Coronavirus Effect: श्रीनगर में टेलीविजन और इंटरनेट के जरिए लगेंगी कक्षाएं, प्रशासन ने लिया फैसला
शाहिद चौधरी ने श्रीनगर जिले में सम्मेलनों सभाओं कार्यशालाओं धरने प्रदर्शन इत्यादि के आयोजन पर भी 31 मार्च तक रोक लगा दी है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने मंगलवार को श्रीनगर और उसके साथ सटे इलाकों में टेलीविजन और इंटरनेट के जरिए कोङ्क्षचग व अकादमिक कक्षाएं लगाने का फैसला किया है। जिला उपायुक्त श्रीनगर डॉ. शाहिद इकबाल चौधरी ने एक आदेश जारी कर सभी शिक्षण संस्थानों के प्रबंधकों और विभागाध्यक्षों को एक योजना तैयार कर 20 मार्च तक जमा कराने के लिए कहा है। इस योजना के क्रियान्वन पर होने वाले खर्च को जिला प्रशासन उठाएगा। इसके साथ ही प्रशासन ने श्रीनगर में एहतियातन राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) की कक्षाएं भी बंद करवा दी हैं।
श्रीनगर में सभी होटल, कैंटीन व पार्क अगले आदेश तक बंद रखने के निर्देश को दोहराते हुए जिला उपायुक्त श्रीनगर डॉ. शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि सभी रेस्तरां, खाने-पीने की दुकानें, स्ट्रीट फूड, सामुदायिक लंगर-भंडारा और भोजन सामग्री की होम डिलीवरी भी अगले आदेश तक बंद रहेगी।
शाहिद चौधरी ने श्रीनगर जिले में सम्मेलनों, सभाओं, कार्यशालाओं, धरने प्रदर्शन इत्यादि के आयोजन पर भी 31 मार्च तक रोक लगा दी है। किसी भी सामुदायिक भवन चाहे वह सरकारी हो या गैर सरकारी किसी भी सार्वजनिक या निजी समारोह के लिए बुङ्क्षकग नहीं करेगा। सभी जिम, सैलून स्पा, सभी सरकारी, अर्धसरकारी और निजी क्लब भी अगले आदेश तक बंद रहेंगे। क्लबों को पूरी तरह सैनिटाइज करने और श्रीनगर नगर निगम द्वारा प्रमाणित किए जाने के बाद ही खोला जा सकता है। उन्होंने सभी टूअर ऑपरेटरों व ट्रैवल एजेंसियों को निर्देश दिया है कि वह सभी प्रकार के अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय विमान सेवाओं के जरिए यात्रा करने वालों का ही नहीं सड़क व रेल के जरिए यात्रा करने वाले यात्रियों का भी पूरा ब्योरा जमा करें।
सार्वजनिक वाहन भी यातायात पुलिस की कड़ी निगरानी में रहेंगे और नियमों का उल्लंघन करने, ओवरलोडिंग में लिप्त पाए जाने वाले वाहन तत्काल सील कर लिए जाएंगे। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा एक नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया है। इसमें नागरिक किसी भी समय मदद के लिए संपर्क कर सकते हैं। आम जनता से आग्रह है कि वह करोना वायरस के संक्रमण से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी संबंधित स्वास्थ्य केंद्रों और नियंत्रण कक्ष में उपलब्ध कराएं।