Jammu Lockdown: तब्लीगी से जुड़े 10 रोहिंग्या दबोचे, दो हजार संदिग्धों की पहचान
इसके अलावा जिला पुंछ से दस जबकि कठुआ से सात लोगों की पहचान कर उन्हें भी पुलिस ने क्वारंटाइन केंद्र भेजा है। ये सभी लोग भी तब्लीगी जमात कार्यक्रम में भाग लेकर लौटे हैं।
जम्मू, जेएनएन। राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के संपर्क में आए करीब दो हजार लोगों की पहचान की गई है। इनमें अधिकतर वे लोग हैं, जो दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज में शामिल होकर लौटे जमात के नेताओं व कार्यकर्ताओं के संपर्क में आए हैं। बुधवार को प्रशासन ने पहले जम्मू में 10 रोङ्क्षहग्या को पकड़ा, जो तब्लीगी मरकज से लौटकर छिपे बैठे थे। इनकी निशानदेही पर 20 और लोगों को पकड़कर सभी को क्वारंटाइन भेज दिया गया है। कुल 30 लोगों में 18 रोहिंग्या और 12 बांग्लादेशी बताए जा रहे हैं। इसके अलावा ऊधमपुर में भी तब्लीगी के संपर्क में आए 50 से 60 लोगों की पहचान हुई है, इनमें से 22 लोगों को क्वारंटाइन भेज दिया गया है। कठुआ जिले में तब्लीगी मरकज से लौटे सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनके घरों के आसपास के क्षेत्र को सैनिटाइज किया गया है। राजौरी जिले में भी ऐसे 15 व सांबा में नौ लोगों की तलाश की जा रही है।
तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों के जम्मू और कश्मीर में पहुंचने की सूचना पर पुलिस की विशेष टीम ने बुधवार को जम्मू की विभिन्न रोङ्क्षहगया और बांग्लादेशी बस्तियों में दबिश देकर संदिग्धों को क्वारंटाइन सेंटरों में भेजा।
इस बीच, सांबा के रामगढ़ में भी एक तब्लीगी जमात से ताल्लुक रखने वाले को 12 दिनों तक जानकारी न देने पर क्वारंटाइन सेंटर में भेजा गया है। सांबा पुलिस ने उस मौलवी के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया है, जिसने जमात से जुड़े इस व्यक्ति को मस्जिद में शरण दी थी। सूत्रों के मुताबिक यह व्यक्ति 21 मार्च से लेकर अब तक स्थानीय मस्जिद में शरण लिए हुए था। बताया जा रहा है कि वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। अब पुलिस इसके संपर्क में आए अन्य लोगों को भी तलाश रही है। इस बीच, निजामुद्दीन से आए एक व्यक्ति को जिला अस्पताल सांबा में क्वारंटाइन में रखा गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेंद्र सम्याल ने बताया कि फिलहाल संदिग्ध के टेस्ट जांच में भेजे हैं। वहीं अन्य नौ लोगों के बारे में जब पूछा तो उन्होंने बताया कि उन्हें जो मोबाइल नंबर की लिस्ट सौंपी गई है, वह नंबर दूसरे राज्यों में मिलते हैं इसलिए उनका कोई पता नहीं चला है।
वहीं एसएसपी पुंछ ने भी निजामुद्दीन कार्यक्रम में भाग लेकर वापस लौटे दस लोगों की पहचान कर उन्हें क्वारंटाइन केंद्र भेजने की पुष्टि की है। यही नहीं कठुआ डीसी ओपी भगत ने भी 7 लोगों के कोरोना संदिग्ध होने पर उन्हें तुरंत नगरी स्थित क्वारंटाइन में भेज दिया है। ये सातों भी दिल्ली निजामुद्दीन तब्लीगी जमात कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे। सभी 7 लोग कठुआ शहर व उससे सटे गांवों के रहने वाले हैं। प्रशासन को यह सूचना मिली कि मंगलवार को कठुआ वापस लौटे इन लोगों ने अपने स्वास्थ्य की जांच नहीं करवाई है। इसका तुरंत संज्ञान लेते हुए सभी को घरों से पकड़कर क्वारंटाइन केंद्र भेजा गया। यही नहीं ट्रैवल हिस्ट्री छिपाने पर एसएसपी कठुआ को मामला दर्ज करने की के लिए भी निर्देश दिए गए हैं।