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DSP Davinder Singh: क्रॉस एलओसी ट्रेड से भी जोड़े जा रहे निलंबित डीएसपी देविंदर के तार

पिछले चार साल की जांच के दौरान एनआइए व्यापारियों से प्राप्त धनराशि हासिल करने वालों का पता नहीं लगा पाई है। आतंकी नवीद से पूछताछ में एजेंसी को अहम सुराग मिले हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 17 Feb 2020 11:15 AM (IST)Updated: Mon, 17 Feb 2020 11:15 AM (IST)
DSP Davinder Singh: क्रॉस एलओसी ट्रेड से भी जोड़े जा रहे निलंबित डीएसपी देविंदर के तार
DSP Davinder Singh: क्रॉस एलओसी ट्रेड से भी जोड़े जा रहे निलंबित डीएसपी देविंदर के तार

जम्मू, राज्य ब्यूरो : आतंकवादियों के साथ पकड़े गए डीएसपी दे¨वदर सिंह के मामले में क्रॉस एलओसी ट्रेड के जरिये रकम लाने को लेकर भी सबूत जुटाए जा रहे हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) इस दिशा में भी पूछताछ कर रही है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या एलओसी ट्रेड के जरिए पैसा आता था, जिसका इस्तेमाल कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में होता था? क्या डीएसपी के तार एलओसी ट्रेड से तो नहीं जुड़ रहे हैं? सूत्रों ने बताया कि इन तमाम पहलुओं पर एनआइए सुबूत जुटाने में लगी हुई है।

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एनआइए की टीम ने हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी कमांडर सैयद नवीद मुश्ताक अहमद उर्फ नवीद से टेरर फंडिंग और पाकिस्तान में उसके संपर्को को लेकर पूछताछ की है। नवीद को डीएसपी दे¨वदर सिंह के साथ कश्मीर में पकड़ा गया था। जांच एजेंसी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या क्रॉस एलओसी ट्रेड के जरिए टेरर फंडिंग होती थी। एनआइए ने साल 2016 में क्रॉस एलओसी ट्रेड के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। उस समय कश्मीर के बारामुला के सलामाबाद और पुंछ के चक्कन दा बाग में छापे मारे गए थे।

पूछताछ के आधार पर सुबूत जटाने में जुटी है एनआइए

पिछले चार साल की जांच के दौरान एनआइए व्यापारियों से प्राप्त धनराशि हासिल करने वालों का पता नहीं लगा पाई है। आतंकी नवीद से पूछताछ में एजेंसी को अहम सुराग मिले हैं। अगर चार साल पुराने मामलों के तार दे¨वदर के साथ जुड़ते हैं तो एजेंसी और लोगों को भी पूछताछ के लिए पकड़ सकती है। हाल ही में एलओसी ट्रेड संगठन के प्रधान तनवीर अहमद वानी को एनआइए ने गिरफ्तार किया था।

एक साल से बंद है क्रॉस एलओसी ट्रेड

क्रॉस एलओसी ट्रेड साल 2008 में भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को सामान्य बनाने के लिए शुरू किया गया था। पिछले साल अप्रैल में इस व्यापार को फर्जी करंसी, हथियारों, नशीले पदार्थों की वजह से बंद कर दिया गया था। अधिकारियों ने कहा कि इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता है कि पकड़े गए डीएसपी को धनराशि आने के तरीकों का पता न हो, क्योंकि डीएसपी नवीद से संपर्क में रहा है। अगर जरूरत पड़ी तो डीएसपी और अन्य की एलओसी ट्रेड से संबंध में पूछताछ हो सकती है।


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