श्रीनगर-जम्मू हाईवे चौथे दिन भी बंद, जगह-जगह फंसे वाहन
वादी को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाला जम्मू-श्रीनगर हाईवे वीरवार को चौथे दिन भी यातायात के लिए बंद रहा। इसके चलते जगह-जगह वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं।
श्रीनगर,[जागरण संवाददाता]। वादी को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाला जम्मू-श्रीनगर हाईवे वीरवार को चौथे दिन भी यातायात के लिए बंद रहा। इसके चलते जगह-जगह वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। वहीं, जम्मू व श्रीनगर में भी हजारों यात्री फंसे हुए हैं।
जवाहर सुरंग व बनिहाल के निकट गत सोमवार को हुई बर्फबारी व कई जगह भूस्खलन के चलते हाईवे को यातायात के लिए बंद कर दिया गया था। पहले दिन से ही बीकन कर्मचारी मार्ग को यातायात योग्य बनाने में जुटे हैं, लेकिन मार्ग पर कई स्थानों पर बार-बार हो रहा भूस्खलन काम में बाधा डालता रहा। वीरवार को भी मार्ग यातायात के लिए बंद रहा, जबकि बीकन कर्मी क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत में जुटे रहे। संबंधित अधिकारियों के अनुसार, मार्ग यातायात योग्य बनते ही इसे वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा। सबसे पहले रास्ते में फंसे वाहनों को निकाला जाएगा।इसी बीच, वीरवार को वादी में मौसम आमतौर पर शुष्क रहा। श्रीनगर व इसके साथ सटे इलाकों में दोपहर तक बादल छाए रहे, लेकिन दोपहर बाद हल्की धूप निकली।
श्रीनगर में अधिकतम तापमान 12.3 डिग्री व न्यूनतम 1.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पहलगाम में न्यूनतम तापमान माइनस 0.9 व गुलमर्ग में माइनस 6.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जम्मू में भी दिनभर धूप छाई रही। मौसम विभाग ने अगले चौबीस घंटों के दौरान वादी में अधिकांश जगहों पर हल्की बर्फबारी व बारिश की संभावना जताई है।
जम्मू में फंसे कश्मीरी यात्रियों का प्रदर्शन
पिछले चार दिन से जम्मू में फंसे कश्मीर के यात्रियों ने जम्मू बस स्टैंड के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। फंसे यात्री गुम्मट चौक-इंदिरा चौक मार्ग को बंद कर धरने पर बैठ गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें उठाने का प्रयास किया तो उनकी धक्का-मुक्की भी हो गई। कश्मीर के यात्री चार दिन पहले हुई बारिश व बर्फबारी के कारण जम्मू में फंस गए हैं। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई जगह पस्सियां गिरने के कारण बंद हो चुका है। यात्रियों का कहना था कि उनके पास अब पैसे भी नहीं बचे हैं और उस पर होटल वाले भी उनसे निर्धारित किराये से अधिक वसूल रहे हैं। उनके पास न किराए के पैसे बचे हैं और न ही खाने के लिए। कुछ लोगों के साथ उनके परिवार भी हैं जिनमें बच्चे व महिलाएं भी शामिल हैं। ऐसे में उन लोगों के पास बस स्टैंड में खाली पेट बैठने के सिवाए कोई विकल्प नहीं बचा है।
यात्रियों ने गुम्मट चौक-इंदिरा चौक मार्ग को करीब पौना घंटा बंद रखा। मार्ग के बंद होते ही पूरे शहर में वाहनों की आवाजाही पर ब्रेक लग गई। यात्रियों के विरोध को देखते हुए पुलिस भी मौके पर गई। उन्होंने यात्रियों को उठाकर यातायात बहाल करवाने का प्रयास किया, लेकिन यात्री उठने को तैयार नहीं हुए। काफी मान मनोबल के बाद भी जब प्रदर्शन कर रहे यात्री मार्ग से उठने को तैयार नहीं हुए तो पुलिस ने उन्हें जबरन उठाने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस व यात्रियों के बीच हल्की धक्का-मुक्की भी हो गई। यात्रियों का कहना था कि प्रशासन बजाए उनकी परेशानी को समझ उनके साथ जबरदस्ती कर रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की कि उन्हें शुक्रवार को हर हालत में कश्मीर रवाना किया जाए। नहीं तो उनकी जम्मू में रहने व ठहरने का बंदोबस्त किया जाए।
यात्रियों के खाने का बंदोबस्त कर दिया है - जम्मू के डिवीजनल कमीशन हेमंत कुमार ने बताया कि जम्मू में फंसे यात्रियों के लिए खाने का बंदोबस्त कर दिया गया है। वीरवार दोपहर को भी बस स्टैंड में साढ़े चार सौ लोगों को खाना खिलाया गया है। इस बारे जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि अगर मौसम अनुकूल रहा तो शुक्रवार को यात्रियों को रवाना करने के प्रयास किए जाएंगे।