Coronavirus: रमजान का पहला दिन अहम है, कोरोना को लेकर सामूहिक नमाज पर प्रशासन सख्त
रमजान का पहला दिन 25 अप्रैल शनिवार को या 25 अप्रैल शनिवार को हो सकता है। अलबत्ता यह चांद नजर पर निर्भर करेगा। दोनों ही परिस्थितियों में यह शुक्रवार अहम है
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। रमजान का पहला दिन 25 अप्रैल शनिवार को है। पवित्र रमजान से एक दिन पहले यानी आज नमाज-ए-जुमे के दौरान भी कश्मीर में सभी मस्जिदों के आसपास पुलिस और अर्धसैनिकबलों को तैनात रखने का फैसला किया है।उलेमाओं, खतीबों से कहा है कि वे अपने प्रभाव का पूरा इस्तेमाल कर किसी को भी सामूहिक नमाज के लिए जमा न होने दें। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर प्रदेश में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 410 का आंकड़ा पार कर चुकी है। पांच मरीजों की मौत हो चुकी है।
प्रशासन ने पहले ही कश्मीर में सभी धर्मस्थलों को बंद रखने का निर्देश जारी कर रखा है। अधिकांश इलाकों में मस्जिदों में सिर्फ अजान हो रही है। कई जगह लोग प्रशासनिक पाबंदियों का उल्लंघन कर मस्जिदों में सामूहिक तौर पर नमाज अता कर रहे हैं। बांडीपोर, त्राल, हीरपोरा, पुलवामा, कुपवाड़ा में बीते दिनों सामूहिक नमाज से रोके जाने पर कई लोगों ने पथराव किया है।
लॉकडाउन को प्रभावी रूप से लागू करने में जुटे प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि पाक रमजान का पहला दिन हो या फिर रमजान का पहला जुमा, कई लोग कोशिश करेंगे कि वे मस्जिद में ही नमाज अदा करें इससे कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए जारी कवायद को बड़ा नुकसान पहुंचेगा। बीते दिनों के अनुभव के आधार पर हमें लगता है कि इस शुक्रवार को भी कई जगह लोग जबरदस्ती सामूहिक नमाज के लिए मस्जिदों में जमा हो सकते हैं।
हिंसा भड़काने के लिए साजिशें कर रहे शरारती तत्व भी मौके का फायदा उठा सकते हैं। सभी थाना और चौकी प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने इलाके मे किसी भी मस्जिद, मैदान या किसी अन्य जगह सामूहिक नमाज के लिए लोगों को जमा न होनें दें।
अगर कोई उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए। सभी मुहल्ला समितियों और मस्जिद कमेटियों के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ संपर्क कर हालात की संवेदनशीलता से अवगत कराते हुए बताया जा रहा है कि वे किसी भी सूरत में भीड़ जमा न होने दें,अन्यथा कोविड-19 उनके घर में दाखिल हो जाएगा। शुक्रवार को पूरी वादी में लाकडाउन को सख्त कर्फ्यू की तरह लागू रखा जाएगा।
घरों में ही नमाज अदा करने की अपील कश्मीर के सभी इस्लामिक संगठनों के साझा मंच मुत्तहिदा मजलिसए उलेमा ने फिर से लोगों से घरों में ही नमाज अदा करने की अपील की है। मुफ्ती ए आजम मुफ्ती नासिर उल इस्लाम ने कहा है कि सिर्फ मोअज्जिन ही अजान के लिए मस्जिद में आएं, अन्य लोग घरों में ही नमाज अदा करें। महामारी समय मस्जिद में आना कोई जरूरी नहीं है।