Jammu Kashmir: 'स्वीट एप्पल बाइट' से कश्मीर में आतंक के समूल नाश की तैयारी
आतंकियों को खोज-खोजकर उनके ठिकानों में घुसकर उन्हें मारा जा रहा एक पखवाड़े में सुरक्षा बलों ने दो दर्जन से अधिक आतंकी ढेर किए।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर में सुरक्षाबलों के आतंकरोधी अभियान ने आतंकियों और उनके सरगनाओं के पांव उखाड़ दिए हैं। अब पूरे राज्य में आतंक के समूल नाश की तैयारी है। आतंकियों को खोज-खोजकर उनके ठिकानों में घुसकर उन्हें मारा जा रहा है। बड़ी बात यह है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा से लेकर नियंत्रण रेखा तक आतंकियों की घुसपैठ पर नकेल कस दी गई है।
जून माह के पहले सात दिनों में सेना ने नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की तीन बड़ी कोशिश नाकाम की हैं। इस साल अब तक सौ से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया है।आतंकियों का गढ़ कहे जाने वाले शोपियां में मात्र चार दिनों में ही सुरक्षाबलों ने 14 आतंकियों को ढेर कर दिया। बीते एक पखवाड़े में शोपियां व उसके साथ सटे पुलवामा और कुलगाम में सुरक्षाबलों ने 26 आतंकियों को मार गिराया है। मारे गए आतंकियों में जैश कमांडर अब्दुल रहमान उर्फ फौजी, इस्लामिक स्टेट जम्मू कश्मीर का कमांडर आदिल, लश्कर कमांडर शाहीन और शाकिर समेत लश्कर ए ताइबा, हिजबुल व जैश एक मोहम्मद के 14 दुर्दात कमांडर भी शामिल हैं।
दक्षिण कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ यह सफलता ऑपरेशन आल आउट के तहत जारी जैकबूट के अगले चरण 'स्वीट एप्पल बाइट' का नतीजा है। पाक रमजान के संपन्न होने के बाद शुरू किया गया यह अभियान दक्षिण कश्मीर के सिर्फ उन्हीं इलाकों तक सीमित रखा गया है, जिनकी अर्थव्यवस्था सेब की पैदावार पर ही मुख्य तौर पर निर्भर करती है।
इसलिए स्वीट एप्पल बाइट नाम दिया गया
सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े सूत्रों ने बताया कि शोपियां, पुलवामा, कुलगाम और अनंतनाग जिलों के उन्हीं इलाकों में आतंकियों का ज्यादा प्रभाव है, जहां सेब के बाग ज्यादा हैं। सेब ही यहां की अर्थव्यवस्था है। बीते साल इन्हीं इलाकों में दूसरे राज्यों के ट्रक चालकों व श्रमिकों की हत्या हुई है। कुछ माह में सेब का सीजन शुरू होने वाला है। अब फिर से आतंकी सेब व्यापारियों, किसानों व अन्य लोगों के जान-माल को नुकसान न पहुंचा सकें, इसलिए यह अभियान शुरू किया गया है। ऑपरेशन आल आउट में आतंकियों के नेतृत्व के सफाए के लिए ऑपरेशन जैकबूट का यह एक हिस्सा है। इसे स्वीट एप्पल बाइट भी कहा जाता है।
सूत्रों ने बताया कि प्रत्येक आतंकरोधी अभियान का नाम और कोड अलग-अलग होता है जो उक्त ऑपरेशन की जगह और आतंकियों के नाम पर रहता है। शोपियां, कुलगाम, पुलवामा में चलाए गए आंतकरोधी अभियानों को एक बड़े परिदृश्य में स्वीट एप्पल बाइट कहा जा रहा है।
पहले सरेंडर के कहो, फिर मारो
सूत्रों ने बताया कि इस अभियान के तहत क्षेत्रवार सक्रिय आतंकी कमांडरों को चिन्हित करने के अलावा उनके साथ शामिल हो रहे नए आतंकियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए ही कार्रवाई की जा रही है। इसके तहत आतंकियों को सरेंडर के लिए मनाने, आतंकी बने नए लड़कों को वापस लाने और आतंकी ठिकानों की पूरी जानकारी जमा करने के बाद ही प्रहार करने की रणनीति है। इसीलिए इन अभियानों में सुरक्षाबलों को न्यूनतम हानि हुई है।
कब कौन आतंकी मारा गया
25 मई- इस्लामिक स्टेट जम्मू कश्मीर का कमांडर आदिल वानी और लश्कर कमांडर शाहीन अहमद ठोकर खुड हांजीपोरा कुलगाम में मारे गए।
30 मई- हिजबुल कमांडर परवेज अहमद पंडित व जैश कमांडर शाकिर को वनपोरा कुलगाम में मार गिराया गया।
दो जून- जैश कमांडर आकिब रमजान व मोहम्मद मकबूल चोपान साईमू त्राल में मारे गए।
तीन जून- जैश के दो कमांडर अब्दुल रहमान उर्फ फौजी भाई और जावेद जरगर के साथ हिजबुल का डिवीजनल कमांडर मंजूर अहमद कार कंगन पुलवामा में मारा गया।
सात जून- हिजबुल कमांडर इश्फाक व जैश कमांडर उवैस मलिक समेत पांच आतंकी रेबन में मारे गए।
आठ जून- हिजबुल कमांडर उमर धोबी समेत चार आतंकी शोपियां में मारे गए।
10 जून- लश्कर कमांडर उवैस व हिजबुल कमांडर शाकिर समेत पांच आतंकी सुगू शोपियां में मारे गए।