जम्मू-कश्मीर में पीएम मोदी के दौरे में आतंकी साजिश, एजेंसियां अलर्ट, तमाम रास्तों पर नाके बढ़ाए गए
तीन फरवरी को जम्मू-कश्मीर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे को लेकर सीमा पार साजिशें रची जा रही हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा से लेकर नियंत्रण रेखा तक पाक ने गोलाबारी भी तेज कर दी है।
जागरण संवाददाता, जम्मू। तीन फरवरी को जम्मू-कश्मीर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे को लेकर सीमा पार साजिशें रची जा रही हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा से लेकर नियंत्रण रेखा तक पाक ने गोलाबारी भी तेज कर दी है। पाक परस्त आतंकवादियों की कोशिश है कि कोई ऐसी हरकत की जाए कि जिससे वे सनसनी फैला सकें।
अंतरराष्ट्रीय सीमा से कुछ दूर पहले विजयपुर में मोदी के रैली स्थल को पहले से ही सील कर दिया है। जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ने वाले सीमांत क्षेत्रों में नाके बढ़ाए गए हैं। वहीं बीएसएफ को निर्देश हैं कि सीमा पार किसी भी हलचल को हल्के में न लिया जाए।गणतंत्र दिवस समारोहों के शांतिपूर्ण निपटने के बाद सुरक्षा एजेंसियां प्रधानमंत्री के दौरे को हल्के में नहीं ले रही हैं। उन्हें आशंका है कि आतंकी जम्मू-कश्मीर में किसी वारदात को अंजाम देकर ऐसी किसी अप्रत्याशित घटना को अंजाम न दे दें। पिछले कुछ दिनों नजर डालें तो अंतरराष्ट्रीय सीमा सांबा और हीरानगर सेक्टर पर घुसपैठ की कोशिशों को बीएसएफ ने नाकाम बना दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांबा जिले के विजयपुर इलाके में एम्स अस्पताल का नींव पत्थर रखेंगे।
यह इलाका सीमा से करीब बीस किलोमीटर दूर है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर कोई भी कसर नहीं छोड़ी जा रही है। एनएसजी के जवानों को दो दिन पहले जम्मू के उन संवेदनशील इलाकों की रैकी करने को कहा गया है जहां वह संबोधन करेंगे। सूत्रों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सीमा पार पाकिस्तान में 150 दुर्दांत आतंकवादी घुसपैठ के प्रयास में हैं कि किसी तरह प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर ऐसी घटना को अंजाम दिया जाए कि जिससे अंतरराष्ट्रीय मंच पर यह संदेश दिया जाए कि जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य नहीं हैं। इन आतंकवादियों को अलग-अलग गुटों में लांचिंग पैड पर भेजा है।
कई ऐसे नदी-नाले हैं जहां फेंसग नहीं गत दिवस रामगढ़ सेक्टर के धमाल नाला इलाके में भी घुसपैठ की आशंका को देखते हुए सुरक्षाबलों ने अभियान चलाया। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भी कई ऐसे नदी-नाले हैं जहां पर फें¨सग नहीं है। जिससे आतंकवादी घुसपैठ कर सकते हैं। एसपी कठुआ श्रीधर पाटिल के नेतृत्व में महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर तमाम पहलुओं पर गहन मंथन हुआ। राज्य के प्रवेशद्वार कठुआ से लेकर अखनूर अंतर्राष्ट्रीय सीमा के सवा सौ किलोमीटर के दायरे में सुरक्षा एजेंसियों को चौकस कर दिया है। बीएसएफ जो अग्रिम सीमा पर तैनात है को निर्देश दिए हैं कि किसी भी हलचल को हल्के से न लिया जाए। सीमा से जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ने वाले तमाम रास्तों पर पुलिस, सीआरपीएफ के नाके लगाए गए हैं। किसी भी संदिग्ध को देखे जाने पर पुलिस कंट्रोल रूम से संपर्क साधने के निर्देश दिए गए हैं।