प्यास बुझाने वाला करियानी तालाब तलाश रहा अस्तित्व
जलदान अभियान- -सफाई न होने से पानी हो रहा दूषित, ट्यूबवैल लगने से तालाब पर नहीं दिया जा रहा है ध्
जलदान अभियान-
-सफाई न होने से पानी हो रहा दूषित, ट्यूबवैल लगने से तालाब पर नहीं दिया जा रहा है ध्यान, संरक्षण बना बड़ी चुनौती
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कभी नरवाल क्षेत्र में पीने की पानी की जरूरत को पूरा करने वाला करियानी तालाब आज लुप्त होने के कगार पर है। तालाब गंदगी से पटा है। सफाई न होने से इसका पानी दूषित हो रहा है। लोग तो तालाब का पानी नहीं पीते, अलबत्ता आसपास के क्षेत्र के मवेशी पानी पीते हैं। तालाब के किनारे एक बड़ा वृक्ष है जिसके नीचे विश्राम करने के लिए थोड़ी सी जगह बनी है। यह तालाब 70 साल से भी पुराना है। पहले तालाब में बारिश का पानी भर जाता था। उस समय लोग इसका पानी पीते थे और गंदगी नहीं होती थी। जैसे-जैसे आबादी बढ़ती गई, पानी के पानी के लिए ट्यूबवैल लग गए, तालाब पर ध्यान कम होता गया। अब तालाब का संरक्षण एक बड़ी चुनौती बन गया है। स्थानीय लोग तालाब के संरक्षण में सरकार से सहयोग चाहते है। लोगों ने मामले को उपमुख्यमंत्री क¨वद्र गुप्ता के समक्ष उठाया है। शमीर हुसैन ने बताया कि उपमुख्यमंत्री ने क्षेत्र का दौरा कर तालाब की हालत देखी और आश्वासन दिया है कि इसके संरक्षण के लिए शीघ्र ही काम शुरू होगा। इसकी पूरी तरह सफाई करवा कर ट्यूबवैल का पानी छोड़ा जाएगा।
तालाब क्षेत्र की पहचान है। आज भी लोग करियानी तालाब की बात करते हैं। बुजुर्ग पेड़ की छांव में बैठते हैं। ---------------------------------------------
चालीस साल पहले हम तालाब का पानी फिटकरी डाल कर पीते थे लेकिन अब तालाब विलुप्ति की कगार पर है। सरकार को तालाबों के संरक्षण के लिए नीति बनानी चाहिए।
-बाबू राम ------------------------------------------------
करियानी तालाब को देखते हुए हमें पचास वर्ष से अधिक का समय बीत गया है। कभी यह तालाब बारिश के पानी से लबालब भर जाता था। हमारे बुजुर्ग तालाब का पानी पीते थे। हमने तीन दशक पहले तालाब से पानी पिया है। इसे साफ करने व कूड़ा-कर्कट न फेंकने के अभियान में लोगों को सरकार का साथ देना चाहिए। हमने इस मामले को उपमुख्यमंत्री क¨वद्र गुप्ता के समक्ष उठाया है। उम्मीद है कि तालाब का संरक्षण होगा।
- शमीर हुसैन
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तालाब में बारिश व ट्यूबवैल का पानी जमा होता है लेकिन इसे स्वच्छ रखने के लिए कदम नहीं उठाए जा गए हैं। यह तालाब क्षेत्र की पहचान है। यहां मवेशी पानी पीते हैं। तालाब के किनारे वृक्ष की छांव में लोग आराम करते हैं। तालाब का संरक्षण तभी संभव है जब सरकार के साथ क्षेत्र के लोग भी जागरूक हों।
- शकील अहमद
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यह दुर्भाग्य की बात है कि हम तालाबों के संरक्षण की बात तो दूर, उसमें गंदगी डाल रहे हैं। प्रधानमंत्री स्वच्छता अभियान चला रहे हैं। हमें इस अभियान में सहयोग करना चाहिए। करियानी तालाब को पूरी तरह स्वच्छ करने के लिए जागरूकता अभियान की जरूरत है।
- मोहम्मद शफी मीर
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सरकार जल संरक्षण के प्रति गंभीर : कविंद्र
उपमुख्यमंत्री क¨वद्र गुप्ता का कहना है कि सरकार जल संरक्षण के प्रति गंभीर है। तालाबों का संरक्षण हमारे लिए बहुत मायने रखता है। हमारी कोशिश है कि तालाबों को बचाकर रखा जाए क्योंकि यह भूजल स्तर को बनाए रखने में सहायक हैं।