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यात्रियों के लिए मेट्रो ट्रेन जैसा रहा जम्मू से कटड़ा तक इलेक्ट्रानिक बस का सफर

माता वैष्णो देवी के दर्शन कर लौट रही उत्तर प्रदेश से आई वितिन पांडे का कहना है कि इलेक्ट्रिक बस में सफर करना मानो मेट्रो में सफर करने के समान है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 28 May 2019 11:32 AM (IST)Updated: Tue, 28 May 2019 11:32 AM (IST)
यात्रियों के लिए मेट्रो ट्रेन जैसा रहा जम्मू से कटड़ा तक इलेक्ट्रानिक बस का सफर
यात्रियों के लिए मेट्रो ट्रेन जैसा रहा जम्मू से कटड़ा तक इलेक्ट्रानिक बस का सफर

जम्मू, जागरण संवाददाता। माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए कानपुर से आए अजीत तिवारी अपने आपको सबसे ज्यादा भाग्यशाली मानते हैं। उन्होंने अनुभव साझा करते हुए बताया कि इलेक्ट्रिक बस सेवा में पहली बार बैठने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। इसमें सवार होकर कब वह कटड़ा से जम्मू पहुंच गए इसका पता भी नहीं चला। जबकि पहले बसों में सवार होकर इंजन का काफी शोर बर्दाश्त करना पड़ता था, लेकिन इसमें ऐसा कुछ भी नहीं है।

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कानपुर से ही आई ममता भी इलेक्ट्रिक बस सेवा से सफर कर जब जम्मू के रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो काफी खुश थी। उन्होंने कहा कि सचमुच बस में सवारी करना का बहुत आनंद आया। सीटें काफी आरामदायक थी और किराया भी अन्य बस के जितना। माता वैष्णो देवी के दर्शन कर लौट रही उत्तर प्रदेश से आई वितिन पांडे का कहना है कि इलेक्ट्रिक बस में सफर करना मानो मेट्रो में सफर करने के समान है। जैसे मेट्रो में सफर आरामदायक होता है ठीक उसी तरह इसमें भी सफर काफी आरामदायक रहा। उन्होंने एसआरटीसी को इस शानदार बस सेवा को शुरू करने के लिए मुबारकबाद दी। 12 वर्षीय अमन यादव के लिए तो मानो इलेक्ट्रिक बस में सवार करना किसी जहाज में सफर करने जैसा था। उसने बताया कि बस की सीटों काफी आरामदायक हैं। बस के अंदर बड़ी स्क्रीन पर जय माता दी लिखा था जिसको बार-बार पढ़कर काफी आनंद आ रहा था। वह घर लौटकर अपने दोस्तों को बताएंगे कि जम्मू में बिना शोर वाली बस दौड़ती है जिसमें सवारी करने का काफी मजा आया।

वैष्णो देवी के भक्तों को मुफ्त में यात्र करने का मिला मौका

जम्मू-कश्मीर स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट की चिर प्रतीक्षित इलेक्ट्रिक बस सेवा आखिरकार सोमवार को शुरू हो ही गई। राज्यपाल सत्यपाल मलिक के सलाहकार स्कंदन कृष्णन ने जम्मू के रेलवे स्टेशन से श्रद्धालुओं को लेकर कटड़ा जाने वाली इलेक्ट्रिक बस सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 30 सीटर इलेक्ट्रिक बस में सवार देशभर से माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं में काफी उत्साह दिखा। परिवहन विभाग की ओर से जम्मू शहर में पहली बार इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू होने की खुशी में एसआरटीसी की जेके02वाई-0747 नंबर वाली इलेक्ट्रिक बस सुबह 11 बजे 26 श्रद्धालुओं से बिना कोई किराया वसूले कटड़ा के लिए रवाना हुई। बिना शोरगुल और प्रदूषण से मुक्त इलेक्ट्रिक बस सेवा में सवार श्रद्धालुओं ने उत्साह में माता के जयकारे भी लगाए।

कुछ दिन चलेगा ट्रायल, पहले दिन बस ने लगाए छह फेरे

एसआरटीसी प्रबंधन द्वारा शहरों के विभिन्न चिह्न्ति रूटों पर इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू करने के लिए आला अधिकारियों से अनुमति लेने की औपचारिकताएं पूरी हो चुकी है। फिलहाल शहर के अन्य रूटों पर इस सेवा को शुरू करने से पहले अभी कुछ दिनों तक जम्मू के रेलवे स्टेशन से कटड़ा के लिए इलेक्ट्रिक बस सेवा ट्रॉयल के रूप में दौड़ती रहेगी। पहले दिन इलेक्ट्रिक बस ने कुल छह फेरे लगाए है और कारपोरेशन की इस बस सेवा का बस में सफर करने वाले श्रद्धालु काफी सराहना कर रहे हैं।

