Jammu Kashmir : विदेशी आतंकी ने हथियारों की बरामदगी के लिए साथ गई पुलिस पार्टी पर किया हमला, मुठभेड़ में मार गिराया
मोहम्मद अली ने जिस स्थान पर हथियार होने की बात बताई थी की जांच की गई लेकिन वहां से हथियार बरामद नहीं हुए। इसके बाद आतंकी ने पुलिस पार्टी को सतवारी फ्लाएं मंडाल इलाके में चलने के लिए कहा। मंडाल क्षेत्र पाकिस्तान की सीमा से कुछ दूरी पर है।
जम्मू, जागरण संवाददाता। भारत-पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा के मंडाल क्षेत्र में ड्रोन के जरिए फेंके गए हथियारों का जखीरा बरामद करने के लिए पुलिस पार्टी के साथ गए पाकिस्तानी आतंकी ने हथियार छीन जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस दल ने आतंकवादी को वहीं ढेर कर दिया। इस मुठभेड़ में पुलिस का एक जवान भी घायल हुआ है। गोली पुलिसकर्मी की बाजू पर लगी। इस घटना से पूर्व आतंकी के खुलासे से जमीन के नीचे छुपा कर रखे गए हथियारों की खेप बरामद हुआ है।
यह घटना बुधवार शाम की है। कोट भलवाल जेल में बंद पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद अली हुसैन उर्फ कासिम जहांगीर निवासी पाकिस्तान को लेकर जम्मू पुलिस का एक दल अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास पहुंचा। पुलिस जांच में यह बात सामने आई थी कि मोहम्मद अली कोट भलवाल जेल से सीमा पार बैठे आतंकियों के संपर्क में है और फोन के जरिए सीमा पार से ड्रोन के जरिए हथियारों की खेप मंगवा रहा है।
दरअसल इस वर्ष 24 फरवरी को अरनिया पुलिस ने ड्रोन से पाकिस्तान द्वारा फेंके गए हथियारों के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। जिसकी पूछताछ के दौरान कोट भलवाल जेल में बंद आतंकी मोहम्मद अली का नाम सामने आया। जो जेल से इस नेटवर्क को चला रहा था।
मोहम्मद अली का नाम इस मामले में सामने आने पर जम्मू पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए कोर्ट में पेश कर रिमांड में ले लिया। पूछताछ में मोहम्मद अली ने बताया कि सीमा पार से ड्रोन के जरिए दो खेप आई है। जिसे अरनिया और सतवारी के फ्लाएं मंडाल इलाके में जमीन के नीचे दबा के रखा गया है। पुलिस पार्टी मोहम्मद अली को लेकर अंतरराष्ट्रीय सीमा के अरनिया सेक्टर में लेकर गई।
मोहम्मद अली ने जिस स्थान पर हथियार होने की बात बताई थी की जांच की गई लेकिन वहां से हथियार बरामद नहीं हुए। इसके बाद आतंकी ने पुलिस पार्टी को सतवारी फ्लाएं मंडाल इलाके में चलने के लिए कहा। मंडाल क्षेत्र पाकिस्तान की सीमा से कुछ दूरी पर है। पुलिस पार्टी जैसे ही उसे मंडाल में लेकर गई। तो उसने वह स्थान बताया यहा हथियार छुपा के रखे गए थे। मोहम्मद अली के खुलासे से पुलिस कर्मी जमीन के नीचे से हथियारों की खेप बरामद करने मे व्यस्त हो गए।
इस दौरान मौका पाकर मोहम्मद अली ने एक पुलिसकर्मी का सर्विस राइफल छीन ली और गोली चला दी। इस पर मौके पर मौजूद अन्य पुलिसकर्मी कर्मियों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की जिसमें अली मोहम्मद को गोली लग गई। मोहम्मद अली और घायल कांस्टेबल को तुरंत जीएमसी अस्पताल में ले जाया गया। जहां आतंकी को डॉक्टरों ने लाया हुआ घोषित कर दिया। घटनास्थल पर तुरंत पुलिस ने बम निरोधक दस्ते को मंडाल में बुलाया गया। जिसकी मदद से जमीन के नीचे पड़े हथियारों को निकाला गया। पैकेट में कितने हथियार थे पुलिस का पता लगा रही है।