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lockdown 4.0 india: कोविड-19 लॉकडाउन से थमी आर्थिक मंदी के बीच जम्मू कश्मीर में स्टार्टअप एक नई उम्मीद

lockdown 4.0 india लॉकडाउन में उम्मीदों की नई रोशनी बने स्टार्टअप उपयोगिता के साथ आम लोगों के प्रति समर्पण की भावना भी साबित कर रहे

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 18 May 2020 08:55 AM (IST)Updated: Mon, 18 May 2020 08:59 AM (IST)
lockdown 4.0 india: कोविड-19 लॉकडाउन से थमी आर्थिक मंदी के बीच जम्मू कश्मीर में स्टार्टअप एक नई उम्मीद
lockdown 4.0 india: कोविड-19 लॉकडाउन से थमी आर्थिक मंदी के बीच जम्मू कश्मीर में स्टार्टअप एक नई उम्मीद

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कोविड-19 लॉकडाउन से थमी कारोबारी गतिविधियों और आर्थिक मंदी के बीच केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश में स्टार्टअप एक नई उम्मीद बनकर सामने आए हैं। यह स्टार्टअप अपनी साम‌र्थ्यता और उपयोगिता ही नहीं, आम लोगों के प्रति समर्पण की भावना भी साबित कर रहे हैं।

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शरदकालीन राजधानी जम्मू में जेनिटिको रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक के संस्थापक अर्जुन गुप्ता गंभीर रोगों से पीड़ित लोगों की समस्याओं को हल करने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। जेनिटिको एक सॉफ्टवेयर और आर्टिफिशियल इंटेंलीजेंस आधारित तकनीक उपलब्ध कराने वाली कंपनी है। यह टेली-जेनिटिक्स प्लेटफार्म पर देश भर के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों के अलावा गंभीर व घातक रोगों के विशेषज्ञ डॉक्टरों को आपस मे जोड़कर आवश्यक चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराता है। इससे रोगियों के उपचार में बेहतरी के साथ-साथ उनके उपचार में लगने वाले समय को कम करने में मदद मिलती है।

जम्मू कश्मीर में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में इस स्टार्टअप ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। कोविड-19 के संक्रमण के दौरान यह लोगों के लिए एक बहुत बड़ी राहत के रूप में सामने आया है। अर्जुन गुप्ता ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि जम्मू कश्मीर उद्यमशीलता विकास संस्थान (जेकेईडीआइ), बीआइआरएसी और आइआइटी मंडी ने जेनिटिका की तरफ ध्यान दिया है और हमारा सहयोग किया है।

खुद को साबित करने का मौका

कश्मीर में आबिद रशीद और शेख समीउल्लाह की फास्टबीटल लाजिस्टिक कंपनी कोविड-19 के लॉकडाउन में दिनरात सेवाएं दे रही है। आबिद ने कहा कि मौजूदा संकट ने हमें खुद को साबित करने का मौका दिया है। इस समय लोग इंटरनेट के जरिए अपनी जरूरतें पूरा करने का माध्यम तलाश रहे हैं। उन्हें घर बैठे सामान चाहिए। हम पूरी वादी में अपनी सेवाएं देते हैं, लेकिन मौजूदा पाबंदियों में हमारी गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। इसके बावजूद हम यथासंभव लोगों की उम्मीदों पर पूरा उतरने का प्रयास कर रहे हैं। हमने जरूरी व गैर जरूरी सामान को उपभोक्ताओं के घरों तक पहुंचाने के लिए विभिन्न कंपनियों के साथ समझौता किया है।

किसानों को खरीदारों तक पहुंचाया

कृषि और बागवानी उत्पादों की आपूर्ति के लिए जम्मू कश्मीर की पहली सप्लाई चेन कंपनी ई-फ्रूट मंडी के संस्थापक उबैर शाह ने बताया कि हमने किसानों और बाग मालिकों को यथासंभव लाभ पहुंचाने का प्रयास किया है। लॉकडाउन में यह अपने उत्पाद नहीं बेच पा रहे थे। हमने अपने प्लेटफार्म ई- फ्रूट मंडी के जरिए स्थानीय खरीदारों तक इन्हें पहुंचाया है। हम मुख्य तौर पर सेब उत्पादकों को ही अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं, लेकिन अब हमने स्ट्रॉबेरी और चेरी उत्पादकों को भी जोड़ा है। हम इन लोगों को अपनी फसल अच्छे दामों पर स्थानीय उपभोक्ताओं को बेचने में मदद कर रहे हैं।

जम्मू की जेनिटिको हो या कश्मीर की ई-फ्रूट मंडी, सभी इस समय खुद को साबित कर रहे हैं। जेकेइडीआइ ने इन स्टार्टअप की स्थापना में सहयोग व समर्थन किया है। यह जेकेइडीआइ के सेंटर ऑफ इनोवेशन इनक्यूबेशन एंड बिजनेस मॉड¨लग (सीआइआइबीएम) के जरिए आगे बढ़े हैं। हमें इन पर फº है। यह सभी कंपनियां जम्मू कश्मीर सरकार की 2018 की स्टार्ट-अप नीति के तहत वित्तोपोषित हैं।-जीएम डार, निदेशक, जम्मू कश्मीर उद्यमशीलता विकास संस्थान


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