बाबा अमरनाथ भूमि आंदोलन के मामले होंगे वापस
राज्य ब्यूरो, जम्मू : भारतीय जनता पार्टी के दबाव में बाबा अमरनाथ भूमि आंदोलन के दौरान दर्ज मामल
राज्य ब्यूरो, जम्मू : भारतीय जनता पार्टी के दबाव में बाबा अमरनाथ भूमि आंदोलन के दौरान दर्ज मामले वापस होंगे। इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है। भाजपा ने मांग उठाई थी कि वर्ष 2008 में श्री अमरनाथ भूमि आंदोलन के दौरान दर्ज मामले वापस किए जाएं। आंदोलन के दौरान 14 लोग शहीद हो गए थे और कई लोग घायल हुए थे।
राज्यपाल एनएन वोहरा ने जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर और आइजी को निर्देश दिए हैं कि बाबा अमरनाथ भूमि आंदोलन के दौरान दर्ज आपराधिक मामलों को वापस लेने समेत अन्य समझौते को पूरा करने के लिए कदम उठाए जाएं। इस संबंध में 24 अप्रैल को रिपोर्ट दें। राज्यपाल के निर्देश के साथ ही श्री अमरनाथ भूमि आंदोलन के दौरान लोगों पर दर्ज मामले वापस लेने के लिए प्रशासन और पुलिस ने काम करना शुरू कर दिया है।
श्री अमरनाथ यात्रा संघर्ष समिति के सदस्य सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर सुचेत सिंह, राज्यपाल के प्रमुख सचिव उमंग नरूला, जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर हेमंत शर्मा, आइजी जम्मू एसडी सिंह जम्वाल की राज्यपाल एनएन वोहरा के साथ राजभवन में हुई बैठक में इस मुद्दे पर विचार विमर्श हुआ। राज्यपाल ने वर्ष 2008 में श्री अमरनाथ भूमि आंदोलन को समाप्त करने पर हुए समझौते को लागू करने के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करते हुए दिशानिर्देश दिए। राज्यपाल ने समझौते में शामिल मुद्दों, आपराधिक मामलों को वापस लेने, पीडि़त परिवारों के सदस्यों को राहत राशि देने, प्रभावित परिवारों के एक-एक सदस्य को प्राइवेट सेक्टर में नौकरी दिलाने के लिए एक करोड़ रुपये का कार्प्स फंड बनाने के मुद्दों की समीक्षा की।
राज्यपाल ने जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर और आइजी से कहा कि समझौते में शामिल हर मुद्दों का शीघ्र समाधान करते हुए उन्हें 24 अप्रैल तक अनुपालन की रिपोर्ट सौंपी जाए। सूत्र बताते हैं कि करीब 10 आपराधिक मामले हैं, जिन्हें वापस लेने के लिए प्रशासनिक प्रक्रिया शुरूहो चुकी है।