Move to Jagran APP

Coronavirus: धरे के धरे रह गए नियम, एक दम से बढ़ी मरीजों की संख्या, सभी मरीजों तक पहुंचना हो रहा मुश्किल

जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमण के मामलों में रविवार को अब तक के सभी रिकार्ड टूट गए। एक दिन में सबसे अधिक 1316 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 07 Sep 2020 11:52 AM (IST)Updated: Mon, 07 Sep 2020 11:52 AM (IST)
Coronavirus: धरे के धरे रह गए नियम, एक दम से बढ़ी मरीजों की संख्या, सभी मरीजों तक पहुंचना हो रहा मुश्किल
Coronavirus: धरे के धरे रह गए नियम, एक दम से बढ़ी मरीजों की संख्या, सभी मरीजों तक पहुंचना हो रहा मुश्किल

जम्मू, रोहित जंडियाल: कश्मीर के बाद अब जम्मू संभाग में भी बिना लक्षण वाले मरीजों को अब घरों में ही आइसोलेट किया जा रहा है। पिछले आठ दिनों में ही दो हजार के आसपास ऐसे मरीज हैं जो कि घरों में ही रहकर अपनी देखभाल कर रहे हैं। लेकिन इनमें से अधिकांश मरीजों को स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से पल्स आक्सीमीटर नहीं देने से वे खुद ही इन्हें खरीद रहे हैं। इससे बाजार में पल्स आक्सीमीटर की मांग बढ़ गई है।जम्मू संभाग के जम्मू जिले में ही अब तक पचास हजार के करीब लोगों के रैपिड एंटीजन टेस्ट हुए हैं। इनमें 2800 से अधिक लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। अधिकांश संक्रमित ऐसे हैं जिनमें कोई भी लक्षण नहीं है। इन सभी को घरों में रहने को कहा जा रहा है।

prime article banner

सरकार के आदेश के अनुसार बिना लक्षण वाले जिन मरीजों को घरों में आइसोलेट करना है, उन्हें एक पल्स आक्सीमीटर देना है ताकि वह अपने खून में आक्सीजन का स्तर देख सकें। अगर यह स्तर 90 फीसद से कम हो जाता है तो उन्हें तुरंत अस्पताल में आने के निर्देश हैँ। यही नहीं इन मरीजों के फोन में केंद्र सरकार की आरोग्य सेतू एप भी होनी चाहिए तथा घरों के बाहर लिखा होना चाहिए कि यहां पर संक्रमित मरीज है। लेकिन जम्मू जिले में एक दम से मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होने से सभी नियम धरे के धरे रह गए। स्वास्थ्य विभाग के पास अभी इतने पल्स आक्सीमीटर हैं ही नहीं कि वे मरीजों में बांट सकें। यही नहीं स्टाफ की कमी के चलते सभी संक्रमितों के पास विभाग के अधिकारी पहुंच भी नहीं पा रहे है। ऐसे में मरीज विभाग के स्थान पर अपने रुपयों से ही पल्स आक्सीमीटर ले रहे हैं। इसकी कीमत एक हजार से दो हजार रुपयों के बीच हैं। इससे बाजार में इन पल्स आक्सीमीटर की मांग भी बढ़ गई है।

यही नहीं कई ऐसे भी लोग हें जो कि कोरोना संक्रमण की आशंका के चलते, पहले से ही पल्स आक्सीमीटर खरीद कर घरों में रख रहे हैं। रैपिड एंटीजन टेस्ट में संक्रमित आए कुछ मरीजों ने बताया कि उन्हें किसी ने कुछ नहीं दिया। बस इतना कहा गया कि आप घर में रहो और सभी से अलग रहो। इसके बाद बाजार से पल्स आक्सीमीटर लिया है। स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों का कहना है कि रैपिड एंटीजन टेस्ट में बड़ी संख्या में मरीज सामने आ रहे हैं। ऐसे में सभी को यही अनुरोध किया जा रहा है कि बिना लक्षण वाले मरीज घरों में सभी सावधानी बरतें। गंभीर रूप से बीमार मरीजों को मेडिकल कालेज जम्मू के आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है।

