प्रेम के धागों ने कारोबार में घोली मिठास, जम्मू शहर में एक करोड़ की बिक गई मिठाई
कोरोना महामारी की वजह से मंदी से उबरने की कोशिश कर रहे बाजार को रक्षाबंधन के त्योहार ने नई ऊर्जा से भर दिया। रविवार को शहर के सभी बाजार पूरी तरह गुलजार रहे। भीड़ इतनी थी कि ज्यादातर इलाकों में जाम के हालात बन गए।
जम्मू, जागरण संवाददाता : कोरोना महामारी की वजह से मंदी से उबरने की कोशिश कर रहे बाजार को रक्षाबंधन के त्योहार ने नई ऊर्जा से भर दिया। रविवार को शहर के सभी बाजार पूरी तरह गुलजार रहे। भीड़ इतनी थी कि ज्यादातर इलाकों में जाम के हालात बन गए। इस दिन वैसे तो कमोवेश सभी दुकानदारों ने अच्छा कारोबार किया, लेकिन सबसे अच्छा कारोबार हलवाइयों ने किया।
एक मोटे अनुमान के मुताबिक शहर में इस दिन करीब एक करोड़ रुपये की मिठाइया बिकी। रक्षाबंधन पर भाई-बहनों ने एक-दूसरे का मुंह मीठा करवाने के लिए जमकर मिठाइया खरीदी। राखी के अलावा गिफ्ट और सजावटी सामान की दुकानों में भी भारी भीड़ देखी गई। वहीं, शहर में मौजूद विशाल मेगा मार्ट, वी मार्ट आदि माल में रक्षाबंधन से कुछ दिन पहले से खरीदारी पर छूट चल रही है। ऐसे में रक्षाबंधन के दिन इसका लाभ लेने के लिए यहा भी आम दिनों से ज्यादा लोग आए। राखी की परंपरा निभाने के बाद भाई-बहन और परिवार के लोग माल में खरीदारी करने पहुंचे थे। इसी तरह बाइक, स्कूटी, कार आदि के शोरूम के बाहर भी आम दिनों के मुकाबले ज्यादा लोग आए।
रक्षाबंधन के दिन बाजारों में परिवार के साथ पहुंचे बच्चों को भला कौन रोक सकता था। ऐसे में रघुनाथ बाजार समेत अन्य बाजारों में खिलौनों की भी आम दिनों के मुकाबले अच्छी बिक्री हुई। शहर में मौजूद मिठाई की बड़ी दुकानों में शामिल पहलवान स्वीट शाप, खजूरिया, क्वालिटी, प्रेम स्वीट आदि दुकानों के अलावा विभिन्न मुहल्लों में स्थित छोटी दुकानों में भी मिठाइयों की अच्छी बिक्री हुई। एक मोटे अनुमान के मुताबिक इस बार रक्षाबंधन पर करीब एक करोड़ की मिठाइया बिकी, जो कोरोना काल से इतर सामान्य हालात में होने वाली औसत बिक्री से महज 50 हजार कम रही। अभी चूंकि कोरोना को लेकर पाबंदिया पूरी तरह खत्म नहीं हुई हैं, ऐसे हालात में यह कारोबार बहुत अच्छा माना जा रहा है। स्वीट शापकीपर्स एसोसिएशन के उपप्रधान रमेश शर्मा ने बताया कि हर साल रक्षाबंधन में शहर में करीब डेढ़ करोड़ रुपये की मिठाई बिक जाती है। कोरोना महामारी के बाद से काम पहले जैसा नहीं रहा। इसके बावजूद इस बार 90 लाख रुपये से एक करोड़ रुपये के बीच कारोबार हुआ है। उम्मीद करते हैं कि हालात सामान्य होते जाएंगे और व्यापार फिर पटरी पर लौटेगा।