Jammu Lockdown Effect: लॉकडाउन से तरोताजा हुई जम्मू की आबोहवा
तवी नदी के किनारे शिवालिक पहाड़ियों के निचले हिस्से में बसे जम्मू के स्वच्छ पर्यावरण पर प्रदूषण का जो ग्रहण लगा था वह फिलहाल हट गया है।
जम्मू, जागरण संवाददाता : कोरोना वायरस को हराने के लिए पिछले नौ दिन से जारी लॉकडाउन का सबसे बड़ा फायदा जम्मू के पर्यावरण को हुआ है। घातक स्तर पर पहुंच चुकी शहर की आबोहवा एक बार फिर से तरोताजा हो गई है। जम्मू के एयर क्वालिटी इंडेक्स में पचास फीसद तक का सुधार हुआ है। जम्मू में आम दिनों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 100-120 के आसपास आता है, लेकिन पिछले चंद दिनों से यह इंडेक्स 50 के आसपास दर्ज हुआ है। वीरवार को भी जम्मू का एयर क्वालिटी इंडेक्स 47.37 रिकॉर्ड किया गया।
तवी नदी के किनारे शिवालिक पहाड़ियों के निचले हिस्से में बसे जम्मू के स्वच्छ पर्यावरण पर प्रदूषण का जो ग्रहण लगा था, वह फिलहाल हट गया है। पिछले दो दशक में जम्मू शहर का प्रदूषण स्तर लगातार बढ़ रहा था। हालात यह बन चुके थे कि शहर का प्रदूषण स्तर सामान्य से 15-20 फीसद ऊपर पहुंच चुका था। प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, अगर किसी शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से ऊपर आता है तो वह बच्चों, बुजुर्गो व सांस के रोगियों के लिए अच्छा नहीं। मार्च की शुरुआत में जम्मू इसी संवेदनशील श्रेणी में था, लेकिन अब लॉकडाउन का मैजिक कह लीजिए, शहर के प्रदूषण स्तर पर उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
चार मानकों की होती है जांच : यूं तो किसी शहर के प्रदूषण स्तर की जांच के लिए बारह मानक निर्धारित हैं, लेकिन जम्मू में मैन्युअल तरीके से आंकड़े जुटाए जाते हैं । मौजूदा समय में प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड चार मानकों की नियमित जांच कर रहा है। बोर्ड की ओर से बड़ी ब्राह्मणा, नरवाल स्थित बोर्ड कार्यालय व मौलाना आजाद स्टेडियम में नियमित रूप से यह जांच की जाती है। लॉकडाउन के बीच ऑनलाइन एंट्री सिस्टम में दर्ज हो रही है, जिससे बोर्ड प्रदूषण स्तर पर लगातार नजर बनाए हुए है।
- जम्मू की सड़कों पर इस समय पांच लाख से अधिक वाहन नहीं चल रहे। निर्माण कार्य भी बंद हैं। प्रदूषण के यहीं मुख्य कारण रहते हैं। वाहनों से निकलने वाला धुआं और निर्माण कार्यों से उड़ने वाली धूल से हवा में प्रदूषण बढ़ता है और इस लॉकडाउन के कारण यह सबकुछ नहीं हो रहा। इस कारण एयर क्वालिटी इंडेक्स में इतना सुधार दिख रहा है। - डॉ. यशपाल शर्मा, वैज्ञानिक प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
एयर क्वालिटी इंडेक्स :
- 0-50 : सेहत के लिए सबसे अच्छा
- 51-100 : हल्का प्रदूषित
- 101-150 : संवेदनशील
- 151-200 : अस्वस्थ/हानिकारक
- 201-300 : बहुत हानिकारक
- 301-500 : खतरनाक