Baramulla Encounter : एसएसपी बारामुला का बड़ा खुलासा, जैश आतंकी सेना की अग्निवीर रैली को बनाना चाहते थे निशाना
Baramulla Encounter दोनों आतंकियों ने योजना बनाई थी कि वे पट्टन के हैदरबेग इलाकेे में जारी अग्निवीर रैली के दौरान कश्मीर घाटी के विभिन्न इलाकों से पहुंचे युवाओं को अपना निशाना बनाएंगे। इन आतंकवादियों के मारे जाने से बहुत बड़ी साजिश को नाकाम बना दिया गया है।
श्रीनगर, जेएनएन : कश्मीरी युवाओं का सेना पर बढ़ता विश्वास आतंकवादी संगठनों को रास नहीं आ रहा है। बारामुला मुठभेड़ में सुरक्षाबलों द्वारा मार गिराए गए जैश-ए-मोहम्मद के दोनों आतंकवादियों से संबंधित एसएसपी बारामुला ने बहुत बड़ा खुलासा किया है। दरअसल इन दोनों आतंकवादियों को पट्टन के हैदरबल इलाके में चल रही सेना की भर्ती को निशाना बनाने का जिम्मा सौंपा गया था। समय रहते इसकी जानकारी पुलिस को मिल गई और सेना व सीआरपीएफ के जवानों के साथ सुरक्षाबलों ने लगभग सात घंटे तक चली इस मुठभेड़ के बाद इन दोनों आतंकियों को मार गिराया।
एसएसपी बारामूला रईस मोहम्मद भट आईपीएस ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि मारे गए आतंकवादी उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में चल रही सेना की रैली को बाधित करने आए थे। इन दोनों आतंकियों ने योजना बनाई थी कि वे पट्टन के हैदरबेग इलाकेे में जाएंगे और वहां जारी अग्निवीर रैली के दौरान कश्मीर घाटी के विभिन्न इलाकों से पहुंचे युवाओं को अपना निशाना बनाएंगे। इन आतंकवादियों के मारे जाने से बहुत बड़ी साजिश को नाकाम बना दिया गया है।
योजना की मिल गई थी जानकारी : एसएसपी ने बताया कि अग्निवीर रैली को निशाना बनाने की योजना बना रहे इन आतंकवादियों के येदिपोरा गांव में छिपे होने की सूचना उन्हें रात को मिली। सूत्रों ने बताया कि ये आतंकी सुबह रैली में आने वाले कश्मीरी युवाओं पर हमला करने की योजना बना रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सेना व सीआरपीएफ के साथ येदिपोरा गांव का घेराव कर तलाशी अभियान चलाया। ये आतंकी एक मकान में छिपे हुए थे। सुरक्षाबलों को अपने नजदीक आते देख दोनों आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी।
आत्मसमर्पण करने का मौका भी दिया : पुलिस अधिकारी ने बताया कि जैश ए मोहम्मद के ये दोनों आतंकवादी स्थानीय थे। दोनों को आत्मसमर्पण करने का मौका भी दिया गया परंतु हार बार उन्होंने इसका जवाब गोलीबारी से दिया। लिहाजा करीब सात घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद एक के बाद एक दोनों आतंकवादियों को मार गिराया गया। दोनों आतंकवादियों की फिलहाल पहचान नहीं हो पाई है। उनके कब्जे से एकेएस74यू राइफल, तीन मैगजीन, एक पिस्तौल व उसकी मैगजीन बरामद की गई है।
कश्मीरी युवाओं में दहशत फैलाना था मकसद : एसएसपी बारामुला ने बताया कि हालात बेहतर होने के बाद यहां के युवाओं में सेना के प्रेम बढ़ा है। पहले सुरक्षाबलों का विरोध करने वाले कश्मीरी युवा अब सेना में शामिल होकर देश सेवा की भावना रखते हैं। यही वजह है कि कश्मीर के युवाओं में इस बदलाव को देख हताष आतंकवादी संगठनों ने बारामुला में चल रही सेना भर्ती रैली (अग्निवीर) पर हमला करने की योजना बनाई। समय रहते हमें इस योजना का पता चल गया और हमने दोनों आतंकवादियों को ढेर कर दिया।
आतंकवाद से दूर रहें युवा : एसएसपी भट ने कहा कि इस बात स्पष्ट हो जाती है कि कश्मीर में सुधरते हालात व बेहतर रास्ते पर चलते युवाओं से आतंकवादी संगठनों में गुस्सा बढ़ रहा है। यही वजह है कि अपना दबदबा व दहशत दिखाने के लिए वह आम लोगों पर हमला करने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं। समय रहते दोनों आतंकवादियों को मुठभेड़ में मारकर सुरक्षाबलों ने बहुत बड़ी साजिश को नाकाम बना दिया है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे आतंकवादियों की मंशा को समझें और उनसे दूर रहें।
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