Meteorological Center in Ladakh: अब केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में होगी मौसम की सटीक जानकारी, प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने मौसम विज्ञान केंद्र का किया उद्घाटन
अब लद्दाख मौसम का हाल जानने के लिए श्रीनगर के मौसम विज्ञान केंद्र पर पूरी तरह आश्रित नहीं होगा। हालांकि अभी लद्दाख का केंद्र श्रीनगर स्थित केंद्र के साथ सामंजस्य से काम करेगा। जम्मू-कश्मीर मौसम विभाग के निदेशक सोनम लोटस ही लद्दाख केंद्र का प्रभार संभालेंगे
जम्मू, जेएनएन: केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख काे आखिर अपना मौसम विज्ञान केंद्र मिल ही गया। केंद्रीय विज्ञान और प्रोद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन, लद्दाख के सांसद टी. नामग्याल और उपराज्यपाल आरके माथुर ने मंगलवार को औपचारिक रूप से इस केंद्र का उद्घाटन किया। लद्दाख का मौसम देश के अन्य भागों से एकदम अलग है। यहां पर न्यूनतम तापमान माइनस 40 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 37 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है। ऐसे में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद मौसम विज्ञान केंद्र का अलग होना अनिवार्य था।
प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान को रोकने के लिए भी यह मौसम विज्ञान केंद्र जरूरी था। इसके बाद ही केंद्र ने अलग से केंद्र बनाने का फैसला किया। समुंद्र तल से 3500 मीटर की ऊंचाई पर, यह केंद्र देश में सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित है। लेह का मौसम विज्ञान केंद्र देश में ही नहीं बल्कि विश्व में अत्याधुनिक सबसे उच्चतम मौसम केंद्र में शामिल होगा। यह केंद्र वास्तविक समय के आधार पर सभी प्रकार के मौसम और जलवायु संबंधी जानकारी प्रदान करेगा। इस समय लद्दाख में चार आटोमैटिक वेदर स्टेशन हैं। आईएमडी नेटवर्क को मजबूत करने के लिए कारगिल, द्रास, पैंगोंग त्सो, ज़ांस्कर और नुब्रा जैसे प्रमुख स्थानों पर कम से कम 10 अतिरिक्त आटोमैटिक वेद स्टेशन लगाने का प्रस्ताव दिया गया है।
आइएमएडी वायु प्रदूषण को मांपने के अलावा डापलर वेदर रडार भी लगाएगा। आइएमडी मौसम विज्ञान केंद्र को विश्व स्तरीय बनाने के लिए हर संभव कदम उठाएगा। आईएमडी अब लद्दाख के लोगों को मौसम का पूर्वानूमान भी बताएगा। पर्यटक स्थलों नुब्रा, चंगथंग, पैंगांग झील, जंस्कार, कारगिल, द्रास, आर्यन घाटी, खल्सी में मौसमका पूर्वानूमान भी बतारया जाएगा। इसके अलावा पर्वतारोहियों , ट्रेकिंग करने वालों, कृष, बाढ़ृ की चेतावनी भी लोगों को दी जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने वर्चुअल मोड से इसका उदघाटन करने के बाद उम्मीद जताई कि अब केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लोगों को मौसम की स्अीक जानकारी मिलेगी। इस केंद्र के फिलहाल डायरेक्टर सोनम लोटस ही होंगे।