राज्य को 40 इलेक्ट्रिक बसें हासिल होंगी

राज्यपाल सत्यपाल मलिक के सलाहकार स्कंदन कृष्णन ने कटड़ा जाने वाले श्रद्धालुओं सहित शहर वासियों को एसआरटीसी की इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू होने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि वायु और ध्वनि प्रदूषण से पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है और ऐसे में इलेक्ट्रिक बस सेवा को शुरू करना समय की मांग है। पहले चरण में फिलहाल राज्य को 40 इलेक्ट्रिक बसें हासिल होंगी, जबकि भविष्य में इनकी संख्या को बढ़ाने की जरूरत है, ताकि यात्री आरामदायक सफर कर सकें। इन बसों से अगर अच्छा रिस्पांस मिलता है तो फिर केंद्र से और भी बसें मांगीं जाएंगी। गौरतलब है कि गत 13 अप्रैल को कारपोरेशन के डिपो में ई-बस के ट्रॉयल आयोजित किए जाने के थे। इसके लिए बाकायदा से कारपोरेशन की ओर से पूरी तैयारियां भी कर ली गई थी, लेकिन चुनाव आचार संहिता के कारण अंतिम चरणों में इसे स्थगित कर दिया गया था। यह बस सेवा शुरू होने से पर्यटकों को भी काफी लाभ होगा।

जम्मू, श्रीनगर शहरों में 20-20 बसें दौड़ेंगी

केंद्र सरकार की ओर से देश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इलेक्ट्रिफिकेशन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 255 बसों का आर्डर दिया गया था। जम्मू-कश्मीर स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन ने केंद्र से अपने यहां पहले चरण में 40 इलेक्ट्रिक बसों की जरूरत बताई थी। इसमें श्रीनगर शहर के लिए 20 और जम्मू शहर के लिए 20 बसों को दौड़ाने का प्रस्ताव दिया गया। इसके बाद कर्नाटक के धारवाड़ प्लांट में 38 बसों को तैयार कर जम्मू में भेज दिया गया है, जबकि दो अन्य बसें भी कुछ ही दिनों में जम्मू पहुंच जाएंगी।

राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने के कारण श्रीनगर नहीं पहुंच पांई बसें

कश्मीर के लिए आई 20 बसों को दो सप्ताह पहले ट्रेलर के माध्यम से ऊधमपुर के आगे ले जाने का प्रयास किया गया, लेकिन रामबन जिले के डिगडोल में भूस्खलन के कारण इन बसों को राष्ट्रीय राजमार्ग दुरुस्त होने और रामबन या बनिहाल में अस्थायी चार्जिंग प्वाइंट स्थापित करने के बाद कश्मीर पहुंचाया जाएगा। चूंकि एक बार बस फुल चार्ज होने की सूरत में 150 किलोमीटर का सफर तय करने में सक्षम है, इसलिए श्रीनगर जाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग के रामबन या बनिहाल में चार्जिंग प्वाइंट स्थापित करना बहुत जरूरी है।

जम्मू के लिए आई 18 बसों में से 10 का रजिस्ट्रेशन हुआ

जम्मू शहर के विभिन्न रूटों पर यात्रियों की सुविधा के लिए ध्वनि और प्रदूषण से मुक्त कुल 20 में से उपलब्ध 18 इलेक्ट्रिक बसों की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया जारी है। एसआरटीसी के जीएम आपरेशन परमजीत सिंह ने बताया कि अब तक 10 बसों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। अन्य आठ बसों की भी अगले सप्ताह तक रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी होने की संभावना है। जब तक सभी वाहनों का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा, तब तक कटड़ा रूट पर डिमांड के हिसाब से इलेक्ट्रिक बस चलेगी।

जम्मू से कटड़ा के लिए 70 रुपये किराया

जम्मू रेलवे स्टेशन से कटड़ा के लिए ट्रॉयल के रूप में शुरू हुई इलेक्ट्रिक बस सेवा में यात्रियों से अन्य डीलक्स बस सेवा की तरह 70 रुपये प्रति सवारी किराया होगा। कटड़ा से जम्मू के रेलवे स्टेशन के लिए प्रति यात्री किराया 60 रुपये निर्धारित किया गया है। रेलवे स्टेशन से कटड़ा के लिए प्राइवेट आपरेटरों की अन्य डीलक्स बसें भी दौड़ती हैं, लेकिन ध्वनि और प्रदूषण होने के कारण एसआरटीसी की इलेक्ट्रिक बस सेवा को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है।

सुखजिंद्र सिंह ने दौड़ाई पहली इलेक्ट्रिक बस

जम्मू-कश्मीर स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन के चालक सुखजिंद्र सिंह को राज्य में सोमवार को शुरू हुई पहली इलेक्ट्रिक बस को दौड़ाने का सौभाग्य हासिल हुआ। सुखजिंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें टाटा कंपनी की ओर इस खास बस को दौड़ाने का प्रशिक्षण दिया गया है। बस की खासियत यह है कि बिना गीयर के गाड़ी दौड़ती है। इस गाड़ी में क्लच नहीं है और सिर्फ ब्रेक और एक्सीलेटर से इस बस दौड़ाना अन्य बस की तुलना में काफी आसान और सुरक्षित है।

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