात्र एक ही वाहन हुआ करता था, अब उस परिवार के पास तीन से चार वाहन हैं। ऐसे में शहर की यातायात व्यवस्था के बेपटरी होने की संभावना बढ़ जाती हैं।
ट्रैफिक पुलिस का मानना है कि सुरक्षित यातायात के लिए लोगों को स्वयं ही जागरूक होना होगा। लोगों को वाहन खरीदते समय यह देखना होगा कि वह वाहन को पार्क कहां करेंगे। क्या घर के बाहर सड़क पर ही वाहन पार्क होगा। इसी प्रकार वाहन चलाते समय में भी यदि चालक सड़क के दबाव के अनुरूप अपनी लेन में चलें तो जाम से निजात मिलेगी और दुर्घटनाओं में कमी आ सकती है। लेकिन वाहन चालक अब तक लेन ड्राइङ्क्षवग के प्रति सजग नहीं हैं।
जाम से निजात दिलाने के लिए किया जा रहा काम
एसएसपी ट्रैफिक शिव कुमार शर्मा का कहना है कि शहर को जाम से मुक्त रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस प्रयास कर रही हैं। फुटपाथ पर अवैध कब्जों को हटाने के लिए नगर निगम के साथ मिलकर कार्रवाई की जा रही हैं। सड़क हादसों को रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने कार्य योजना बनाई हैं, जो निम्नलिखित हैं-
- सड़क हादसों वाले ब्लैक स्पॉट की पहचान कर हादसों की रोकथाम के लिए सुरक्षा व्यवस्था तैयार की जा रही है।
- वाहनों पर ओवरलोड होकर चलने पर रोक लगाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में औचक नाके लगाए जा रहे हैं।
- वाहन चालक विशेषकर यात्री वाहन चालकों के लाइसेंस की जांच होगी। यदि अनजान व्यक्ति यात्री वाहन चलाता है तो वह अपने साथ दूसरों की जिंदगी को जोखिम में डालता है।
- बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने पर सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। इसी प्रकार बिना सीट बेल्ट के चार पहिया वाहन चलाने पर जुर्माना किया जा रहा है।
- ट्रैफिक सिग्नल लाइट जंप करने वाले चालकों पर यातायात नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी। लाइट जंप करने से हादसे होने का खतरा बना रहता है।
- शहर की सड़कों पर हुए अवैध कब्जों को हटाने के बाजार एसोसिएशन के सदस्यों से बात की जा रही है।
- ट्रैफिक पुलिस अपने संस्थानों को मजबूत कर रही है। ई-चालान की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है। इसके साथ शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालकों की पहचान के लिए नए एल्को मीटर, नए संकेतक और रिफ्लेटर की खरीद के लिए पुलिस मुख्यालय से टेंडर जारी किया गया है।
जागरूकता से कम किए जा सकते हैं हादसे
यातायात विभाग के एआरटीओ पवन शर्मा का कहना है कि उनका विभाग अभियान के तहत यातायात जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाता है, लेकिन जब तक प्रत्येक व्यक्ति स्वयं जागरूक नहीं होंगे और यातायात नियमों का पालन नहीं करेंगे, तब तक सुधार संभव नहीं है।
यातायात विभाग ने अपने कामकाज को पूरी तरह से पारदर्शी बना दिया हैं। लाइसेंस जारी करने के लिए आन लाइन आवेदन मांगा जा रहा है। वाहनों की फिटनेस के लिए बोर्ड का गठन किया जाता है। इसके अलावा औचक नाके लगा कर यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाती है।