कोरोना काल में भी विकास पथ पर दौड़ती रही रेल, कटड़ा-बनिहाल सेक्शन में जोरों से चल रहा निर्माण कार्य
विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे पुल की आर्च (नींव) को तैयार करने का काम जोरों से चल रहा है। वर्ष 2021 के दिसंबर माह तक इस पुल को तैयार कर दिया जाएगा।
जम्मू, जागरण संवाददाता: कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन के बीच रेल का पहिया लगातार दौड़ता रहा। चाहे यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचने की बात हो या फिर अनाज या अन्य जरूरी वस्तुओं की ढुलाई का काम हो। रेल कर्मी मुश्किल के इस समय के बावजूद कोरोना से जारी जंग से डटे रहे। जम्मू रेलवे स्टेशन के स्टेशन डायरेक्टर सुधीर सिंह ने यह बात पत्रकारों से कहीं।
वेब कांफ्रेंसिंग के जरिए फिरोजपुर रेल डिवीजन के वरिष्ठ अधिकारियों ने रेलमंत्री को बीते छह माह में रेलवे के काम का लेखाजोखा बताया। वेब कांफ्रेंसिंग में जम्मू कश्मीर के रेल अधिकारी भी मौजूद रहे।जिनमें स्टेशन डायरेक्टर सुधीर सिंह के अलावा कंस्ट्रक्शन विंग के मुख्य प्रबंधक अधिकारी विनोद कुमार भी थे।
वेब कांफ्रेंसिंग के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए स्टेशन डायरेक्टर सुधीर सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के बीच बाहरी राज्यों में फंसे जम्मू कश्मीर के हजारों लोगों को 21 विशेष श्रमिक रेलगाड़ियों से देश के विभिन्न हिस्सों से ऊधमपुर रेलवे स्टेशन तक पहुंचाया गया। इन 21 रेलगाड़ियों में कुल 16 हजार लोगों को वापिस लाया गया। इसी प्रकार जम्मू कश्मीर से फंसे बाहरी राज्यों के लोगों को उनके घरों तक पहुंचने के लिए 33 विशेष श्रमिक रेलगाड़ियों को चलाया गया, जिसमें 44,700 लोगों को जम्मू कश्मीर से विभिन्न राज्यों के लिए भेजा गया। इसके अलावा जम्मू कश्मीर तक सामान की ढुलाई करने के लिए दस अप्रैल से 13 जून तक जम्मू से दिल्ली और दिल्ली के जम्मू के लिए विशेष पार्सल रेलगाड़ी को चलाया गया था।
इसी के साथ 13 जून से जम्मू से मुम्बई के बीच सप्ताह में तीन दिन चल रही है। यात्रियों की सुविधा के लिए 13 मई से रोजाना दिल्ली जम्मू और जम्मू दिल्ली विशेष राजधानी एक्सप्रेस को चलाया जा रहा है। इस रेलगाड़ी में रोजाना एक हजार के करीब यात्री दिल्ली से जम्मू आ रहे है और जम्मू से दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं। जिस प्रकार से रेलवे बोर्ड से दिशा निर्देश मिलेंगे उसके हिसाब से हीं रेल यातायात बहाल होगा।
कटड़ा बनिहाल सेक्शन में जोरों से चल रहा निर्माण कार्य
रेलवे की कंस्ट्रक्शन विंग के मुख्य प्रबंधक अधिकारी विनोद कुमार ने वेब कांफ्रेंसिंग में जानकारी दी कि 111 किलोमीटर लंबे कटड़ा बनिहाल रेल सेक्शन में कोरोना वायरस के शुरूआती दिनों में निर्माण कार्य प्रभावित हुआ था। लेकिन अब सभी निर्माणाधीन पुलों और टनल में काम पूरे जोरों से हो रहा है। कठिन परिस्थितियों में बन रहे कटड़ा बनिहाल रेल सेक्शन के 97 किलोमीटर रेल ट्रैक टनल में से होकर गुजर रहा है। जबकि सात किलोमीटर का हिस्से में पुल है। सात मात्र किलो ही ऐसा रेलवे ट्रैक है, जो भूमि पर होगा। इसी सेक्शन में बन रहे विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे पुल की आर्च (नींव) को तैयार करने का काम जोरों से चल रहा है। वर्ष 2021 के दिसंबर माह तक इस पुल को तैयार कर दिया जाएगा।