टेरर फंडिंग में सात लोगों से होगी पूछताछ
जागरण संवाददाता जम्मू 532 किलो हेरोइन रिकवरी मामले में सिरसा से गिरफ्तार अंतरराष्ट्रीय नशा तस्कर
जागरण संवाददाता, जम्मू : 532 किलो हेरोइन रिकवरी मामले में सिरसा से गिरफ्तार अंतरराष्ट्रीय नशा तस्कर रंजीर्त ंसह उर्फ चीता और आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के वित्तीय रिश्तों की बात सामने आने के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस और एनआइए इस मामले में फिर से सक्रिय हो गई है। यहा तक कि टेरर र्फंडग में पहले से पकड़े गए लोगों से पूछताछ की तैयारी कर ली गई है। फिलहाल, सात लोगों की सूची तैयार की गई है। इनमें से चार कोट भलवाल जेल में ही बंद हैं। इसके अलावा क्रास एलओसी ट्रेड से जुड़े प्रदेश के उन व्यापारियों को भी चिह्नति किया जा रहा है, जो अमृतसर और जालंधर के व्यापारियों के साथ सीधे जुड़े हुए थे।
दरअसल, पूछताछ में चीता ने कई सनसनीखेज जानकारिया दी हैं। पंजाब में पूछताछ में उसने बताया कि हेरोइन बिक्री के बाद ड्रग मनी का बड़ा हिस्सा जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के पास पहुंचाया जाना था, जिससे भारी मात्रा में हथियार खरीदकर संगठन आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देता। पूछताछ के दौरान दोनों भाइयों ने स्वीकार किया है कि पाकिस्तान से आई 532 किलो हेरोईन की खेप में से 132 किलो हेरोइन पंजाब समेत दिल्ली, मुंबई और कुछ अन्य राज्यों में सप्लाई की जानी थी। शेष 400 किलो हेरोइन र्को ंसगापुर, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भेजने के लिए सी रूट (समुद्र मार्ग) का इस्तेमाल किया जाना था।
राष्ट्रीय जाच एजेंसी (एनआइए) वर्ष 2017 से ही जम्मू कश्मीर में टेरर र्फंडग व हवाला मामलों की जाच कर रही है। इस सिलसिले में करीब दो दर्जन अलगाववादी नेताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। यहा तक कि पंजाब, हरियाणा व दिल्ली के कुछ व्यापारियों के अलावा जम्मू कश्मीर के चार व्यापारी भी पकड़े जा चुके हैं। टेरर र्फंडग के चलते ही भारत-पाक के बीच क्रॉस एलओसी ट्रेड को रोका गया है। इस ट्रेड की आड़ में भी मादक पदार्थो की तस्करी होती रही है। क्रॉस एलओसी ट्रेड के जरिए व्यापार का एक बड़ा हिस्सा आतंकी संगठनों तक पहुंचता रहा है। भाग से लेकर हेरोइन तक की होती है तस्करी
जम्मू कश्मीर पुलिस सूत्रों ने बताया कि चीता की गिरफ्तारी सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में मारे गए हिजबुल मुजाहिदीन के कश्मीर के कमाडर रियाज नाइकू से जुड़े हिलाल अहमद वागे से मिले सुरागों के आधार पर हुई है। वागे को अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह में पकड़ा गया था। वह वहा हिजबुल के लिए पैसा लेने गया था। सूत्रों ने बताया कि यहा सभी जानते हैं कि हिज्ब कमाडर दक्षिण कश्मीर में अफीम व भाग की खेती पर स्थानीय ड्रग माफिया से प्रोटेक्शन मनी लेते हैं। वह अफीम, चरस और हेरोईन की सरहद पार से आने वाली खेप को भी स्थानीय ड्रग माफिया की मदद से देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाकर कमाई का एक हिस्सा अपने खर्च के लिए लेते हैं। बीते दो-तीन वर्षो से पंजाब के रास्ते जम्मू कश्मीर में हथियार आए हैं। यह हथियार अमृतसर से ही भेजे गए थे। एनआइए ने पुलिस से मागीं अहम जानकारिया
सूत्रों ने बताया कि एनआइए ने टेरर र्फंडग मामले की जारी जाच अब और विस्तार दिया है। नशे से धन की उगाही के पहलू की जाच शुरू कर दी गई है। इस सिलसिले में एनआइए ने कथित तौर पर प्रदेश पुलिस से कुछ आवश्यक सूचनाएं देने के लिए कहा है। इसमें क्रास एलओसी ट्रेड से जुड़े कुछ व्यापारियों के नाम भी हैं। रंजीर्त ंसह चीता से पूछताछ के संदर्भ में बताया कि जम्मू कश्मीर पुलिस लगातार पंजाब पुलिस के संपर्क में हैं। फिलहाल, पंजाब पुलिस ही चीता और हिलाल वागे समेत अन्य लोगों से पूछताछ कर रही है। पंजाब पुलिस और एनआइए से हम लगातार संपर्क में हैं। जम्मू कश्मीर पुलिस भी मामले में जाच कर रही है। पंजाब पुलिस से जो इनपुट मिल रहे हैं, उनके आधार पर संदिग्धों की धरपकड़ की जा रही है।
दिलबार्ग ंसह, पुलिस महानिदेशक जम्मू कश्मीर