एक दिन में सबसे अधिक 1316 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई: जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमण के मामलों में रविवार को अब तक के सभी रिकार्ड टूट गए। एक दिन में सबसे अधिक 1316 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। लगातार चौथे दिन पूरे केंद्र शासित प्रदेश में एक हजार से अधिक मामले आए हैं। इसे मिलाकर अब संक्रमितों का आंकड़ा 43,557 हो गया है। वहीं 14 मरीजों की मरीजों की मौत होने से मरने वालोें का आंकड़ा 784 हो गया है। मरने वालों में सात जम्मू संभाग ओर सात कश्मीर संभाग के हैं। अच्छी बात यह है कि 403 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी कर दी गई है। अब तक 32,327 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी हुई है।नेशनल हेल्थ मिशन से मिले आंकड़ों के अनुसार रविवार को कुल 1316 संक्रमण के मामले आए। इनमें 648 कश्मीर और 668 जम्मू संभाग के हैं। जम्मू जिले में सबसे अधिक 451 मामले आए हैं। वहीं राजौरी जिले में 42, कठुआ में 31, उधमपुर में 17, सांबा में 25, रामबन में 10, डोडा में 36, पुंछ में 26, रियासी में 8 ओर किश्तवाड़ में 19 मरीज आए। वहीं कश्मीर संभाग में श्रीनगर में 185, बारामुला में 59, पुलवामा में 49, बडगाम में 69, अनतंनाग में 61, बांडीपोरा में 32, कुपवाड़ा में 93, कुलगाम में 11, शोपियां में 7 ओर गांदरबल में 82 मामले आए।वहीं रविवार को 14 मरीजों की मौत हुई। इनमें सात जम्मू संभाग और सात कश्मीर में हुई।

जम्मू संभाग में चार मौतें जम्मू जिला में हुई। एक मौत अप्पर बरनेई की रहने वाली सात महीने की बच्ची की भी हुई। वह श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल में भर्ती थी। इस बच्ची को पहले भी अस्पताल में उपचार के लिए लाया था लेकिन अब टेस्ट नेगेटिव आया था। इस बार भर्ती करने पर उसमें संक्रमण की पुष्टि हुई। उसके फेफड़ों में संक्रमण हो गया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शाम को उसे दफना दिया गया। जम्मू संभाग में यह अब तक की सबसे छोटी उम्र की मरीज है जिसकी मौत हुई है। वहीं दूसरी मौत जीएमसी में एक अज्ञात मरीज की हुई। उसे कुछ दिन पहले ठंडी खुई से लाया गया था। तीसरी मौत गुज्जर नगर के रहने वाले मरीज की हुइ्र। उसकी मौत के बाद पहला टेस्ट नेगेटिव आया जबकि दूसरा टेस्ट पाजिटिव आया। अब उसका एक और टेस्ट करवाया जा रहा है। जम्मू में चौथी मौत शक्ति नगर के रहने वाले 78 साल के मरीज की हुई। उसे दो अगस्त को सीसीयू वार्ड में भर्ती करवाया गया। एक मौत कठुआ के रहने वाले 70 साल के मरीज की हुई। वह जंगलोट का रहने वाला था। एक मौत सांबा और एक राजौरी के मरीज की हुई। वहीं कश्मीर में हुई मौतों में चार श्रीनगर जिले में हुईं जबकि एक पुलवामा, एक बडगाम, एक कुलगाम में हुई। इसे मिलाकर अब तक श्रीनगर जिले में सबसे अधिक 237, बारामुला में 104, पुलवामा में 57, बडगाम में 65, अनंतनाग में 52, बांडीपोरा में 26, कुपवाड़ा में 54, कुलगाम में 38, शोपियां में 28, गांदरबल में 25, जम्मू में 63, राजौरी में छह, कठुआ में नौ, उधमपुर में चार, सांबा में चार, रामबन में एक, डोडा में पांच, पुंछ में पांच, ओर किश्तवाड़ में एक मरीज की मौत हुई है। अच्छी बात यह है कि शनिवार को 403 और मरीजों को छुट्टी होने के साथ ही अब तक 32,327 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी हो गई है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.