Jammu University में काले बैच लगा टीचिंग स्टाफ ने शुरू की कक्षाएं लेना, बीस दिन बाद सामान्य हुई गतिविधियां
सात सितंबर को प्रो. चंद्रशेखर ने आत्महत्या की थी। उसके बाद से ही जम्मू यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन के बैनर तले सारा टीचिंग स्टाफ जिसमें प्रोफेसर एसोसिएट प्रोफेसर असिस्टेंट प्रोफेसर शामिल है हड़ताल पर चले गए थे।सीबीआइ जांच करवाने के मुद्दे पर आंदोलन शुरू किया था।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : साइकोलाजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. चंद्रशेखर की आत्महत्या के 20 दिन बाद जम्मू विश्वविद्यालय में बुधवार को पढ़ाई शुरू हो गई। टीचिंग स्टाफ ने काले बैच लगाकर कक्षाएं लीं। इसके साथ ही जम्मू विवि कैंपस में सामान्य रूप से कामकाज भी शुरू हो गया। प्रो. चंद्रशेखर की आत्महत्या के बाद विश्वविद्यालय में पढ़ाई प्रभावित हो गई थी। सात सितंबर को प्रो. चंद्रशेखर ने आत्महत्या की थी। उसके बाद से ही जम्मू यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (JUTA) के बैनर तले सारा टीचिंग स्टाफ जिसमें प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर शामिल है, हड़ताल पर चले गए थे।
जुटा ने मामले की सीबीआइ जांच करवाने, मामले के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को हटाने के मुद्दे पर आंदोलन शुरू किया था। जुटा ने कक्षाएं तो लगाने का फैसला किया मगर आंदोलन समाप्त नहीं किया। आंदोलन के तरीके को बदल दिया। जब तक मांगे पूरी नहीं होगी तब तक टीचिंग स्टाफ काले बैच लगाकर कक्षाएं लेगा। प्रशासनिक कार्यों में विवि प्रबंधन को सहयोग नहीं करेगा। हर वीरवार को रैली निकालेगा। साथ ही यह मांग भी की गई है कि विवि प्रबंधन को बिना देरी के दिवंगत प्रोफेसर चंद्रशेखर की पत्नी को नौकरी देने का मामला उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के समक्ष उठाया जाए।
जुटा के प्रधान प्रो. पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि हमने आंदोलन का तरीका बदला है, आंदोलन समाप्त नहीं किया है। विद्यार्थियों की पढ़ाई को देखते हुए कक्षाएं लेने का फैसला किया गया है। काले बैच लगाकर कक्षाएं लेना भी विरोध का तरीका है। विवि के प्रशासनिक कार्यों में सहयोग नहीं दिया जाएगा। बताते चलें कि प्रो. चंद्रशेखर के आत्महत्या के मामले की सिट जांच कर रही है। कैश कमेटी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जा रहे थे, विवि ने कमेटी को भंग कर दिया है। विवि में हर किसी की सहानुभूति प्रो. चंद्रशेखर के परिवार के साथ है। दिवंगत प्रोफेसर के परिवार को इंसाफ दिए जाने की मांग की जा रही है।